Punjab Fire News: लुधियाना में कपड़ा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, हादसे में कार भी धू-धूकर जली
Ludhiana Fire News लुधियाना के अंतर्गत बसंत स्ट्रीट में एक कपड़ा फैक्ट्री में आग लगी गई। इस हादसे में एक कार भी क्षतिग्रस्त हुई है। बीते मंगलवार जालंधर (Jalandhar) में आग लगने की खबर सामने आई थी। उस दौरान तंग गली और पुरानी बस्तियों में आग लगने पर फायर ब्रिगेड को समय पर पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ा।
एएनआई, लुधियाना। लुधियाना के अंतर्गत नूरवाला रोड के पास बसंत स्ट्रीट में बुधवार शाम करीब 7 बजे एक दो मंजिला इमारत में आग लग गई। आग दूसरी मंजिल पर कपड़े की दुकान के पास लगी।
एक अधिकारी के अनुसार आग में एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। सहायक प्रभागीय अग्निशमन अधिकारी मनिंदर सिंह ने कहा कि आग लगभग 90 प्रतिशत नियंत्रण में थी, लेकिन स्टॉक और अग्नि सुरक्षा उपायों को लेकर कुछ तनाव था।
जालंधर के तंग इलाके में लगी आग
वहीं, गए मंगलवार को जालंधर शहर के तंग इलाके में आग लग गई। फायर ब्रिगेड की टीम को आग बुझाने के लिए घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर अपनी गाड़ियां खड़ी करनी पड़ी और वहां से घटनास्थल तक पाइप बिछाकर आग बुझाने का प्रयास किया। इसमें समय भी बर्बाद हुआ और आग बुझाने में देरी से नुकसान भी ज्यादा हुआ।हालांकि, इस घटना ने भविष्य के लिए यह सबक दिया है कि तंग इलाकों में आग बुझाने के पक्के इंतजाम करने होंगे। जालंधर पुराना शहर है और यहां पर बस्तियों और पुराने शहर के तंग इलाके अक्सर आग लगने की घटनाओं का शिकार बनते हैं।यह भी पढ़ें- श्री अकाल तख्त साहिब में सुखबीर बादल पर धार्मिक सजा का फैसला आज, इन आरोपों के बाद घोषित हुए थे तनखैया
समय पर नहीं पहुंच पाती फायर ब्रिगेड
यहां पर कभी भी फायर ब्रिगेड समय पर नहीं पहुंच पाती। तंग गलियों में फायर ब्रिगेड की बड़ी गाड़ियां नहीं आ पाती और लोगों को लाखों-करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए जरूरी है की तंग इलाकों में आग बुझाने के लिए पानी के अंडरग्राउंड टैंक से जुड़ी पाइप लाइन और इससे आग बुझाने के यंत्र पक्के तौर पर स्थापित करने होंगे।
जालंधर में अटारी बाजार और चौक सूंदा में ऐसी पाइप लाइन हैं और उपकरण लगाए गए हैं। चौक सूदां में अंडर ग्राउंड वाटर टैंक से पानी की सप्लाई होती है।दीपावली से पहले हर बार इसका ट्रायल भी किया जाता है। ऐसा सिस्टम शहर के हर तंग इलाके में होना जरूरी है। बस्तियों की गलियों में तो मोटरसाइकिल तक नहीं जा सकती। पुराने शहर में भी ऐसी स्थिति है।निगम के पास आग बुझाने के लिए छोटी गाड़ियां हैं लेकिन कब्जों के कारण यह भी समय पर नहीं पहुंच पाती। नगर निगम जालंधर को इस पर प्रोजेक्ट तैयार करने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें- सुखबीर सिंह बादल की सजा पर जल्द फैसला चाहते हैं अकाली दल के नेता, सिख बुद्धिजीवियों में सलाह-मशविरा जारी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।