बठिंडा जेल ब्रेक की सूचना पर पुलिस और प्रशासन अलर्ट, स्पेशल सेल के बाहर आधुनिक हथियारों से लैस 22 कमांडो तैनात
जेल ब्रेक की सूचना के बाद विभाग ने बठिंडा जेल के स्पेशल सेल के बाहर आधुनिक हथियारों से लैस 22 कमांडो को तैनात किया है जोकि 24 घंटे स्पेशल सेल में बंद गैंगस्टरों की हर हरकत पर अपनी नजरें रखे हुए हैं।
By DeepikaEdited By: Updated: Mon, 06 Jun 2022 08:49 AM (IST)
नितिन सिंगला, बठिंडा। खुफिया विभाग की तरफ से केंद्रीय जेल बठिंडा को ब्रेक करने की मिली सूचना के बाद पुलिस और जेल प्रशासन में खलबली मच गई है। वहीं, जेल के भीतर और बाहर सुरक्षा का पहरा कड़ा कर दिया गया है। जेल परिसर के बाहर पंजाब पुलिस के कर्मचारी तैनात किए गए हैं। जेल के अंदर की सुरक्षा का जिम्मेवारी सीआरपीएफ के अलावा स्पेशल कमांडो को सौंपी गई है।
आधुनिक हथियारों से लैस 22 कमांडो तैनात
सूत्रों के अनुसार, जेल ब्रेक की सूचना के बाद विभाग ने बठिंडा जेल के स्पेशल सेल के बाहर आधुनिक हथियारों से लैस 22 कमांडो को तैनात किया है, जोकि 24 घंटे स्पेशल सेल में बंद गैंगस्टरों की हर हरकत पर अपनी नजरें रखे हुए हैं। इतना ही नहीं शनिवार शाम को पुलिस और जेल कर्मियों की तरफ से मार्क डिल भी की गई है।
जेल के अंदर और बाहर सुरक्षाकर्मी बढ़ाने के आदेश गौरतलब है कि केंद्रीय जेल बठिंडा में करीब 50 कुख्यात गैंगस्टर बंद है, जिसमें ए कैटेगरी के गैंगस्टर शामिल है। खुफिया विभाग को सूचना मिली है कि जेल में बंद कुछ गैंगस्टरों को छुड़वाने के लिए उनके साथी जेल ब्रेक करने की साजिश रच रहे हैं। इस सूचना के बाद पुलिस व जेल विभाग अलर्ट हो गया।
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शनिवार को जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने केंद्रीय जेल बठिंडा का औचक दौरा किया था और करीब चार घंटे तक जेल में रहकर सुरक्षा प्रबंधों के अलावा जेल में बंद गैंगस्टरों की पूरी जानकारी हासिल की। इसके अलावा उन्होंने जेल की सुरक्षा को लेकर समीक्षा भी की थी, जबकि खुद बैंरकों में जाकर मोबाइल फोन आदि भी जांच करवाई थी। जेल के अंदर और बाहर सुरक्षाकर्मी बढ़ाने के आदेश पुलिस प्रशासन को दिए थे।
पुलिस ने स्थिति से निपटने की रिहर्सल बताया जा रहा है कि जेल मंत्री के दौरे के बाद देर शाम जिला पुलिस प्रशासन की तरफ से एसपी (डी) की अगुवाई में माक डिल की गई। इसमें पुलिसकर्मियों को बताया गया कि जेल में अगर कोई भी अप्रिय घटना होती है, तो उससे कैसे निपटा जा सकता है। मार्क डिल करने के बाद एसपी (डी) के अलावा अन्य पुलिस अधिकारियों ने जेल सुपरिंटेंडेंट से बातचीत करने के बाद जेल के बाहर पंजाब पुलिस का सख्त पहरा लगा दिया गया।
इसके अलावा जेल सुपरिंटेंडेंट की तरफ से कुछ समय पहले जिले के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखकर मांग की थी कि जेल के साथ लगते 300 मीटर एरिया में शाम के समय कर्फ्यू लगाया जाए, ताकि कोई भी आमजन व्यक्ति जेल की तरफ ना आ सके, लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से अभी तक जेल सुपरिंटेंडेंट के इस पत्र को गंभीरता से नहीं लिया गया। इस पत्र के संबंध में जेल सुपरिंटेंडेंट को कोई जवाब नहीं दिया गया है।
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