E-Office Seva: लुधियाना नगर निगम अब शुरू करेगा ई-आफिस सेवा, अगले सप्ताह से जोन ए में मिलेगी सुविधा
E-Office Seva शहर के लाखाें लाेगाें काे बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। फिलहाल प्रोजेक्ट को निगम के जोन ए कार्यालय में ही शुरू किया जाएगा। ई-आफिस में आवेदन के बाद आवेदनकर्ता को सभी जानकारियां मोबाइल पर मिलेंगी।
By Varinder RanaEdited By: Vipin KumarUpdated: Thu, 03 Nov 2022 08:56 AM (IST)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। E-Office Seva: शहर के लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम अगले सप्ताह से ई-आफिस सेवा शुरू करने जा रहा है। फिलहाल इस प्रोजेक्ट को निगम के जोन ए कार्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जाएगा। सबसे पहले चेंज आफ आनरशिप (स्वामित्व में परिवर्तन) सेवा इसके तहत शुरू की जाएगी। हर माह निगम के पास स्वामित्व में परिवर्तन के करीब 200 आवेदन आते हैं। अगर जोन ए में यह प्रोजेक्ट सफल हो जाता है तो फिर निगम अन्य सेवाएं भी ई-आफिस के जरिये आनलाइन देने की रूपरेखा तैयार करेगा।
याेजना पर चल रहा है ट्रायल
ई-आफिस में आवेदन के बाद आवेदनकर्ता को इससे संबंधित सभी जानकारियां उसके मोबाइल पर मिलेंगी। इस प्रोजेक्ट को लागू करने का प्रशिक्षण कर्मचारियों को मिल चुका है। साफ्टवेयर में काम करने वाले कर्मचारियों की आइडी भी बन चुकी हैं। फिलहाल इस पर ट्रायल चल रहा है। अब तक नगर निगम में प्रत्येक सुविधा के लिए पहले फाइल तैयार होती है। आवेदन करने के दौरान फाइल में उसे कई दस्तावेजों की फोटो कापी भी साथ में लगानी पड़ती थी। आवेदन के बाद कई अधिकारियों के टेबल से गुजरने के बाद उसे स्वीकृति मिलती है। इसमें समय भी अधिक लगता है और कागज भी बहुत लगता है। ई-आफिस में आवेदन आनलाइन होगा।
अब डिजिटल फाइल बनेगी मोबाइल पर मिलेगी जानकारी
अगर किसी व्यक्ति ने संपत्ति के स्वामित्व के नाम में परिवर्तन के लिए आवेदन करना है तो उसे दस्तावेज लेकर निगम के सुविधा केंद्र जाना होगा। कर्मचारी दस्तावेज स्कैन कर एक फाइल बनाकर ई-आफिस पोर्टल में अपलोड करेंगे। इसके बाद आवेदनकर्ता के मोबाइल नंबर पर फाइल के डिजिटल नंबर का मैसेज आएगा। इसके बाद फाइल किस अधिकारी के पास पहुंची है उसे इसकी जानकारी मोबाइल पर मैसेज के जरिये मिलती रहेगी।फाइलों की आनलाइन होगी ट्रैकिंग, काम में आएगी पारदर्शिता
ई-आफिस प्रोजेक्ट से उम्मीद है कि नगर निगम की कार्यप्रणाली में तेजी आएगी। कौन सी फाइल कहां अटकी है उसे ट्रैक किया जा सकेगा। प्रस्तावों पर तेजी से निर्णय लिए जा सकेंगे। कामकाज में देरी नहीं होगी। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी। निगम के कर्मचारी किसी फाइल को दबाकर नहीं रख पाएंगे। कई बार फाइल किसी अधिकारी की टेबल पर अटक जाए तो उसका फिर पता ही नहीं चलता है। लोग निगम कार्यालयों के चक्कर लगाकर परेशान होते रहते हैं। लोगों की इस परेशानी को दूर करने के लिए यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।
ई-आफिस के यह हैं फायदे
- कागज की बचत होगी।
- रिकार्ड सुरक्षित होगा।
- डाटा अपडेट होता रहेगा।
- रिकार्ड निजी हाथों में नहीं जाएगा।
- फाइलों के रिकार्ड से छेड़छाड़ नहीं हो पाएगी।
- गड़बड़ी की आशंका बहुत कम होगी।
- कर्मचारी अपनी मर्जी से फाइल रोक नहीं पाएंगे।
- काम में तेजी आएगी।
ई-आफिस प्रोजेक्ट को जोन ए से शुरू किया जा रहा है। इससे काम में पारदर्शिता आएगी और पता चल पाएगा कि आवेदन करने वाले को कितने समय में सुविधा मिल पाई है। विवेक वर्मा, सुपरिटेंडेंट निगम मुख्यालय
यह भी पढ़ें-Land Prices Double: पंजाब के इन 4 गांवाें में राताें-रात जमीन के दाम हाे गए डबल, जानिए कारण
यह भी पढ़ें-Ludhiana News: छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाएगा जीसीजी कालेज, कास्मेटालाजी एंड हेल्थ केयर कोर्स किया शुरू
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।