Ludhiana सीजीएसटी विभाग के अधिकारी बन साथियों के साथ ज्वेलर का दस किलो सोना ठगने के मामले में एक ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने सुशील टोपी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दो पासपोर्ट बनवा रखे थे। जांच में सामने आया है कि वह देश छोड़कर भागने की फिराक में था लेकिन इससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
By Rajan Kumar Edited By: MOHAMMAD AQIB KHANUpdated: Wed, 19 Jul 2023 12:11 PM (IST)
लुधियाना, जागरण संवाददाता:
सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) विभाग के अधिकारी बन साथियों के साथ ज्वेलर का दस किलो सोना ठगने के मामले में गिरफ्तार नौसरबाज सुशील टोपी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दो पासपोर्ट बनवा रखे थे।
जांच में सामने आया है कि वह देश छोड़कर भागने की फिराक में था। उसने करीब छह करोड़ रुपये का सोना तो ठग लिया था लेकिन फरार होने से पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
हालांकि दिल्ली के थाना रानी बाग की पुलिस को अब भी उसके साथियों खन्ना के खटिकां चौक निवासी इंटरनेशनल एंटी खालिस्तानी टेरेरिस्ट फ्रंट के राष्ट्रीय चेयरमैन कश्मीर गिरी, उसके बेटे राजन बावा और ड्राइवर बलराज सिंह की तलाश है।
पुलिस की टीमें लुधियाना, खन्ना और सरहिंद इलाके में छापामारी कर रही हैं।
सुशील कुमार टोपी के खिलाफ थाना सलेम टाबरी की पुलिस ने वर्ष 2005 में पहला केस दर्ज किया था। अब तक उसके खिलाफ 18 केस दर्ज किए जा चुके हैं। इसके बावजूद शातिर ने अपनी जान को खतरा बताकर पुलिस से दो गनमैन भी ले रखे थे। इतने मामलों में नामजद होने के पर भी दो पासपोर्ट बनवा लिए थे। एक पासपोर्ट उसने फरवरी 2020 में बनाया गया और दूसरा जुलाई 2022 में बनवाया था।
मामले की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर हैप्पी ने बताया कि सुशील टोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर पूछताछ की जा रही है। कई जानकारियां सामने आ रही हैं।
खन्ना में कश्मीर गिरी के घर पर रची गई थी साजिश
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस धोखाधड़ी की साजिश खन्ना में कश्मीर गिरी के घर पर रची गई थी। उसका बेटा राजन बावा आठ माह से ज्वेलर रविंदर कुमार के पास काम कर रहा था। राजन और ज्वेलर के ड्राइवर बलराज को पूरी जानकारी होती थी कि कब कहां से सोना लाया जाता है। उनके बताने के बाद साजिश में कश्मीर गिरी और सुशील टोपी शामिल हुए।
सुशील टोपी व कश्मीर गिरी को मिले चार सुरक्षाकर्ती सस्पेंड
कश्मीर गिरी को भी सुरक्षा के लिए दो पुलिसकर्मी दविंदर सिंह और हरजीत सिंह मिले हुए थे। पुलिस ने दोनों को सस्पेंड कर उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा सुशील टोपी को दिए गए सुरक्षाकर्मी एएसआइ रमेश चंद और हवलदार हरप्रीत सिंह को भी सस्पेंड कर दिया गया है। दस किलो सोना ठगने के मामले में उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।
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