Move to Jagran APP

पंजाब चुनाव 2022: भंडारे में डेरा सच्चा साैदा का 'शक्ति प्रदर्शन', पंजाब के सभी दलों के नेता नतमस्तक

Punjab Assembly Elections 2022ः पूर्व मंत्री सुरजीत ज्याणी ने कहा कि मैंने जबसे होश संभाला है तब से डेरे के साथ जुड़ा हुआ हूं। मेरे दौरे को चुनाव के साथ न जोड़ें मैं तो हर साल भंडारे पर आता हूं।

By Vipin KumarEdited By: Updated: Mon, 10 Jan 2022 08:21 AM (IST)
Hero Image
Punjab Assembly Elections 2022 बठिंडा के डेरा सच्चा साैदा में भंडारे का आयोजन किया। (जागरण)
गुरप्रेम लहरी, सलाबतपुरा (बठिंडा)। Punjab Assembly Elections 2022ः  पंजाब में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के एक दिन बाद ही रविवार को डेरा सच्चा सौदा के पंजाब के मुख्यलाय गांव सलाबतपुरा में भंडारे का आयोजन किया गया। हालांकि यह कार्यक्रम पहले से ही तय था लेकिन पंजाब में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद हुए इस आयोजन को राजनीतिक गलियारों में डेरे के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। इस आयोजन में कांग्रेस, आप, शिअद और भाजपा के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे।

बड़ी संख्या में डेरा प्रेमी तो पहुंचे ही थे। कार्यक्रम में राजनीतिक लोगों की उपस्थिति से संभावना जताई जा रही थी कि डेरे द्वारा चुनाव को लेकर किसी पार्टी का साथ देने की घोषणा की जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि प्रबंधकीय कमेटी के सदस्य राम  सिंह ने संगत को डेरे के बुरे समय में साथ देने वालों के साथ चलने की बात कही लेकिन किसी पार्टी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि हमें देखना चाहिए कि कौन हमारे साथ है और कौन हमारे खिलाफ। जो डेरे का नाम सही ढंग से नहीं लेता, उनके बारे में विचार करना चाहिए। वहां पहुंचे भाजपा नेता हरजीत ग्रेवाल ने कहा कि इस संस्था की ओर से अच्छे काम किए जाते हैं।

पंजाब में ऐसे और डेरे होने चाहिए। हैरानी है कि यहां वह लोग भी आए हुए हैं जो संस्था के काम पर सवाल उठाते थे। पूर्व मंत्री सुरजीत ज्याणी ने कहा कि मैंने जबसे होश संभाला है तब से डेरे के साथ जुड़ा हुआ हूं। मेरे दौरे को चुनाव के साथ न जोड़ें, मैं तो हर साल भंडारे पर आता हूं। डेरे से हमेशा समाज सेवा करने वालों को वोट देने के लिए कहा जाता है। पूर्व विधायक मंगत राय बंसल ने कहा कि डेरा प्रेमियों के साथ काफी ज्यादती हुई है। वह इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन जिन्होंने ऐसा सलूक किया है वह आने वाले समय में नतीजे भुगतेंगे।

यह नेता पहुंचे

कांग्रेस: मंत्री विजय इंद्र सिंगला, पूर्व मंत्री हरमंदर सिंह जस्सी व साधू सिंह धर्मसोत, पूर्व विधायक मंगत राय बंसल, मौड़ से कांग्रेस की टिकट की दावेदार मनोज बाला बंसल और राहुल इंद्र सिद्धू।

भाजपा: पूर्व मंत्री सुरजीत कुमार च्याणी, सुनीता गर्ग, एडवोकेट मोहन लाल गर्ग, वीना गर्ग, हरजीत ग्रेवाल

आप: बठिंडा से प्रत्याशी जगरूप गिल

शिअद (बादल) दिड़बा से प्रत्याशी गुलजार मूनक। 

डेरे डालते हैं पंजाब की राजनीति में प्रभाव

पंजाब में करीब 300 डेरे हैं, लेकिन इनमें से करीब 10 डेरों के समर्थकों की संख्या लाखों में है। इनमें राधास्वामी ब्यास, डेरा सच्चा सौदा, निरंकारी, नामधारी, दिव्य च्योति जागृति संस्थान, डेरा सचखंड बल्लां, डेरा बेगोवाल के नाम प्रमुख हैं। चुनाव में अगर डेरों का समर्थन मिल जाए तो पार्टियों को बड़ा वोट बैंक हासिल हो सकता है। यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से लेकर शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले दिनों डेरा ब्यास व डेरा सचखंड बल्लां में नतमस्तक होने पहुंचे थे। हालांकि इनमें से कोई भी नेता इस बार अब तक कोई डेरा सच्चा सौदा नहीं गया है।

यह भी पढ़ें-पीएम माेदी की सुरक्षा में चूक का मामलाः वीडियो में साफ दिख रहे प्रदर्शनकारी, पंजाब पुलिस 4 दिन बाद भी नहीं पहचान पाई

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।