Ludhiana News: निगम के अफसरों के गिरेवान तक पहुंचेगा विजिलेंस का हाथ, सुरवाइजर ने उगले कई नाम
Ludhiana News पंजाब में निगम के अफसरों के गिरेवान तक विजिलेंस का हाथ पहुंचेगा। विजिलेंस द्वारा पकड़ा गया सुपरवाइजर तो महज मुहरा भर है और वह बड़े अफसरों तक रिश्वत के पैसे पहुंचाता था। यह अकेले अरुण कुमार का मामला नहीं है बल्कि कई ऐसे मुलाजिम भी हैं जो बिना काम पर आए हजार रुपए माह का देकर निगम से पैसे ले रहे हैं।
लुधियाना, दिलबाग दानिश। कूड़े से 'ऊपर की कमाई' नगर निगम के अधिकारियों को अच्छी रास आ रही है। ऊपर की कमाई यानि रिश्वत खाने वाले नगर निगम के अधिकारी अब विजिलेंस की रडार पर हैं। विजिलेंस द्वारा पकड़े गए सुपरवाइजर के बाद विजिलेंस की नजर अब नगर निगम के कई अधिकारियों पर है। विजिलेंस द्वारा पकड़ा गया सुपरवाइजर तो महज मुहरा भर है और वह बड़े अफसरों तक रिश्वत के पैसे पहुंचाता था।
बिना काम पर आए निगम से ले रहे पैसे
यह अकेले अरुण कुमार का मामला नहीं है, बल्कि कई ऐसे मुलाजिम भी हैं जो बिना काम पर आए हजार रुपए माह का देकर निगम से पैसे ले रहे हैं। यह पहली बार भी नहीं है कि सफाई कर्मियों से पैसे लेने की बात सामने आई हो। इससे पहले भी विजिलेंस डंप से कूडा बीनने वाले प्राइवेट व्यक्ति से रिश्वत लेने वाले अफसरों को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ चुकी है।
विजिलेंस नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार को करेगा जड़ से समाप्त
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या विजिलेंस नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त कर सकेगा। बता दें के विजिलेंस ने बुधवार को दर्शन लाल नामक सफाई कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए काबू किया है। उसे नगर निगम के अफसरों द्वारा पैसे इक्ट्ठे करने के लिए सुपरवाइजर लगाया हुआ था। वह अरुण कुमार नामक सफाई कर्मचारी से छह हजार रुपए रिश्वत के ले रहा था।
विजिलेंस ने मुलाजिमों की सूची की तैयार
अरुण कुमार ने विजिलेंस को बताया है कि लगभग पूरे शहर में ही इस तरह से पैसे लेकर हाजिरियां लगाई जा रही हैं। सफाई कर्मचारियों से लिए गए पैसे कई अफसरों तक पहुंच रहे हैं। विजिलेंस ने ऐसे निगम मुलाजिमों की सूची तक तैयार कर ली है जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। विजिलेंस जल्द ही जोन डी के कुछ अधिकारियों को तल्ब कर सकती है और एक सेनेटरी इंसपेक्टर की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं मुलाजिम
इससे पहले विजिलेंस ने 9 जून को डंप से कूडा बीनने वाले एक व्यक्ति से रिश्वत लेते दो मुलाजिमों को गिरफ़्तार किया था, जो सिरफ कूडा बीनने के लिए ही उससे रिश्वत मांगने वाले दो इंसपेक्टर को काबू किया था और उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी।
10000 रिश्वत लेते नंबरदार काबू 23 जून को पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान सोमवार को जोन डी, नगर निगम (एम. सी.) लुधियाना में नंबरदार के तौर पर तैनात कर्मचारी सोनू को 10,00 रुपए की रिश्वत की मांग करने और लेने के दोष अधीन रंगे हाथों काबू किया था।
ऑनलाइन की गई थी शिकायत
जिनकी शिकायत दर्जा चार कर्मचारी बोबी, निवासी महां सिंह नगर, डाबा, लुधियाना की तरफ से मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन पर दर्ज करवाई ऑनलाइन शिकायत की गई थी। उक्त कर्मचारी ने उसे ड्यूटी से गैर-उपस्थित होने का डरावा देकर उसका पांच माह का वेतन 70,000 में से 2000 रुपए प्रति महीना यानि कुल 10,000 रुपए रिश्वत देने की मांग की थी।
इसके आधार पर की जा रही जांच
शिकायतकर्ता ने आगे दोष लगाया कि उक्त दोषी पहले ही 1000 रिश्वत के तौर पर ले चुका है और बाकी के पैसे देने की मांग कर रहा था। अभी जांच जारी है, जल्द खुलासे होंगे, एसएसपी एसएसपी रविंदरपाल सिंह संधू का कहना है कि अभी हमारे पास कुछ इनपुट हैं और इसके आधार पर जांच की जा रही है। जल्द ही इसके खुलासे भी होंगे ओर आरोपितों को गिरफ्तार भी किया जाएगा।
भ्रष्टाचार करने वालों बख्शा नहीं जाएगा
भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। विजिलेंस की कार्रवाई पुख्ता और कड़ी हो, सहोता वीवीएस के अध्यक्ष विक्की सहोता का कहना है कि यह बातें पहले भी सामने आती आ रही हैं कि नगर निगम भ्रष्टाचारियों का अड्डा बना हुआ है। विजिलेंस पहले भी कई मुलाजिमों को पकड़ चुकी है मगर कार्रवाई को आगे नहीं बढ़ाती है। इस बार विजिलेंस की कार्रवाई कड़ी और पुख्ता होगी तभी विजिलेंस पर विश्वास पैदा होगा।