पंजाब में पराली जलाने पर बड़ा एक्शन: लुधियाना में किसानों को 1.92 लाख जुर्माना, 57 को रेड एंट्री नोटिस
लुधियाना में खेतीबाड़ी आफिसर डा. अमनप्रीत सिंह के अनुसार जिले में पराली जलाने के 558 स्पाट आए थे। 398 स्पाट पर हमारी टीमों ने विजिट किया। विजिट के दौरान 284 में नो वर्निंग मिली जबकि 75 स्पाट पर पराली जलती मिली।
जासं, लुधियाना। जिले में कृषि विभाग ने पराली जलाने वाले किसानों पर बड़ी कार्रवाई की है। जिसके तहत किसानों को लाखों रुपये का जुर्माना तो किया गया है, वहीं रेवेन्यू रिकार्ड में रेड एंट्री भी की गई है। जिला खेतीबाड़ी आफिसर डा. अमनप्रीत सिंह ने बताया कि जिले में पराली जलाने के 558 स्पाट आए थे, जिसमें से 398 स्पाट पर हमारी टीमों ने विजिट किया। विजिट के दौरान 284 में नो वर्निंग मिली, जबकि 75 स्पाट पर पराली जलाने की पुष्टि हुई। इस पर कार्रवाई करते हुए किसानों को जुर्माना किया गया है।
रेड एंट्री होने पर भूमि बेचना या लोन लेना होगा मुश्किल
उन्होंने बताया कि जिले में अब तक किसानों पर करीब 1 लाख 92 हजार रुपये का जुर्माना किया जा चुका है। वहीं पराली फूंकने पर 57 किसानों के रेवेन्यू रिकार्ड पर रेड एंटी की कारवाई कीगई है। रेड एंट्री होने पर किसानों को जमीन बेचना या लोन लेना आसान नहीं होगा। इसके अलावा सरकार की तरफ से प्रदान की जाने वाली अन्य सुविधाएं नहीं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि हम किसानों से अपील कर रहे हैं कि वह खेतों में पराली फूंककर पर्यावरण को प्रदूषित न करें। इसके बावजूद भी किसान पराली जला रहे हैं।
एक दिन पहले निलंबित किए गए थे चार अधिकारी
बता दें कि पंजाब सरकार ने एक दिन पहले ही सोमवार को पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई न करने पर अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की थी। मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने ट्ववीट करके सूचित किया था कि लापरवाही बरतने वाले चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। सरकार के इस कदम के बाद अब प्रशासन ने पराली जलाने के मामलों में सख्ती शुरू कर दी है। लुधियाना के अलावा मालेरकोटला सहित अन्य जिलों में भी अब किसानों पर जुर्माना लगाने की खबरें सामने आई हैं।