ED Raid In Punjab: पंजाब में फास्टवे केबल के मालिक समेत 8 ठिकानों पर ईडी के छापे, सुबह से टीम खंगाल रही दस्तावेज
ED Raid In Punjab केन्द्रीय एजेंसियों के पास कई तत्थ सामने आए हैं जिसमें करोड़ों रुपए की कैश ट्रांजेक्शन के जरिए टैक्स के रुप में भारी चोरी की गई है। यह टीमें जालंधर चंडीगढ़ जम्मू कश्मीर व दिल्ली से आई है।
By Vipin KumarEdited By: Updated: Thu, 25 Nov 2021 05:38 PM (IST)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। ED Raid In Punjab: कई दिनों से पंजाब में राजनीतिक चर्चा का विषय बने केबल नेटवर्क पर केन्द्रीय एजेंसी इफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) की ओर से वीरवार सुबह रेड की गई है। एक साथ पंजाब में आठ स्थानों पर की गई रेड में मुख्य रुप से पंजाब की प्रमुख केबल और ट्रांसपोर्ट कंपनी के परिसरों पर विभाग की टीमों द्वारा दबिश दी गई है। चर्चा है कि इस रेड में फास्टवे केबल नेटवर्क, जुझार ट्रांसपोर्ट सहित पंजाब की नामी कंपनियां शामिल हैं। यह छापेमारी भ्रष्टाचार से संबंधित बताई जा रही है।
केन्द्रीय एजेंसियों के पास कई तथ्य सामने आए हैं, जिसमें करोड़ों रुपये की कैश ट्रांजेक्शन के जरिये टैक्स के रुप में भारी चोरी की गई है। यह टीमें जालंधर, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर व दिल्ली से आई है। रेड को लेकर अभी पूर्ण गोपनीयता रखी जा रही है और कोई भी अधिकारी इस पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से परहेज कर रहा है। टीमों की ओर से कंपनियों के दस्तावेज खंगाले जा रहे है और जो सूचनाएं विभाग को मिली है, उसे क्रास चेक करने का काम किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें-PSEB 5th and 8th Exams: एक दिन में 2 विषयों की परीक्षा काे लेकर विवाद, शिक्षा बाेर्ड के खिलाफ स्कूल संचालकों में नाराजगी
विधायक मनप्रीत सिंह अयाली की कंपनी पर पिछले सप्ताह पड़ी थी रेड
भारी भरकम कारोबार होने के चलते विभाग की टीमों को इसका आकलन करने में लंबा समय लग सकता है। इसको लेकर पंजाब के सत्ता गलियारों में भी चर्चा का दौर है। क्योंकि केबल माफिया को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू सहित कई नेता कटाक्ष कर रहे हैं। ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व ही लुधियाना के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली और सनव्यू कंपनी पर इनकम टैक्स की रेड भी शहर में चर्चा का विषय रही थी।
यह भी पढ़ें-Auto Politics: अरविंद केजरीवाल की राह पर सीएम चन्नी, आटो के पीछे लगवाएंगे अपने बैनर; हायर की कंपनी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।