Amarnath Yatra Cloud Burst: पंजाब के यात्रियों के लिए लगाए लंगर बाढ़ में बहे, सेना के जवानों की जांबाजी से बची जान
Amarnath Yatra Cloud Burst अमरनाथ में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। श्री हर हर महादेव मंडल द्वारा भी अमरनाथ गुफा के ओलीकेव पर यात्रियों के लिए लंगर लगाया था। लेकिन उनका लंगर भडारा भी पूरी तरह से पानी में बह गया।
प्यारा लाल मानसा। Amarnath Yatra Cloud Burst: अमरनाथ में जब बादल फटा तो हर तरफ तबाही मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे। पानी का बहाव इतना ज्यादा था कि हर कोई इसके साथ ही बह रहा था। पानी ने पत्थरों को भी नहीं छोड़ा। एक ही पल में लोगों की चिल्लाने की आवाजें सुनाई देने लगी। यह देखकर सब घबराने लगे। हर कोई सुरक्षित जगह की तलाश करने लगा। सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला। लेकिन फिर भी कई लोग पता ही नहीं लगा कि पानी के बहाव में किस तरफ बह गए। यह जानकारी श्री हर हर महादेव मंडल के प्रधान अरुण बिट्टू ने अमरनाथ गुफा से फाेन पर दी।
श्री हर हर महादेव मंडल द्वारा भी अमरनाथ गुफा के ओलीकेव पर यात्रियों के लिए लंगर लगाया था। लेकिन उनका लंगर भडारा भी पूरी तरह से पानी में बह गया। बाढ़ के पानी से मानसा व शादरा दिल्ली का लंगर बिलकुल तबाह हो गए। लेकिन कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। दिल्ली शादरा का लंगर व मानसा का लंगर आमने सामने लगे हुए थे। जब बादल फटने से बाढ़ का पानी लंगर की ओर बढ़ा तो उस समय लंगर में एक हजार के करीब यात्री व सेवादार मौजूद थे। जिनको समय रहते टेंटों से बाहर निकाल लिया गया। जबकि पानी के साथ आए मलबे ने टेंट व लंगर का समान पूरी तरह से तबाह कर दिया।
40 सेवादारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज
लंगर में मौजूद 50 सेवादारों में से 40 सेवादारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। अब सेना व लंगर कमेटियों के सहयोग से फिर से लंगर चालू करने की व्यवस्था की जा रही है। सरकार द्वारा अभी यात्रा को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। यहां पर राहत कार्य जारी हैं। अमरनाथ आने वाले यात्रियों से अपील की जाती है कि जब तक मौसम सही न हो जाए और सरकार यात्रा की अनुमति न दे, तब तक वह इस ओर न आएं।