Punjab Election 2022: लुधियाना के विधायक सिमरजीत बैंस नाटकीय तरीके से गिरफ्तार, काेर्ट के बाहर समर्थकाें की नारेबाजी
थाना शिमला पुरी पुलिस ने लिप सुप्रीमो सिमरजीत सिंह बैंस को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने मामले की जांच कराने का आश्वासन देकर बैंस के भाई बलविंदर बैंस को आश्वस्त कर दिया था।
By Vipin KumarEdited By: Updated: Tue, 08 Feb 2022 08:42 PM (IST)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। न्यू जनता नगर इलाके में सोमवार देर शाम कांग्रेस प्रत्याशी कमलजीत सिंह कड़वल की मीटिंग में हमला व फायरिंग करने के मामले में थाना शिमला पुरी पुलिस ने लिप सुप्रीमो सिमरजीत सिंह बैंस को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने मामले की जांच कराने का आश्वासन देकर बैंस के भाई बलविंदर बैंस को आश्वस्त कर दिया। पुलिस को पता था कि सिमरजीत बैंस जिला कचहरी परिसर में मीटिंग के लिए पहुंचने वाले हैं। अधिकारियों ने योजनाबद्ध तरीके से पुलिस के लाव लश्कर द्वारा फील्डिंग लगाकर जिला कचहरी परिसर में वकीलों के साथ मीटिंग के लिए पहुंचे बैंस को गिरफ्तार किया।
हालांकि उस दौरान बैंस समर्थकों ने पुलिस का भारी विरोध किया। मगर गिरफ्तारी के बाद पुलिस बैंस को थाना शिमला पुरी में ले गई। मामले को लेकर थाना शिमला पुरी पुलिस ने सोमवार देर रात सिमरजीत सिंह बैंस समेत 33 लोगों के खिलाफ बाइनेम केस दर्ज करने के साथ-साथ 150 अज्ञात लोगों को नामजद किया था। उनके खिलाफ हत्या प्रयास, हिंसा फैलाने, तोड़ फोड़ कर नुकसान करने, आर्म्स एक्ट, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट तथा 3 अपेडिमिक डिसीज एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया।
इसके विरोध में बैंस के बड़े भाई हलका साउथ से विधायक बलविंदर सिंह बैंस मंगलवार पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर से मिले। जहां उन्होंने दर्ज हुए केस को नाजायज बताते हुए उसकी जांच कराने के लिए कहा। पुलिस कमिश्नर की और से जांच का आश्वासन मिलने के बाद बलविंदर बैंस ने बाहर आकर पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान सिमरजीत सिंह बैंस को पुलिस कमिश्नर के साथ हुई मीटिंग के बारे में बताया। बलविंदर बैंस ने उन्हें बताया कि पुलिस कमिश्नर ने फिलहाल गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। मगर वो भूल गए कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू लगने के बाद दर्ज हुई एफआइआर में न तो इन्क्वारी लगाई जा सकती है और न ही उसमें किसी की गिरफ्तारी पर रोक लग सकती है।
लुधियाना की अदालत से बाहर निकलते सिमरजीत सिंह बैंस। (जागरण)
पुलिस द्वारा रचाए गए चक्रव्यू में फंसे सिमरजीत बैस मीटिंग में पहुंच गए। पता चलते ही पुलिस अधिकारियों ने भारी पुलिस बल तैनात करके चारों तरफ से शिकंजा कस दिया। दोपहर बाद मीटिंग खत्म करने के बाद बाहर निकले बैंस को गिरफ्तार कर लिया गया। जहां से उन्हें थाना शिमला पुरी ले जाया गया। पुलिस ने चंडीगढ़ रोड के सेक्टर 32 निवासी गुरविंदर सिंह उर्फ प्रिंकल की शिकायत पर यह केस दर्ज किया था। अपने बयान में प्रिंकल ने बताया कि वह कड़वल का नजदीकी साथी है। सोमवार शाम 7.30 बजे वो कड़वल के साथ उसकी इंडेवर कार में सवार होकर शिमला पुरी के वार्ड नंबर 38 के इंचार्ज जगमीत सिंह नौनी के दफ्तर गए थे। कमलजीत कड़वल की र्फाच्यूनर कार भी उनकी कार के पीछे आ रही थी। जैसे ही वो लोग नौनी के दफ्तर के पास पहुंचे। उसी समय लाठी, बेसबाल, हाकी, तेजधार हथियारों से लैस सिमरजीत सिंह बैंस समेत सैंकड़ों लोग वहां पहुंच गए। उनमें से 50 से ज्यादा लोगों को बाहर से बुलाया गया था। ललकारते हुए हमलावरों ने उन पर ईंट, बोतल व पत्थरों से हमला कर दिया।
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बैंस के बेटे अजयप्रीत सिंह बैंस ने रिवाल्वर निकाल कर कमलजीत सिंह कड़वल की और सीधा फायर किया। मगर समर्थकों ने उन्हें दफ्तर के अंदर खींच कर बचा लिया। फिर बेटे से रिवाल्वर छीन कर सिमरजीत सिंह बैंस ने एक सीधा फायर प्रिंकल की और किया। उसके साथियों ने वहां खड़ी गाड़ियों को बुरी तरह से तोड़ फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। रंजिश इस बात की है कि कुछ दिन पहले क्वालिटी धर्म कंडा के सामने पाेस्टर लगाने को लेकर दोनों पक्ष के बीच झगड़ा हुआ था। जिसके बाद एक चैनल में इंटरव्यू देते हुए बैंस ने कहा था कि कड़वल साहिब की गर्दन से सरकार के नशे का किल्ला निकालेंगे।
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