Farishtey Scheme: अब ऑनलाइन देखें पंजाब के किस अस्पताल में मिलेगा इलाज, योजना के तहत 384 हॉस्पिटल हैं रजिस्टर्ड
पंजाब में सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की तत्काल मदद के लिए उसे किस अस्पताल में भर्ती करवाए। यह जानने के लिए ऐप की मदद ली जा सकती है। पंजाब सरकार द्वारा इसके लिए मैप माय इंडिया के सहयोग से मैपल्स मोबाइल ऐप के माध्यम से फरिश्ते योजना (Farishtey Scheme News) के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों की जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
राज्य ब्यूरो चंडीगढ़। राज्य में सड़क सुरक्षा और आपातकालीन देखभाल सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए पंजाब पुलिस के ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा विंग ने राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (एसएचए) और मैप माय इंडिया के सहयोग से मैपल्स मोबाइल ऐप के माध्यम से ''फरिश्ते'' योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों की जानकारी उपलब्ध कराई है। ताकि लोग आसानी से इन अस्पतालों तक पहुंच बनाई जा सके।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य निर्विघ्न नेविगेशन सहायता प्रदान करना है, जिससे उपभोगता, विशेषकर सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति में, नजदीकी अस्पतालों की तेजी से खोज कर समय पर पीड़ित को अस्पताल पहुंचा सकेंगे।
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384 अस्पतालों को सफलतापूर्वक किया गया पंजीकृत
अब तक ''फरिश्ते'' योजना के तहत पंजाब भर में 384 अस्पतालों को सफलतापूर्वक पंजीकृत किया गया है, जिसमें 238 निजी और 146 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। अब ये अस्पताल, पंजाब ''फरिश्ते'' योजना ऑनलाइन 2024 प्रक्रिया को पूरा करने के बाद, मैपल मोबाइल ऐप पर उपलब्ध हैं।
एडीजीपी ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा पंजाब एएस राय ने इस पहल को आपातकालीन स्थिति में त्वरित इलाज प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम करार देते हुए कहा कि ''फरिश्ते'' अस्पतालों का मैपल्स मोबाइल ऐप के साथ एकीकरण यह सुनिश्चित करेगा।
सड़क सुरक्षा फोर्स भी करेगी निगरानी
सड़क दुर्घटना पीड़ितों को समय पर चिकित्सा सहायता मिल सके, जो मानव जीवन बचाने के लिए लाभकारी साबित होगा। सड़क सुरक्षा फोर्स (एसएसएफ) इस प्रणाली का उपयोग दुर्घटना पीड़ितों को संवेदनशील समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए करेगी, जिससे मानव जीवन बचाने की दर में सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि आम लोगों को आगे आकर दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने और उनकी जान बचाने के लिए उत्साहित करने वाले ऐसे ''फरिश्ते'' को कानूनी उलझनों और पुलिस पूछताछ से छूट दी जाती है और उसे नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र के साथ सम्मानित भी किया जाता है।उल्लेखनीय है कि ''फरिश्ते'' प्रणाली के तहत, घायल व्यक्तियों को अस्पतालों तक पहुंचाने में सहायता करने वाले व्यक्तियों को सरकार द्वारा ''फरिश्ता'' के रूप में मान्यता दी जाती है और 2,000 रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
आम लोगों के अलावा, नई शुरू की गई सड़क सुरक्षा फोर्स भी इस आनलाइन नेविगेशन प्रणाली का लाभ उठाकर दुर्घटना पीड़ितों को नजदीकी अस्पतालों तक पहुंचाएगी, जिससे उन्हें समय पर सहायता मिल सकेगी और बचाव दर में वृद्धि होगी।
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