Rishi Sunak : ऋषि सुनक के ननिहाल लुधियाना में जश्न, मामा ने कहा- गर्व कि हमारा बेटा अंग्रेजों पर करेगा राज
Risi Sunak ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने पर पंजाब के लुधियाना में भी खुशी है। लुधियाना में ऋषि सुनक के ननिहाल के लोग रहते हैं। सुनक के मामा सुभाष बेरी और अन्य रिश्तेदारों ने कहा कि ऋषि का ब्रिटिश पीएम बनना भारत के लिए गौरव की बात है।
जेएनएन, लुधियाना। Rishi Sunak Relatives : ऋषि सुनक के नए ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने पर पंजाब के लुधियाना में भी खुशी है। भारतीय मूल के सुनक के नानका (ननिहाल) के लोग लुधियाना में रहते हैं। ऋषि सुनक के ब्रिटिश पीएम बनने पर मामा सुभाष बेरी व अन्य रिश्तेदारों ने केक काटा और एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाई। सुभाष बेरी व रिश्तेदारों ने कहा कि यह भारत के लिए गौरव की बात है कि हम पर वर्षों तक राज करने वाले अंग्रेजों पर भारत का एक बेटा राज करेगा।
लुधियाना में रहते हैं ऋषि सुनक के रिश्ते में मामा व अन्य रिश्तेदार
लुधियाना में ऋषि सुनक के रिश्ते में मामा सुभाष बेरी रहते हैं। वह शहर के क्लब रोड क्षेत्र में रहते हैं। वह ऋषि सुनक की मां उषा बेरी के चाचा के बेटे हैं। सुभाष बेरी ने ऋषि सुनक के ब्रिटेन के पीएम बनने पर बहुत खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि सुनक का प्रधानमंत्री बनना भारत के लिए गौरव की बात है।
ऋषि सुनक के ब्रिटेन के पीएम बनने पर लुधियाना में खुशी मनाते उनके रिश्तेदार। (एएनआइ)
मामा सुभाष बेरी ने कहा- ब्रिटेन की अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाएंगे ऋषि
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि ऋषि ब्रिटेन की बदहाल अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाने में पूरी तरह सफल रहेंगे और उस देश को नई दिशा दिखाएंगे। हमारे परिवार के सदस्य लंदन जाने को बेताब हैं। यह गौरव की क्षण है कि जिन्होंने हम (भारत) पर राज किया ऋषि उस देश के प्रधान बनेंगे
ऋषि सुनक के नानका परिवार के सदस्य। (फाइल फोटो)
बता दें कि सुभाष बेरी के पिता भीम सेन बेरी और सुनक के नाना 92 वर्षीय रघुबीर सेन बेरी सगे भाई हैं। भीम सेन बेरी और रघुबीर बीर एक समय किलारायपुर के पास गांव जस्सोवाल सौदा में रहते थे। वर्ष 1950 में रघुबीर बेरी पूर्वी अफ्रीका चले गए और उसके बाद लंदन में बस गए। रघुबीर बेरी अब भी लंदन में रह रहे हैं।
सुनक के मामा सुभाष बेरी पहले लुधियाना के करीमपुरा मोहल्ला में रहते थे, लेकिन बाद में वह सिविल लाइंस के क्लब रोड में आ गए। बेरी परिवार के अजय बेरी का कहना है कि यह उनके लिए गौरव की बात है कि जिन अंग्रेजों ने पहले भारत पर राज किया, उन पर अब ऋषि सुनक राज करेंगे। सुभाष बेरी ने बताया कि ऋषि सुनक के नाना रघुबीर बेरी जब भी लुधियाना आते थे क्लब रोड के घर में ही ठहरते थे।
ऋषि सुनक के माता पिता के साथ मामा का 1978 में लुधियाना की क्लब रोड स्थित घर में लिया गया फ़ोटो। बाएं से ऋषि सुनक की मां ऊषा सोनक, मामा राकेश सूद, मामी वीना सूद और ऋषि सुनक के पिता यशवीर सोनक। (स्रोत- सुभाष बेरी का परिवार)
सुभाष बेरी ने बताया कि ऋषि सुनक के नाना और उनके (सुभाष बेरी) चाचा रघुबीर बेरी अंतिम बार उनकी पत्नी के निधन के बाद लुधियाना आए थे। वह ऋषि के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने पर बहुत खुश हैं और गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह (ऋषि सुनक) सफल पीएम साबित होंगे और अपनी छाप छोड़ेंगे। बता दें कि ऋषि सुनक के दादा अविभाजित भारत में गुंजरावाला में रहते थे। गुंजरावाला अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है।
दो मामा सहित पूरे परिवार ने बांटे लड्डू, बोले गर्व है हमारे परिवार को नाम किया रोशन
दीवाली सेलीब्रेशन के बाद अब लुधियाना के क्लब रोड स्थित ऋषि सुनक के नाना के घर पर बधाई देने वालों को तांता लग गया है और सारा परिवार इस खुशी के पल को मिलकर सेलीब्रेट कर रहा है। भले ही ऋषि सुनक कभी यहां नहीं आए हैं, लेकिन उनके माता पिता के साथ जुड़ी यादें एक बार फिर इस घर में ताजा हो गई है। हर कोई परिवार को बधाई देने के लिए पहुंच रहा है और नाना सहित उनके चचेरे भाई बहन इस खुशी के मारे फूले नहीं समा रहे।
ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने पर लुधियाना में खुशी जताते उनके ननिहाल के रिश्तेदार। (एएनआइ)
ऋषि सुनक का नानका परिवार किला रायपुर के पास जस्सोवाल गांव का है। बुधवार को उनके दो मामा सहित पूरा परिवार उनकी इस बड़ी सफलता को सेलीब्रेट करने के लिए एकत्रित हुए। इस दौरान उन्होंने जहां ढोले की थाप पर भंगड़ा डाला, वहीं इस खास दिन के लिए सारे देश को बधाई देते हुए परिवार के लिए गर्व के पल बताया। इस दौरान सुनक के मामा सुदर्शन बेरी, राकेश सूद, भाई राजेश बेरी सहित भाई मौजूद थे।
हवन यज्ञ करवाकर करेंगे भांजे की सफलता की प्रार्थना
परिवार को इस बात का गर्व है कि उनके भांजे ने भारत का नाम रोशन कर दिया है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पद पर बैठकर वे न केवल अपने देश बल्कि पूरे विश्व में अच्छाई और ग्रोथ का संदेश देने के लिए काम करेंगे। पारिवारिक सदस्यों ने कहा कि वे इतनी बड़ी जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। ऐसे में परिवार की ओर से एक हवन यज्ञ करवाकर सफलता के लिए पाठ किया जाएगा। ताकि उनका भांजा अपनी काम को ईमानदारी और मेहनत से कर सके।