लुधियाना निगम Property Tax डिफाल्टर्स पर कसेगा शिकंजा, 30 हजार नोटिस भेजने की तैयारी; नेताओं में हड़कंप
प्रापर्टी टैक्स डिफाल्टराें पर निगम चुनाव सख्ती करने जा रहा है। निगम चारों जोन में 30 हजार को नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है। इसकाे लेकर जोनल कमिश्नर को नोटिस भेजने और सुनवाई का जिम्मा दिया गया है।
By Varinder RanaEdited By: Vipin KumarUpdated: Tue, 08 Nov 2022 02:23 PM (IST)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। प्रापर्टी टैक्स डिफाल्टर्स और गलत रिटर्न फाइल करने वालों के खिलाफ नगर निगम शिकंजा कसने की तैयार कर चुकी है। इसके लिए 30 हजार नोटिस को तैयार किया गया है। इन नोटिस को जोनल कमिश्नर दफ्तर भेजा गया है। निगम के चारों जोन के जोनल कमिश्नर को इन नोटिस के भेजने का जिम्मा दिया गया है। नोटिस देने के लिए उन पर होने वाली सुनवाई भी जोनल कमिश्नर अपने स्तर पर करेंगे। निगम की इस कार्रवाई की भनक से सत्ताधारी राजनेताओं के में हड़कंप का माहौल बन गया है। क्योंकि निगम चुनाव को देखते वह अभी नोटिस पर रोक लगाने की कोशिश में जुट गए है। इसके लिए निगम अधिकारियों को नोटिस न भेजने का दवाब बनाया जा रहा है।
आय का सबसे बड़ा साधन प्रापर्टी टैक्स
निगम अधिकारियों का साफ कहना है कि अगर पैसा वसूल नहीं करेंगे तो शहर में विकास कार्य और वेतन कहां से देंगे। अब देखना होगा कि निगम अधिकारी इस राजनीतिक दवाब के बीच किस तरह कार्रवाई को अंजाम देते है। गौरतलब है कि नगर की आय का सबसे बड़ा साधन इस समय प्रापर्टी टैक्स है। साल 2022-23 के दौरान निगम ने प्रापर्टी टैक्स से 120 करोड़ रुपये आय का लक्ष्य रखा है। 30 सितंबर 2022 तक निगम के खजाने में 84 करोड़ रुपये आ चुके है। सितंबर माह तक प्रापर्टी टैक्स अदा करने पर 10 प्रतिशत छूट दी गई है। अब प्रापर्टी टैक्स पर कोई छूट नहीं है। सितंबर माह में प्रापर्टी टैक्स से अच्छी आय के कारण ही निगम अपने कर्मचारियाें को वेतन अदा कर सका था। अब निगम ने डिफाल्टर्स और गलत रिटर्न फाइल करने वालों काे निशाने पर लिया है।
गलत रिटर्न फाइल करने वाले भी लिस्ट में शामिल
एडिशनल कमिश्नर ऋषिपाल सिंह ने अपनी टीम के माध्यम से 30 हजार डिफाल्टर्स की लिस्ट को तैयार किया है। इसमें गलत रिटर्न फाइल करने वाले भी शामिल है। इन 30 हजार नोटिस को जोन वाइज जोनल कमिश्नर के पास भेजा गया है। उन्हें संबंधित लोगों को नोटिस भेजने के लिए कहा गया है। नोटिस मिलने के बाद लोगों को जोनल कमिश्नर के पास अपना पक्ष रखना होगा। गलत पक्ष पाए जाने पर जुर्माना सहित प्रापर्टी टैक्स वसूला सकेगा।कैसे तय किए गए डिफाल्टर्स
निगम की तरफ से शहर के विभिन्न एरिया में वीडियोग्राफी के साथ फोटोग्राफी करवाई गई है। इससे पत्ता चला है कि सैकड़ों लोगों ने अपने रिहायशी घरों में कामर्शियल एक्टिविटी को अंजाम दिया जा रहा है। लेकिन प्रापर्टी टैक्स अदा नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा कुछ लोग तो बीते कई सालों से प्रापर्टी टैक्स अदा नहीं कर रहे है। इस तरह सर्वे करने के बाद इन नोटिस को तैयार किया गया है। इसके अलावा पुरानी रिटर्न की जांच में यह खुलासा हुआ है कि ज्यादातर लोग रिटर्न में गलत जानकारी दे रहे है। जिससे निगम खजाने को चपत लग रही है।
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