Health Tips: कमर दर्द से परेशान लाेगाें काे मिलेगी निजात, योग की इन 5 क्रियाओं से पाएं समाधान; जानें कैसे
Health Tips शहर के एवरेस्ट योग इंस्टीट्यूट के प्रमुख और एक्सपर्ट संजीव त्यागी कहते हैं कि योग में कुछ ऐसे आसन है जो कमर दर्द में बहुत आराम देते हैं जैसे ताड़ासन कटिचक्रासन सलंब भुजंगासन बालासन मर्कट आसन।
By Vipin KumarEdited By: Updated: Mon, 01 Nov 2021 09:42 AM (IST)
लुधियाना, [आशा मेहता]। Health Tips: आजकल की जीवनशैली में बहुत लोग कमर दर्द या पीठ दर्द की समस्या से परेशान हैं। कमर दर्द में सामान्य तौर पर पीठ के निचले हिस्से जैसे मांसपेशियां, हड्डियां, डिस्क, जोड़, लिगामेंट, नसें आदि में अधिक खिंचाव, ऐंठन और सूजन आदि से दर्द शुरू होने लगता है। इसका कारण जैसे लैपटॉप पर बैठे रहना, ऑनलाइन क्लासेस, फोन ज्यादा चलाना, पौष्टिक आहार ना लेना, गलत लाइफस्टाइल, व्यायाम न करना, ज्यादा खड़े रहना , तनाव में अधिक रहना आदि से कमर दर्द होने लगता है। यदि समय पर इस पर ध्यान ना दिया जाएं तो ऑपरेशन करने तक की नौबत आ जाती है। लेकिन योग एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा कमर दर्द को जड़ से ठीक किया जा सकता है।
शहर के एवरेस्ट योग इंस्टीट्यूट के प्रमुख और एक्सपर्ट संजीव त्यागी कहते हैं कि योग में कुछ ऐसे आसन है जो कमर दर्द में बहुत आराम देते हैं, जैसे ताड़ासन, कटिचक्रासन , सलंब भुजंगासन, बालासन, मर्कट आसन। यह आसन कमर दर्द को आराम देने के लिए बहुत ही लाभकारी है। किन्तु इन आसनों को करने से पहले सुक्ष्म क्रियाओं का अभ्यास भी जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह क्रियाएं हमारी जोड़ को खोलने में मदद करता है और मजबूत बनाते हैं।
आसनों की विधि
आसनों को करने से पहले सुक्ष्म क्रियाएं जरूर करें। आसनों को शरीर की क्षमता के अनुसार करें। जिनको उच्च रक्त चाप, हृदय समस्या, श्वसन संबंधित समस्याओं में वे कुंभकों का अधिक प्रयोग आसनों में ना करें, आसनों को करने की विधि पर विशेष ध्यान रखे, जिन्हें ज्वाइंट से संबंधित समस्या हो वे भी सावधानीपूर्वक आसनों को करें।ताड़ासन
सबसे पहले ताड़ासन जिसे खड़े हो कर किया जाता है इस में दोनों पैरों को जोड़ कर सांस लेते हुए दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में फसा कर हथेलियों को आसमान की ओर खिंचे ओर लंबी सांसे भरते रहें ओर आसन में कुछ देर तक रुकने का प्रयास करें। यह आसन हमारे मनकों को खिंचाव कर के नसों को आराम देता है। इस आसन को खास कर जिनका काम ज्यादा बैठा रहने का, ड्राइविंग, खड़े ज्यादा रहना उनको खास करके इस आसन को दिन में चार से पांच बार जरूर करना चाहिए।
-----कटिचक्रासन कटिचक्रासन को भी खड़े हो कर किया जाता है जिसमे दोनों पैरों में आरामदायक फासला रख कर सांस छोड़ते हुए दाएं ओर मुड़ कर बाएं हाथ को दाएं कंधे पर ओर दाएं हाथ को पीछे मोड़ते हुए कमर पर सहारा देते हुए पीछे की ओर सांस छोड़ते हुए मुड़े ओर सांस को बिलकुल आराम से लेते रहें ओर छोड़ते रहें। इसे दूसरी ओर से भी इसी तरह करें। यह आसन ट्विस्टिंग आसन है जो हमारे डिस्क को एडजस्ट करती है यह आसन को बैठ कर भी किया जा सकता है। आसन में कभी भी अधिक खिंचाव नही देना है इस बात का ध्यान जरूर रखें।
सलंब भुजंगासनसलंब भुजंगासन जिसे पेट के बल लेट कर किया जाता है जो हमारे कंधों , अप्पर बैक को अच्छा खिंचाव देता है और लोअर बैक को बहुत आराम देता है। इस में पेट के बल लेट कर दोनो हाथों को कंधो से थोड़ा हाथ आगे रख कर अपनी छाती , कंधों को ऊपर की ओर उठाएं और अपनी कलाइयों को कंधों की सीध में रखें और सामने की ओर देखें ओर पैरों को जोड़ कर या आरामदायक स्थिति में रख सकते हैं और ध्यान अपनी कमर पर रखते हुए लंबी गहरी श्वास लेते रहें। यह आसन में हमारी लोवर बैक काफी आराम दायक स्तिथि में होती है जिससे दर्द में बहुत आराम मिलता है। यदि गर्दन उपर करके खिंचाव आ रहा हो तो सामने की ओर देखते हुए इस आसन का अभ्यास कर सकते हैं।
बालासन
बालासन बैठ कर किया जाने वाला आसन है जिसमे वज्रासन में दोनो पैर पीछे जोड़ कर व सामने घुटने खोल कर हाथ सामने फैला कर छाती ओर पेट जमीन पर रख कर, सिर को आराम से रखते हुए हाथों को खींच कर रखें जिस से रीढ़ की हड्डी को एक्सटेक्शन किया जाता है जिससे तुरंत कमर दर्द में काफी आराम मिलता है। यह आसन हर वर्ग के लोग कर सकते है। यदि किसी को जोड़ों में या घुटनों में बहुत अधिक दर्द हो तो इस आसन का अभ्यास ना करें।
मर्कटासनमर्कटासना एक राम बाण आसन है कमर दर्द के लिए जो साइटिका दर्द को भी कम करता है यह आसन भी लेट कर किया जाता है जिसमे दोनो पैरों को मोड़ कर दोनो घुटने को जोड़ कर, दोनो हाथों को कंधो के बराबर फैला कर रख कर , दोनो घुटने को सांस छोड़ते हुए बाएं ओर सिर दाएं ओर इसी तरह सांस लेते हुए बीच में फिर दूसरी ओर किया जाता है यह आसन कमर के साथ साथ पेट के लिए भी बहुत अच्छा आसन है इस से हमारी रीढ़ की हड्डी के मनकों को स्ट्रेच मिलता है जिससे मनकों के अंदर नसों को बहुत आराम मिलता है जो सीधा कमर दर्द को आराम देता है। आसन करते हुए सांसों का आदान प्रदान बहुत जरूरी होता है इसी से कमर को बहुत लाभ मिलता है। इन्ही आसनों को यदि हम अपने दैनिक जीवन में अभ्यास करते रहें तो कमर दर्द को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
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