Punjab Roadways Strike: वेतन न मिलने के विरोध में 13 जुलाई को जालंधर बस स्टैंड बंद करेगी यूनियन, पंजाब सरकार को दी चेतावनी
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि रोजाना 12 से 14 घंटे तक ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को वेतन लेने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इसी के विरोध में बुधवार को समूचे पंजाब के बस स्टैंड बंद कर दिए जाएंगे।
By DeepikaEdited By: Updated: Mon, 11 Jul 2022 12:49 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जालंधर। कच्चे कर्मचारियों को नियमित वेतन न मिलने से खफा पंजाब रोडवेज, पनबस व पीआरटीसी कान्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन ने बुधवार को प्रदेश भर के बस स्टैंड बंद करने की चेतावनी दी है। उक्त चेतावनी पंजाब रोडवेज जालंधर डिपो के गेट पर हुई रैली के दौरान दी गई।
डिपो अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह भुल्लर, सतपाल सिंह सत्ता, महासचिव चानण सिंह, रंजीत सिंह ने कहा कि बीते कल लुधियाना में राज्य स्तरीय बैठक के दौरान सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों व विभागों को खत्म करने की कोशिशों के बारे में विचार विमर्श किया गया। बैठक में पंजाब के पनबस एवं पीआरटीसी के 27 डिपों की कमेटियों समेत संघर्ष के दौरान अथवा केस बनाकर ड्यूटी से फारिग किए गए कर्मचारियों ने भाग लिया।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि रोजाना 12 से 14 घंटे तक ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को वेतन लेने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इसी वजह से सोमवार को गेट रैलियां की गईं। वहीं बुधवार को समूचे पंजाब के बस स्टैंड बंद कर दिए जाएंगे। अगर फिर भी वेतन अदायगी नहीं हुई तो फिर पंजाब भर को ब्लाक कर दिया जाएगा। विक्रमजीत सिंह, रामचंद, मलकीत सिंह कुलविंदर सिंह ने कहा कि सरकार बनाने से पूर्व किए गए वादों की हवा तीन महीनों में ही निकल गई है। पनबस में नई भर्ती आउटसोर्सिंग के आधार पर करने की तैयारी से साबित हो रहा है कि पंजाब के युवाओं को पक्का रोजगार देने की घोषणा मात्र चुनावी स्टंट था।
संघर्ष की रूपरेखा होगी तैयार निजी आपरेटरों की नाजायज बसें बंद करने अथवा सरकारी परिवहन सेवाओं को बढ़ाने की बजाय पीआरटीसी में निजी आपरेटरों की बसें किलोमीटर स्कीम के तहत शामिल करने की योजना तैयार की गई है, जिससे 5 वर्ष में ही भारी आर्थिक नुकसान होगा। इस बात की भी जानकारी दी गई है कि मंगलवार को भी गेट रैली की जाएगी और सरकार के खिलाफ किए जाने वाले संघर्ष की रूपरेखा तैयार होगी।
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