Khanna News: पार्किंग ठेकेदार से विवाद के बाद रेहड़ी-फड़ी वालों ने दिया धरना, अधिक पैसे मांगने का लगाया आरोप
साप्ताहिक किसान सब्जी मंडी में लगने वाली रेहड़ी-फड़ी वालों से पार्किंग ठेकेदार से झगड़े के बाद रेहड़ी-फड़ी वालों ने धरना लगा दिया। पार्किंग ठेकेदार के करिंदों से शुरू हुई बहसबाजी से विवाद बढ़ गया और रेहड़ी-फड़ी वाले धरने पर बैठ गए। रेहड़ी-फड़ी यूनियन के प्रधान ने कहा कि गरीबों के साथ धक्केशाही हो रही है और अब वह अधिक पैसे की मांग कर रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sat, 07 Oct 2023 11:58 AM (IST)
सचिन आनंद, खन्ना। Punjab News: कुछ ही दिन पहले ठेके पर चढ़ी खन्ना की गुरू अमर दास मार्केट की पार्किंग को लेकर शनिवार की सुबह विवाद खड़ा हो गया। मार्केट में लगने वाली साप्ताहिक किसान सब्जी मंडी में लगने वाली रेहड़ी-फड़ी वालों से पार्किंग ठेकेदार से झगड़े के बाद रेहड़ी-फड़ी वालों ने धरना लगा दिया।
विवाद तब शुरू हुआ जब शनिवार तड़के मंडी शुरू करने के लिए पहुंच रहे रेहड़ी-फड़ी वालों को ठेकेदार के करिंदों और नगर काउंसिल के कर्मचारियों ने अंदर जाने से रोक दिया। इसके बाद शुरू हुई बहसबाजी से विवाद बढ़ गया और रेहड़ी-फड़ी वाले धरने पर बैठ गए।
क्यों धरना दे रहे रेहड़ी-फड़ी वाले
रेहड़ी-फड़ी यूनियन के प्रधान जगदीश कुमार ने बताया कि गरीबों के साथ धक्केशाही हो रही है। वे लोग 35 साल से इस जगह पर रेहड़ियां लगा रहे हैं। कभी किसी ने तंग नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार के करिंदे उनसे 50 से 100 रूपए प्रति रेहड़ी मांग रहे हैं। गरीब रेह़ड़ी-फड़ी वाला ये कैसे दे सकता है। उन्होंने मना किया तो ठेकेदार ने उन्हें रेहड़ी-फड़ी लगाने से रोक दिया। धरना दे रहे रेहड़ी वालों ने उसके बाद जमकर नारेबाजी की।नगर कांउसिल अधिकारियों की मिलीभगत
प्रधान जगदीश कुमार ने कहा कि ठेकेदार के साथ नगर काउंसिल के अधिकारियों की मिलीभगत है। शनिवार को काउंसिल कर्मचारी भी ठेकेदार व उसके करिंदों के साथ उन्हें रोकने आए थे। जगदीश ने कहा कि उन्होंने इस दिन के लिए आम आदमी पार्टी को वोट देकर नहीं जिताया था। उनकी रोटी छीनी जा रही है। वे इसे सहन नहीं कर सकते।यह भी पढ़ें- पंजाब में अब नहीं होंगे सड़क हादसे, AI से रूकेंगी दुर्घटनाएं; पंजाब पुलिस ने किया MOU को साइन
उधार लाकर बेचते हैं माल, कैसे चुकेगा कर्ज
फड़ी लगाकर सब्जी बेचने वाली गांव सलौदी की महिला सुरजीत कौर ने कहा कि वे उधार मंडी और किसानों से माल लाकर यहां बेचते हैं। इससे ही उनके परिवार का गुजारा चलता है। अब अगर सब्जी नहीं बेच पाएंगें तो कर्ज कैसे चुकेगा। उन्होने कहा कि ठेकेदार जो पैसे मांगता है वे देने में असमर्थ हैं।
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