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जालंधर में तुलसी विवाह का आयोजन, विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ संपन्न हुई तमाम रस्में; गूंजे धार्मिक गीत

जालंधर शहर में आज तुलसी विवाह पर्व बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ सभी रस्में पूरी की गई। कार्तिक महीने में तुलसी विवाह पर्व का बहुत ही महत्व है। पंडित आदित्य प्रसाद शुक्ला ने इसके बारे में विस्तार से बताया।

By Sham Sehgal Edited By: DeepikaUpdated: Wed, 09 Nov 2022 01:19 PM (IST)
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तुलसी विवाह पर्व मनाते हुए सदस्य। (जागरण)
जागरण संवाददाता, जालंधर। श्री कृष्ण संकीर्तन मंदिर सोसायटी सैदां गेट की तरफ से तुलसी विवाह का आयोजन हुआ। इस दौरान विवाह की तमाम रस्में विधिवत पूरी करने के साथ-साथ धार्मिक गीत भी गूंजे। मंदिर के प्रमुख पुजारी पंडित आदित्य प्रसाद शुक्ला ने शादी की तमाम रस्में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ संपन्न करवाई।

मंदिर कमेटी के अध्यक्ष हरबंस अरोड़ा, चेयरमैन अशोक सोबती और राजकुमार शर्मा ने बताया कि प्रबंधक कमेटी की तरफ से सभी हर पर्व व त्योहार व्यापक स्तर पर मनाए जा रहे हैं। तुलसी विवाह के धार्मिक महत्व के बारे में जानकारी देते हुए पंडित आदित्य प्रसाद शुक्ला ने इसके अर्थ के बारे में भी बताया।

इस दौरान मिलनी से लेकर अग्नि फेरे और बारात में शामिल सदस्यों को उपहार देने से लेकर तमाम रस्में विधिवत पूरी हुई। इस मौके पर सुमेश आनंद, बाबूलाल चितरा, नत्थू राम, प्यारा चंद, गोपाल, स्त्री सत्संग मंडली में शामिल इंदु शर्मा, रीटा, गीता, आशा, नीतू, दिव्या, कमलेश, मीणा, रोजी, रेखा, संगीता, सोनिया, कोमल, आरती, सुमित, डोली व शोभा रामपाल सहित सदस्य मौजूद थे।

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जागरण संवाददाता, जालंधर: जय मां चिंतपूर्णी दर्शन सेवा सोसायटी की तरफ से मंगलवार को सोढल मंदिर चौक से माता चिंतपूर्णी के लिए मुफ्त बस सेवा रवाना की गई। बस को हरी झंडी मुख्य मेहमान चेयरमैन एससी डिपार्टमेंट जालंधर राजकुमार राजू ने दिखाई। राजू ने बताया कि सोसायटी हर महीने के पहले रविवार चिंतपूर्णी के लिए बस रवाना करती है। रास्ते में संगत के लिए लंगर का प्रबंध भी किया जाता है। इस मौके पर सोसायटी प्रधान अरुण अग्रवाल, महिंदर प्रभाकर, अनिल जुनेजा, प्रवीन चड्ढा, बिल्लू वर्मा, राकेश खन्ना, बिट्टू आदि मौजूद थे।

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