Diwali 2022: आधुनिकता की चकाचौंध में फीकी पड़ी साधारण मिट्टी के दीयों की डिमांड, जानिए कारण
Diwali 2022 लुधियाना में दीवाली की तैयारियां शुरू हाे चुकी है। इस त्याेहार में अब एक सप्ातह से कम का समय बचा है। समय के साथ-साथ पिछले दो-तीन सालों को देखें तो डिजाइनर दीये साधारण दीयों की जगह ले चुके हैं।
By Radhika kapoorEdited By: Vipin KumarUpdated: Mon, 17 Oct 2022 07:54 AM (IST)
राधिका कपूर, लुधियाना। Diwali 2022: कोई भी त्योहार रोशनी के बिना फीका लगता है। त्योहारों की रोशनी को जगमग करने में अहम भूमिका निभाने वाले दीयों का महत्व सालों से चला आ रहा है। बेशक दीयों की परंपरा अभी भी जारी है पर समय के साथ-साथ इसका ट्रेंड जरूर बदल गया है। त्योहारी सीजन चल रहा है, एेसे में रोशनी का त्योहार दीवाली अब आने वाला है। बात अगर आधुनिकता की चकाचौध की करें तो साधारण मिट्टी के दीयों की डिमांड बिल्कुल फीकी हो गई है।
समय के साथ-साथ पिछले दो-तीन सालों को देखें तो डिजाइनर दीये साधारण दीयों की जगह ले चुके हैं। अब डिजाइनर दीये भी कोई एक, दो, तीन तरह की नहीं बल्कि ढे़रों किस्म की वेरायटी में तैयार होने लगे हैं। दीये तैयार करने वालों की माने तो मिट्टी के साधारण दीये अब स्कूलों में ही मंगवाए जाते हैं जोकि विभिन्न गतिविधियों के दौरान विद्यार्थियों ने पेंट करने होते हैं।
गुजरात, दिल्ली, काेलकत्ता से मंगवाई जा रही मिट्टी
आर्य कालेज के सामने पिछले पैंतीस सालों से मिट्टी की चीजें तैयार करने वाले असलम का कहना है कित्योहारी सीजन में दीये बनाने का काम तीन से चार महीने पहले शुरू हो जाता है। दीयों के लिए तैयार होने वाली मिट्टी विशेष तौर पर गुजरात, कलकत्ता, दिल्ली से मंगवाई जाती है। दीये तैयार करने के बाद इन्हें पेंट किया जाता है और डिजाइनर लुक दी जाती है। साधारण दीये जहां पंद्रह रुपये दर्जन से शुरू है, वहीं डिजाइनर दीये दोगुने यानी तीस रुपये दर्जन से शुरू हो जाते हैं जोकि उन पर किए अलग-अलग डिजाइन अनुसार होती है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।डिजाइनर दीयों की ये है वेरायटी
डिजाइनर दीयों में पांच मुख वाला फ्लावर दीया, कलश दीया, शुभ लाभ लिखा दीया, थाल में सजे बारह डिजाइनर दीये, माता के चरणों के साथ-साथ साइड में सजाए गए डिजाइनर दीये, हटड़ी में सजे दीये इत्यादि। बीआरएस नगर स्थित दीये तैयार करने वाले एक अन्य संचालक ने कहा कि बिना पेंट किए दीयों की डिमांड अब बहुत ही कम हो गई है। समय के साथ-साथ हर कोई डिजाइनर चीज चाहता है, ग्राहकों की इसी पसंद को ध्यान में रख डिजाइनर दीये तैयार किए जा रहे हैं।