मौसम परिवर्तन गारमेंट्स इंडस्ट्री का बिगाड़ रहा प्रोडक्शन गणित, गर्मियों के परिधान की बिक्री अभी भी कम
Ludhiana News मौसम परिवर्तन गारमेंट्स इंडस्ट्री का प्रोडक्शन गणित बिगाड़ रहा है। जबकि अभी डिमांड कम होने के चलते रिटेलर्स लुधियाना गारमेंट्स उद्योग से खरीददारी कम कर रहे है। इसके चलते कारोबारियों के लिए विंटर सीजन को लेकर भी असमंजस बरकरार है।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sat, 27 May 2023 12:40 PM (IST)
लुधियाना, मुनीश शर्मा: हर साल मौसम के परिवर्तन का असर पंजाब के गारमेंटस कारोबार भी दिखने लगा है। जहां हर साल सर्दी का सीजन छोटा हो रहा है, वहीं इस साल अभी तक गर्मी कम होने के चलते समर गारमेंट्स की बिक्री के लिए भी कारोबारियों को दो चार होना पड़ रहा है। पिछले साल की तुलना में अभी केवल 50 प्रतिशत गर्मियों के परिधान ही बिक्री हो पाए है, इसके साथ ही पिछले साल सर्दी का सीजन भी छोटा रहने से इंडस्ट्री के पास भारी स्टाक जमा है।
गारमेंट्स उद्योग से खरीददारी कम कर रहे
जबकि अभी डिमांड कम होने के चलते रिटेलर्स लुधियाना गारमेंट्स उद्योग से खरीददारी कम कर रहे है। इसके चलते कारोबारियों के लिए विंटर सीजन को लेकर भी असमंजस बरकरार है। कारोबारियों का तर्क है कि हर साल सीजन को लेकर पता नहीं चल पा रहा। सर्दियों को लेकर तो पिछले तीन चार साल से छोटा सीजन होने से सेल कम होने से प्रोडक्शन कम की गई थी।वहीं अब समर सीजन के दौरान भी मौसम परिवर्तन ने समीकरण बिगाड़ दिए है। ज्ञात हो कि इस समय तक लुधियाना के गारमेंट्स युनिट्स में विंटर के परिधानों की प्रोडक्शन आरंभ हो जाती है। लेकिन मौसम परिवर्तन से बचे स्टाक के चलते अभी कारोबारी क्लीयरेंस के लिए चिंतित है। वहीं अब कंपनियों की ओर से समर एवं विंटर के साथ साथ सेमी विंटर कांसैप्ट पर फोकस किया जा रहा है।
समर सीजन को लेकर असमंजस बरकरार
कजारो ब्रांड के एमडी संजय कपूर के मुताबिक इस साल विंटर और समर सीजन को लेकर असमंजस बरकरार है। ऐसे में कारखानों की प्रोडक्शन 25 से 30 फीसदी कम हो गई है। इस साल विंटर को लेकर भी अच्छे आर्डर नहीं है। इसका मुख्य कारण हर साल सर्दी के सीजन का कम होना है। इसके साथ ही इस साल गर्मियों के परिधानों की बिक्री भी मौसम परिवर्तन के कारण रूकी पड़ी है।
अब इंडस्ट्री को सेमी विंटर कलेक्शन की ओर अग्रसर होना होगा। इसके लिए कंपनियों की ओर से तैयारी आरंभ कर दी गई है और इस साल सर्दियों में एक बड़ा हिस्सा सेमी विंटर के परिधानों का देखने को मिलेगा। निटवियर एवं टैक्सटाइल क्लब के प्रधान विनोद थापर के मुताबिक अब मौसम के बदलावों से इंडस्ट्री को प्रोडक्शन प्रोसेस में कई तरह के बदलाव करने पड़ रहे है।
इस साल गर्मियों ने समीकरण ओर बदल दिए है। अभी तक पचास प्रतिशत सेल होने से भारी स्टाक इंडस्ट्री में जमा है। इसके साथ ही सर्दियों के लिए भी पिछले साल का स्टाक जमा है, क्योंकि पिछले साल सर्दी का सीजन छोटा होने से स्टाक बच गया था। ऐसे में इस समय सर्दियों के लिए होने वाली प्रोडक्शन थम गई है और कई युनिट पचास प्रतिशत कम प्रोडक्शन पर काम कर रहे हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।