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Patiala Violence: मास्टरमाइंड बरजिंदर परवाना के साथ BJP नेता सिरसा की तस्वीर वायरल, पुलिस ने शुरू की जांच

परवाना और मनजिंदर सिरसा की एक तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हाे रही है। पुलिस परवाना के फोन काल डिटेल्स की जांच कर रही है। एसएसपी दीपक पारिख का कहना है कि हिंसा की घटना के मुख्य आरोपितों की भूमिका जांच जारी है।

By Vipin KumarEdited By: Updated: Thu, 05 May 2022 01:52 PM (IST)
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भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा और परवाना की तस्वीर वायरल। (फाइल फाेटाे)

जागरण संवाददाता, पटियाला। जिले में 29 अप्रैल को हुई हिंसा के मामले में सरकार ने बुधवार को दो स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) का गठन कर दिया है। घटना के छठे दिन बनाई गई पहली एसआइटी हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करेगी, जबकि दूसरी एसआइटी इस घटना में पुलिस प्रशासन की भूमिका जांचेगी, ताकि घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

इसी बीच इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा और हिंसा की घटना के मास्टरमाइंड बरजिंदर सिंह परवाना की तस्वीर का सच जानने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यह तस्वीर इसके तुरंत बाद इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें परवाना व सिरसा एक साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। वायरल पोस्ट में दोनों के आपस में संपर्क में होने की बात भी कही गई है। पुलिस परवाना के फोन काल डिटेल्स की जांच कर रही है ताकि सच सामने आ सके।

एसएसपी दीपक पारिख का कहना है कि हिंसा की घटना के मुख्य आरोपितों की भूमिका जांच जारी है। राजनीतिक पोस्ट व आरोपों से पुलिस जांच का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन परवाना से जुड़े हर सच को जानने के लिए वह खुद मामले की जांच कर रहे हैं। परवाना के फोन, इंटरनेट मीडिया अकाउंट सहित वायरल तस्वीर की जांच की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि हिंसक घटना के बाद परवाना कहां छिपा था और किन लोगों से बात करता रहा।

उल्लेखनीय है कि बीती 29 अप्रैल को खालिस्तान के समर्थन और इसके विरोध में मार्च निकालने को लेकर दो संगठनों के बीच हिंसक घटना हुई थी, जिसे लेकर पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। उपद्रवियों ने काली माता मंदिर पर पथराव कर दिया था। घटना के बाद आइजी, एसएसपी, एसपी के साथ एक डीएसपी व दो एसएचओ को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया था। 

एडीजीपी बी. चंद्रशेखर और एसपी डा. मेहताब को एसआइटी की कमान

एक एसआइटी की कमान एडीजीपी (ब्यूरो आफ इन्वेस्टीगेशन) बी चंद्रशेखर को सौंपी गई है। यह एसआइटी घटना के समय पुलिस की भूमिका की जांच करके रिपोर्ट मुख्यमंत्री भगवंत मान को सौंपेगी। हालांकि जांच की समय सीमा अभी तय नहीं की गई है। वहीं हिंसा के आरोपितों की पहचान से लेकर उनकी गिरफ्तारी और पूछताछ एसपी (डी) डा. मेहताब सिंह के नेतृत्व में बनी दूसरी एसआइटी करेगी। डा. मेहताब सिंह एसएसपी को रिपोर्ट करेंगे। डीएसपी रैंक के दो अधिकारी, कोतवाली थाना प्रभारी और सीआइए प्रभारी इस एसआइटी का हिस्सा होंगे। अब तक 13 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं और शेष की तलाश जारी है। 

मैं किसी भी स्तर पर जांच में शामिल होने को तैयार : सिरसा

भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि मुझ पर लगाए जा रहे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। मेरे राजनीतिक विरोधी फ्लाप हो चुके हैं तो गलत प्रचार कर रहे हैं। हिंसा की यह घटना पंजाब सरकार की असफलता है और सरकार ने सबकुछ जानते हुए भी जानबूझकर गड़बड़ी होने दी। सरकार अपनी गलतियां छिपाने के लिए यह सब कर रही है। जो काम कांग्रेस ने साल 1986 में पंजाब में आग लगाकर देश की सत्ता हासिल करने के लिए किया था, वही कोशिश अब अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं। मैं किसी भी स्तर पर जांच में शामिल होने के लिए तैयार हूं। अगर कोई पूछताछ होनी है तो मैं खुद पंजाब आ जाउंगा। उन्होंने कहा कि दीप सिद्धू के भोग समागम में मेरी परवाना के साथ मुलाकात हुई थी।

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