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लुधियाना बकलावी मारपीट केस: एमटीपी बिंद्रा का लुकआउट सर्कुलर जारी, डेढ़ माह से फरार व 40 दिन से है गैरहाजिर

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने उसकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज करते हुए टिप्पणी की थी कि इस पूरे मामले में पैसे और पावर का घमंड दिखता है। बीते 48 दिन से बिंद्रा को काबू करने में सफल नहीं हो पाई पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं।

By DeepikaEdited By: Updated: Fri, 16 Sep 2022 08:25 AM (IST)
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बठिंडा नगर निगम का एमटीपी सुरिंदर बिंद्रा। (जागरण)
जागरण संवाददाता, लुधियाना: हत्या प्रयास के मामले में नामजद बठिंडा नगर निगम का एमटीपी (म्यूनिसिपल टाउन प्लानर) सुरिंदर बिंद्रा पिछले 48 दिन से लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस के साथ आंख मिचौली खेल रहा है। यही नहीं बिंद्रा पिछले 40 दिन से नगर निगम बठिंडा में अपने कार्यालय से गैरहाजिर है।

नगर निगम की तरफ से स्थानीय निकाय विभाग को लिखकर भेजा जा चुका है कि बिंद्रा अपनी ड्यूटी से गैरहाजिर है, लेकिन अब तक कोई कड़ा कदम नहीं उठाया गया है। बिंद्रा ने लुधियाना के सराभा नगर थाने में केस दर्ज होने के बाद पहले दो दिन का अवकाश लिया, फिर उसे छह दिन और बढ़वाया।

उसके बाद से उसने कार्यालय में कोई संपर्क नहीं किया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने उसकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज करते हुए टिप्पणी की थी कि इस पूरे मामले में पैसे और पावर का घमंड दिखता है। बीते 48 दिन से बिंद्रा को काबू करने में सफल नहीं हो पाई पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं।

गौरतलब है कि साउथ सिटी स्थित होटल एंड रेस्टोरेंट बकलावी में बीती 28 जुलाई की रात को एमटीपी बिंद्रा, उनके बेटे मनमीत और भतीजे गुरदीप ने स्टाफ के साथ मिलकर पार्टी के आयोजकों पर हमला कर दिया था। उनकी खाने के बिल को लेकर तकरार हुई थी।

इसके बाद मेहमानों पर शीशे की बोतलों, राड और रसोई में प्रयोग होने वाले सामान से हमला कर दिया गया था। इस हमले में लुधियाना के एक क्रिकेटर कर्ण गोयल के सिर में गंभीर चोट लगी थी। सिर में टांके लगने के बाद वह कई दिन डीएमसी अस्पताल में भर्ती भी रहे थे।

शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

वहीं, एमटीपी बिंद्रा के पुलिस के हाथ नहीं आने पर अब शिकायतकर्ता अनिरुद्ध गर्ग ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। पत्र में लिखा है कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। बिंद्रा के कई राजनेताओं के साथ भी संबंध हैं। उन्हें कई नंबरों से फोन काल आ रही हैं और लगातार जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। कुछ लोग उनके घर के आसपास लगातार चक्कर लगाते हैं।

उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपनी शिकायत को वापस लें। मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि वे डीजीपी को आदेश देकर उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाएं। इसका बड़ा कारण यह है कि पुलिस लंबे समय से सुरिंदर बिंद्रा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

बिंद्रा के बेटे व भतीजे से एसआइटी कर रही पूछताछ

हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद बुधवार को सुरिंदर बिंद्रा के बेट मनमीत और भतीजे गुरदीप सिंह ने आत्मसमर्पण था। दोनों दो दिन के पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस उसने हमले में प्रयोग हथियार और बिंद्रा का पता नहीं लगा पाई है। दोनों को थाना डिविजन नंबर-7 में रखा गया है।

एसआइटी उनसे पूछताछ कर रही है। उनसे पूछा गया कि वे इतने दिन कहां थे। उन्हें किन लोगों ने संरक्षण दिया था। एमटीपी बिंद्रा कहां है। केस दर्ज होने के बाद वे उससे कितनी बार और कहां मिले। सूत्रों के अनुसार पुलिस को इस दौरान कई अहम जानकारियां मिली हैं जिससे जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।

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