Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

पीटीयू बोर्ड की श्री गुरु नानक देव स्टडी चेयर स्थापना पर मुहर

आइके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी कपूरथला के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने यूनिवर्सिटी में श्श्री गुरु नानक देव जी स्टडी चेयर स्थापित करने की स्वीकृति दी है।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 28 Nov 2020 08:47 PM (IST)
Hero Image
पीटीयू बोर्ड की श्री गुरु नानक देव स्टडी चेयर स्थापना पर मुहर

जागरण संवाददाता, कपूरथला : आइके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी कपूरथला के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने यूनिवर्सिटी में श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर एक स्टडी चेयर की स्थापना के सरकार के फैसले का स्वागत किया है। बोर्ड सदस्यों ने इसे नैतिक जिम्मेवारी बताया है तथा इस पर तत्काल काम शुरू करने के लिए यूनिवर्सिटी को जल्द आगे बढ़ाने का निर्णय किया है। यूनिवर्सिटी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी है।

बताते चलें कि नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर यूनिवर्सिटी में श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर एक स्टडी चेयर स्थापित करने की घोषणा की थी। युनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार द्वारा तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक सिखलाई मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में यह पहलकदमी की थी।

आइकेजी पीटीयू के कुलपति प्रो (डॉ) अजय कुमार शर्मा ने कहा कि युनिवर्सिटी बाबा नानक जी की भूमि पर स्थापित है। उनकी शिक्षाओं को दुनिया में फैलाना एवं आने वाली पीढि़यों को शिक्षित करना हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है। युनिवर्सिटी बोर्ड इस जिम्मेवारी के लिए तैयार है।

युनिवर्सिटी श्री गुरु नानक देव जी के जीवन, दर्शन एवं कार्य पर काम करेगी

वीसी प्रो. (डॉ) शर्मा ने श्री गुरु नानक देव जी स्टडी चेयर से संबंधित क्षेत्र और अध्ययन के दायरे के बारे में बताते हुए कहा कि युनिवर्सिटी श्री गुरु नानक देव जी के जीवन, दर्शन एवं कार्य के अध्ययन और समकालीन समय में इसकी प्रासंगिकता पर काम करेगी। शोधकर्ता धार्मिक एवं सांस्कृतिक लिहाज से उनके स्थान के विशेष संदर्भ, ऐतिहासिक दृष्टिकोण, मिशन एवं बाद के समय में हुए कार्यों पर काम करेंगे। युनिवर्सिटी बाबा नानक जी की शिक्षाओं के बड़े संदर्भों में गुरुद्वारा श्री बेर साहिब (सुल्तानपुर लोधी) की भूमिका पर भी ध्यान केंद्रित करते हुए काम करेगी। उन्होंने श्री गुरु नानक देव जी से संबंधित कुछ अन्य विषयों के बारे में भी जानकारी साझा की जिसमें साहित्यिक एवं सामाजिक-सांस्कृतिक अध्ययन के संदर्भ में वर्णनात्मक ग्रंथ सूची का निर्माण, श्री गुरु नानक देव जी के जीवन और आसपास के विशेष संदर्भ के साथ ऑडियो-विजुअल प्रलेखन, श्री गुरु नानक देव जी की यात्रा (उदासियां), रबाब के विशेष संदर्भ के साथ दिव्य संगीत (राग) और वाद्ययंत्र, श्री गुरु नानक देव जी के संवादों का अध्ययन भी इस स्टडी चेयर की स्थापना का हिस्सा है। यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार संदीप कुमार काजल ने कहा कि बीओजी द्वारा अनुमोदित योग्यता के अनुसार चेयर प्रोफेसर की भर्ती पर काम शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी धार्मिक अध्ययन, सिख धर्म, पंजाबी भाषा और साहित्य जैसे विषयों में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल एक प्रतिष्ठित विद्वान की इस चेयर के प्रोफेसर के तौर पर नियुक्ति करेगी। यह नियुक्ति सिख धर्म, सिख इतिहास, सिख दर्शन या श्री गुरु नानक देव जी पर बड़ी शोध कार्य प्रकाशित वाले की होगी। उन्होनें कहा कि इस पावन विषय पर काम करना एक तकनीकी युनिवर्सिटी के लिए नया सीखने का बेहतर अवसर होगा।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर