Ludhiana News: मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में 50 लाख खर्च कर लगाई तीनों लिफ्ट बंद, मरीज हाे रहे परेशान
Ludhiana News मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में इन लिफ्टों के बंद होने के कारण गर्भवती महिलाओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या कई सालाें से है। अस्पताल में लेबर रूम धरातल पर है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Ludhiana News: सिविल अस्पताल में वर्ष 2014 में गर्भवती महिलाओं व शिशुओं के लिए नेशनल हेल्थ मिशन के तहत मदर एंड चाइल्ड अस्पताल बनाया गया था। इस पर करीब 17 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। 100 बेड के इस अस्पताल में तीन मंजिल हैं। गर्भवती महिलाओं को पहली व दूसरी मंजिल तक पहुंचने में परेशानी न हो इसलिए इसमें करीब 50 लाख खर्च कर तीन लिफ्ट लगाई गई थीं। इन लिफ्ट की सुविधा 24 घंटे मिलनी थी। यह तीनों लिफ्ट शुरू के करीब दो साल तक ही सही तरीके से संचालित की गईं, उसके बाद से बंद पड़ी हैं।
मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में इन लिफ्टों के बंद होने के कारण गर्भवती महिलाओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में लेबर रूम धरातल पर है। डिलीवरी के बाद महिलाओं को जब सीढ़ियों से या फिर स्ट्रेचर से रैंप के जरिये पहली और दूसरी मंजिल तक लेकर जाना पड़ता है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद तो परेशानी और भी बढ़ जाती है।
स्ट्रेचर पर पहली मंजिल तक पहुंचाना मुश्किल
कई बार महिलाओं की हालत इतनी खराब होती है कि उन्हें स्ट्रेचर पर लेटाकर रैंप के जरिए पहली मंजिल तक पहुंचाना भी मुश्किल हो जाता है। अस्पताल में जब तीन लिफ्ट हैं तो फिर इनका उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा है। अब जब इस अस्पताल को 200 बेड का करने की कवायद चल रही है, ऐसे में तो लिफ्ट की जरूरत और भी बढ़ जाएगी।
एसएमओ बोलीं, जल्द शुरू करवाई जाएगी लिफ्ट
सिविल अस्पताल की एसएमओ डा. अमरजीत कौर का कहना है कि मदर एंड चाइल्ड अस्पताल की लिफ्ट उनके कार्यभार संभालने से पहले से ही बंद है। अस्पताल में लिफ्ट का प्रयोग करने वालों की संख्या कम है। दूसरा कारण यह भी है कि लिफ्ट को आपरेट करने वाला नहीं है। इन लिफ्ट को शुरू करने के लिए सेहत विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखा गया है। अस्पताल अब 200 बेड का होने जा रहा है। तीसरी मंजिल को साथ जोड़ने के लिए इन लिफ्टों को जल्द शुरू करवाया जाएगा।