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किसानों और गरीबों को मारने वाले हैं खेती अध्यादेश: डॉ. अमर

केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीन खेती अध्यादेशों में से एक जरूरी वस्तुएं संशोधन बिल सदन और बाहर सड़कोंपर हो रहे रोष प्रदर्शनों के बावजूद लोकसभा में पास कर दिया गया।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 17 Sep 2020 05:15 AM (IST)
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किसानों और गरीबों को मारने वाले हैं खेती अध्यादेश: डॉ. अमर

जासं, खन्ना : केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीन खेती अध्यादेशों में से एक जरूरी वस्तुएं संशोधन बिल सदन और बाहर सड़कोंपर हो रहे रोष प्रदर्शनों के बावजूद लोकसभा में पास कर दिया गया। इस दौरान सरकार की तरफ से अध्यादेश को लोकसभा में पेश किया गया तो कांग्रेस के हलका फतेहगढ़ साहिब से सांसद डॉ. अमर सिंह ने इसका डटकर विरोध किया। डॉ. अमर सिंह ने तथ्यों के आधार पर बिल को किसान विरोधी व जन विरोधी करार दिया।

डॉ. अमर सिंह ने कहा कि सरकार की तरफ से खेती संबंधी लाए गए तीनों ही अध्यादेश बड़े कॉर्पोरेट घरानों को सीधा लाभ पहुंचाने वाले हैं और किसान हितों के विरोधी हैं। डॉ. अमर सिंह ने कहा कि 1955 में यह एक्ट इसलिए लागू करने का मकसद सुनिश्चित करना था कि नागरिकों को उचित भाव पर खाने पीने की चीजें मिल सकें। लेकिन, सरकार की तरफ से बिल में किए गए संशोधनों का पंजाब और हरियाणा समेत देश भर में किसान यूनियनों की तरफ से भारी विरोध किया जा रहा है।

डॉ. अमर सिंह ने जरूरी वस्तुओं की कीमतों में थोड़ी सी तबदीली के साथ ही आम आदमी के घर का बजट बिगड़ जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन खेती अध्यादेशों का हर स्तर पर सख्त विरोध करेगी।

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नर्सों ने एसडीएम खन्ना को सौंपा ज्ञापन

मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे खन्ना सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ की तरफ से बुधवार को लगातार छठे दिन रोष प्रदर्शन किया गया। इसके बाद नर्सिंग एसोसिएशन के बैनर तले एसडीएम खन्ना संदीप सिंह को एक ज्ञापन भी अपनी मांगों संबंधी सौंपा गया। नर्सों ने इस दौरान एसडीएम दफ्तर के बाहर पंजाब सरकार और सेहत मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक संघर्ष चलता रहेगा। इस अवसर पर महिदर कौर, अमृतपाल कौर, हरप्रीत कौर, अनिता भट्टी, परमजीत कौर, मनदीप कौर, कमलजीत कौर, किरनदीप कौर, राजवंत, मीनाक्षा, सुखविदर कौर भी मौजूद रहे।

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