Ludhiana Improvement Trust Scam: पूर्व चेयरमैन बाला सुब्रमण्यम समेत 6 के खिलाफ केस, विजिलेंस ने PA को किया गिरफ्तार
Improvement Trust Scam रिश्वत मामले में ईओ कुलजीत कौर जब से विजिलेंस की गिरफ्त में आई है उसके बाद से भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगी हैं। इंप्रवूमेंट ट्रस्ट में फैले भ्रष्टाचार की शिकायतें तो काफी समय से मिल रही थीं लेकिन शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को इन तक पहुंचा दिया।
By DeepikaEdited By: Updated: Fri, 29 Jul 2022 08:49 AM (IST)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Ludhiana Improvement Trust Scam: रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ईओ कुलजीत कौर के बयान के बाद विजिलेंस ने गड़बड़ियों के आरोप में पूर्व चेयरमैन रमन बाला सुब्रमण्यम पर शिकंजा कसा है। पूर्व चेयरमैन समेत 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं, बाला सुब्रमण्यम के पीए रहे संदीप शर्मा को विजिलेंस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।
ईओ कुलजीत कौर की गिरफ्तारी के बाद से ही क्यास लगाए जा रहे थे कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में हुए कई घोटालों का राजफाश हो सकता है। कई बड़े नाम विजिलेंस जांच के दायरे में आएंगे और कई इसमें फंसेंगे। ईओ के बयान और ट्रस्ट से मिले दस्तावेजों के आधार पर विजिलेंस ने बीआरएस नगर में गलत तरीके से प्लाटों की बिक्री के आरोप में सुब्रमण्यम के अलावा ईओ कुलजीत कौर, एसडीओ अंकित नारंग, सेल्स क्लर्क प्रवीण कुमार, क्लर्क गगनदीप सिंह और पीए संदीप शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया है।
विजिलेंस के अनुसार संदीप शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। ईओ व सेल्स क्लर्क प्रवीण कुमार पहले ही रिश्वत लेने के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। विजिलेंस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि इस मामले में कुछ बड़े लोगों की शमूलियत की जांच भी अभी चल रही है। इससे पहले पूर्व कांग्रेस नेता अमरजीत सिंह टिक्का ने भी आरोप लगाया था कि अगर विजिलेंस गंभीरता से दस्तावेजों की जांच करे तो कई घोटाले सामने आएंगे।
जिक्रयोग्य है कि विजिलेंस ने बीती 14 जुलाई को लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के जूनियर सहायक हरमीत सिंह और ईओ कुलजीत कौर को बूथ की बकाया रकम की सेलटमेंट के बदले 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया था। ईओ से पूछताछ में सामने आया कि ट्रस्ट के अधिकारियों ने गलत तरीके से कई प्लाट बेच दिए हैं। नियमों का उल्लंघन कर रिश्वत के तौर पर मोटी रकम लेने के सुबूत विजिलेंस को मिले हैं।
ईओ के हाथ आते ही विजिलेंस ने जोड़ी भ्रष्टाचार की कड़ियां
रिश्वत मामले में ईओ कुलजीत कौर जब से विजिलेंस की गिरफ्त में आई है उसके बाद से भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगी हैं। इंप्रवूमेंट ट्रस्ट में फैले भ्रष्टाचार की शिकायतें तो काफी समय से मिल रही थीं, लेकिन शिकायतकर्ता सुरिंदर सिंह ने विजिलेंस को इन तक पहुंचा दिया। सुरिंदर एक बूथ की किस्तें नहीं दे पाया था। उसने बकाया राशि की सेटलमेंट की बात कही तो उससे क्लर्क ने 20 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी।
उसका कहना था कि वह ईओ से खुद बात कर लेगा। जब विजिलेंस ने क्लर्क को दबोचा तो ईओ भी मौजूद थी। माना जा रहा है कि पूछताछ में ईओ ट्रस्ट में फैले भ्रष्टाचार के सभी राज उगल दिए और फिर विजिलेंस ने घोटालों से जुड़े दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं।
पहले भी विवादों में रहे रमन बाला सुब्रमण्यमइंप्रूवमेंट ट्रस्ट की माडल टाउन स्थित 300 करोड़ रुपये की जमीन को केवल 92.90 करोड़ में बेचने पर रमन बाला सुब्रमण्यम विवादों में आए थे। भाजपा ने आरोप लगाया था कि इस प्राइम कामर्शियल जमीन को फर्जी ई आक्शन के जरिए अपनों को दिया गया है। इस मामले में पूर्व मंत्री पर भी आरोप लगाया गया था। बाद में सरकार को इस डील का रद करना पड़ा था।
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