कनाडा में NDP प्रमुख जगमीत की जीत पर बरनाला के गांव में जश्न, जानें क्यों केंद्र ने रोकी देश में एंट्री
कनाडा में नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह की जीत पर बरनाला में उनके पैतृक गांव गांव अमर शहीद सेवा सिंह ठीकरीवाला में जश्न मनाया जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि भारत सरकार ने जगमीत सिंह दो बार देश में आने से रोका है।
By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Thu, 23 Sep 2021 08:17 AM (IST)
हेमंत राजू, बरनाला। कनाडा में नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के प्रमुख सिख नेता जगमीत सिंह (Jagmeet Singh NDP) ने एक बार फिर अपने देशवासियों का भरपूर समर्थन हासिल किया है। वकालत से सियासत में पैर रखने वाले जगमीत ने अपनी पार्टी का वोट बैंक बढ़ाने में सफलता हासिल की है। जगमीत की जीत पर बरनाला में उनके पैतृक गांव गांव अमर शहीद सेवा सिंह ठीकरीवाला में जश्न मनाया जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि भारत सरकार ने जगमीत सिंह दो बार देश में आने से रोका है। करीब दो दशक पहले जगमीत सिंह अपने दादा की हुई मौत पर अपने पूर्वजों की धरती पर गांव ठीकरीवाला में आए थे। जब 2013 में उन्होंने दोबारा अपने गांव ठीकरीवाला आना था तो भारत सरकार ने उनके देश में आने पर रोक लगा दी थी। उन्होंने दिसंबर 2017 में श्री अमृतसर साहिब आना था। इस पर भी भारत सरकार ने रोक लगा दी थी।
जहां प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी ने पिछली बार की तुलना में एक सीट कम प्राप्त की है, वहीं जगमीत सिंह की अगुआई में एनडीपी ने तीन अधिक सीटों पर विजय हासिल की है। कनाडा की पिछली सरकार में एनडीपी के 24 सदस्य थे। इस बार उनकी संख्या बढ़कर 27 सदस्य हो गई है।
जीत से गांव ठीकरीवाला में जश्न
जगमीत सिंह भले ही कनाडा के नागरिक बन गए हैं लेकिन उनकी एतिहासिक जीत पर गांव में जश्न का माहौल है। सेवा सिंह ठीकरीवाला गुरुद्वारा साहिब के प्रधान भजन सिंह भुल्लर ने बुधवार को मिठाइयां और पकौड़ों का लंगर लगाया। वहीं गांव के यूथ क्लबों के नेताओं, पंचायत व गांव वासियों ने जगमीत सिंह की जीत पर जमकर जश्न मनाया। उन्होंने कहा कि जगमीत सिंह कनाडा की सरकार में किंग मेकर की भूमिका निभाएंगे।
इंटरनेट मीडिया पर जगमीत की किताब का टाइटल छाया
जगमीत सिंह की जीत पर उनके प्रशंसक उनकी किताब लव एंड करिज को इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। गांव ठीकरीवाला के लोग आनलाइन इस किताब मंगवा रहे हैं। 309 पन्नों की इस किताब में जगमीत सिंह ने अपने जीवन की कड़वी-मीठी यादें साझा की हैं।वकालत से सियासत तक का सफर
जगमीत व उनके भाई गुरातन सिंह दोनों ही वकील हैं। 2011 में जगमीत ने अपना राजनीतिक सफर शुरु करते हुए पहली बार चुनाव जीतकर ओंटारियो की असेंबली में पहुंचे थे। वर्ष 2015 में एमपी चुनाव जीत एनडीपी के उप नेता बने थे। वर्ष 2017 में एनडीपी का चुनाव हुआ, जिसमें चार उम्मीदवारों ने मुख्य प्रधान के लिए नामांकन किया गया था। इसमें 53.8 प्रतिशत वोट हासिल करके जगमीत एनडीपी के प्रमुख बने। वह वर्ष 2019 में बर्नबी साउथ सीट से चुनाव जीते। 2021 में भी इस सीट से विजयी रहे हैं। कनाडा की राजनीति में उन्हें किंग मेकर के नाम से जाना जाता है। 2019 में उनकी पार्टी के 24 सदस्य जीते थे लेकिन वोट शेयर के मामले में उन्होंने अपने दल को कनाडा का तीसरा सबसे बड़ा दल बना दिया था।
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