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हैलो! CBI से बोल रहा हूं, लुधियाना के रिटायर्ड मर्चेंट अफसर से ठगी; डिजिटल अरेस्ट कर अकाउंट से खाली करवा दिए 24 लाख

Punjab Crime News पंजाब के लुधियाना में एक रिटायर्ड मर्चेंट नेवी अफसर से कहा गया कि उनक आधार कार्ड पोर्नोग्र*फी के लिए इस्तेमाल हुआ है। साइबर अपराधियों ने उन्हें डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) कर उनके खाते से 24.20 लाख रुपये निकलवा लिए। पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया है।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 15 Nov 2024 10:40 PM (IST)
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Punjab News: रिटायर्ड मर्चेंट नेवी अफसर को डिजिटल अरेस्ट किया गया (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला ईडी में दर्ज होने की बात कहकर रिटायर्ड मर्चेंट नेवी अफसर को पहले धमकाया। इसके बाद डिजिटल अरेस्ट कर 24.20 लाख रुपये ठग लिए।

पीड़ित हरबंस सिंह (73) की शिकायत पर साइबर सेल ने खाते फ्रीज कर जांच के दो महीने बाद केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में हरबंस सिंह ने बताया कि वह मर्चेंट नेवी से रिटायर हैं, अब वो घर पर वैद्य का काम करते हैं। 16 सितंबर को उन्हें फोन आया और फोन करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस का इंस्पेक्टर कोहली बताया।

हैलो... CBI से बोल रहा हूं

उसने कहा कि उनका आधार कार्ड पोर्नोग्र*फी के लिए इस्तेमाल हुआ है। इससे बाद में मनी लॉन्ड्रिंग भी की गई है। इस मामले में उनसे सीबीआइ और ईडी पूछताछ करेगी। इतने में उन्हें एक और कॉल आई, जिसमें उन्हें कहा गया कि सीबीआइ से बोल रहे हैं।

उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया है। इस मामले में उनसे वीडियोकाल के जरिए पूछताछ की जाएगी। अगली काल उन्हें ईडी से आएगी, क्योंकि ये मामला मनी लॉन्ड्रिंग है।

आरोपितों ने उन्हें व्हाट्सऐप पर कॉल करने से पहले इतना डराया कि वो सहम गए। उन्हें कहा गया कि सोच समझ के बोलें, क्योंकि चार लोग जांच कर रहे होंगे। अगर वो इसकी शिकायत पुलिस से करते हैं तो परिवार की इंक्वायरी की जाएगी, जिसमें सब फंसेंगे।

उन्होंने उनके सवालों के जवाब दिए। इसके बाद ठग बोले कि यदि मामले को सुलझाना है तो उन्हें इंक्वायरी के लिए 30 लाख रुपये खाते में डालने होंगे, जोकि दो दिन में रिफंड हो जाएंगे।

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19 सितंबर को दर्ज कराई शिकायत

उन्होंने डरकर 24.20 लाख रुपये आरोपितों के खातों में डाल दिए, लेकिन जब पैसे वापस नहीं आए तो 19 सितंबर को पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने खातों को फ्रीज कर जांच की। करीब दो महीने चली जांच के बाद केस दर्ज किया है। लेकिन अभी पैसे वापस नहीं आए हैं।

उधर, जांच अधिकारी पलविंदर सिंह ने कहा कि मामला दर्ज किया गया है। सभी इलेक्ट्रानिक डिवाइस की जांच की जा रही है। इनसे भी हो चुकी है ठगी वर्धमान ग्रुप के चेयरमैन और पद्मश्री एसपी ओसवाल ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए थे।

उनसे सात करोड़ रुपये की ठगी कर हुई थी। लुधियाना पुलिस ने असम और बंगाल से आरोपितों को गिरफ्तार कर 5.2 करोड़ रुपये बरामद किए थे।

लुधियाना के सराभा नगर निवासी व उद्यमी रजनीश आहूजा से ठगों ने सीबीआई अफसर बनकर एक करोड़ रुपये ठग लिए थे। उनकी गिरफ्तारी के वारंट और अदालती कागजात दिखाकर उनसे राशि ऑनलाइन ट्रांसफर करवाई गया।

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