कारोबारी संभव जैन किडनैपिंग मामला: लुधियाना में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़, क्रॉस फायरिंग के बाद दो ढेर
संभव जैन किडनैपिंग मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। क्रॉस फायरिंग के दौरान पुलिस ने किडनैपिंग मामले में फरार चल रहे दो बदमाशों को ढेर कर दिया है। इसमें पुलिस का एक जवान भी घायल हुआ है। इससे पहले पुलिस पांच बदमाशों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। जिनमें जतिन उर्फ नेपाली प्रेमजीत मंतोष कुमार आदित्य शर्मा उर्फ बोहेमिया मंदीप कुमार शामिल हैं।
लुधियाना, जागरण संवाददाता। Sambhav Jain Kidnpping Case: 13 दिन पहले लुधियाना के होजरी कारोबारी संभव जैन का अपहरण करने और फिर उसे गोली मारने वाले वांटेड दो गैंगस्टर को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। टिब्बा पुल के पास दोनों के मौजूद रहने की सूचना पाकर सीआईए-1 की टीम ने उन्हें घेर लिया। खुद को पुलिसकर्मियों से घिरा पाकर दोनों ने पुलिस पर गोलियां चलाते हुए भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें ढेर कर दिया।
गोलीबारी में पुलिसकर्मी घायल
मरने वाले गैंगस्टर में संजीव कुमार उर्फ संजू बाहमन और शुभम उर्फ गोपी शामिल हैं। इस दौरान एक एएसआई सुखदीप सिंह को भी गोली लगी है, जिसे डीएमसी अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस को घटनास्थल से ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद हुआ है। इस मामले में पुलिस ने गिरोह के पांच बदमाशों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। इनमें जतिन उर्फ नेपाली, प्रेमजीत, मंतोश कुमार, आदित्य शर्मा उर्फ बोहेमिया और मनदीप कुमार शामिल है।
क्रॉस फायरिंग में मारे गए दोनों अपहरणकर्ता
मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में गिरफ्तार पांच बदमाशों से पूछताछ के आधार पर लुधियाना कमिश्नरेट की सीआईए-1 और 2 की टीमें लगातार उन्हें ट्रेस कर रही थी। इसी दौरान उन्हें जानकारी मिली कि दोनों दो पहिया वाहन पर टिब्बा पुल की ओर जा रहे हैं। इसके बाद लगातार टीम उनका पीछा कर रही थी। शाम 5.50 मिनट में पुलिस ने उन्हें घेर लिया। उन्होंने गोलियां चलाते हुए भागने की कोशिश की, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई और दोनों को ढेर कर दिया।
दोनों के शवों को घटनास्थल से सिविल अस्पताल ले जाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार गोली लगने से घायल सुखदीप को डीएमसी अस्पताल ले जाया गया है।
10 मिनट तक चलती रही गोलीबारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल और अन्य उच्च पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल ने कहा कि 8-10 मिनट तक दोनों ओर से गोलीबारी हुई। उसके बाद दोनों ढेर हो गए। उनके पास से ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद हुई है। फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर आ गई है। उनकी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि 17 नवंबर की रात होजरी व्यापारी संभव जैन नूरवाला रोड स्थित अपनी फैक्ट्री से बाहर निकले थे। इसी दौरान दो पहिया वाहन वाले दो युवकों ने उनकी कार को टक्कर मारी और उसके बाद अन्य बदमाश आ गए। उन्होंने संभव को उसकी कार में ही बैठाकर उसका अपहरण कर लिया। उसके बाद वह उसकी कार में ही शहर में तीन घंटे तक घूमते रहे।
बदमाशों ने संभव के फोन से उसकी पत्नी को फोन किया और घर में रखे कैश और जेवरात बैग में डालकर रखने को कहा। साथ ही कहा कि वह बताएंगे कि उन्हें कहां पहुंचना है। हालांकि इस दौरान अपहरणकर्ताओं को एहसास हुआ कि पुलिस उसका पीछा कर रही है। उसके बाद उन्होंने संभव जैन को जगराओं पुल के पास उसकी जांघ में गोली मारी और उसे सड़क किनारे उतार कार लेकर फरार हो गए थे।
एक पुलिसकर्मी घायल, अस्पताल में भर्ती