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पंजाब और हरियाणा के लोगों का दम घोटेगी पाकिस्तान की हवा? मौसम विभाग का डरा देने वाला खुलासा

पाकिस्तान में बढ़ता प्रदूषण पंजाब और हरियाणा के लिए मुसीबत बन सकता है। चंडीगढ़ मौसम विभाग के अनुसार अगर हवा की दिशा बदलकर पूरी तरह से उत्तर-पश्चिम हो जाती है तो लाहौर का प्रदूषण पंजाब और हरियाणा के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। फिलहाल पंजाब में हवा की दिशा दक्षिण-पूर्वी है और एंटी साइक्लोन की स्थिति बनने से हवा बिल्कुल शांत है।

By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 06 Nov 2024 03:25 PM (IST)
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पाकिस्तान के प्रदूषण से बिगड़ सकती है पंजाब-हरियाणा की हवा (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहा प्रदूषण हरियाणा और पंजाब की हवा खराब कर सकता है। चंडीगढ़ मौसम विभाग के डायरेक्टर डॉ. सुरिंदर पाल ने कहा कि अगर हवा की दिशा बदलकर पूरी तरह से नार्थ वेस्ट हो जाती है तो लाहौर का प्रदूषण पंजाब और हरियाणा के लिए परेशानी खड़ी हो सकता है। फिलहाल पंजाब में हवा की दिशा दक्षिण-पूर्वी है और एंटी साइक्लोन की स्थिति बनने से हवा बिल्कुल शांत है।

ऐसी स्थिति में न तो तेज हवा चल सकती है और न ही वर्षा होती है। इसके चलते पंजाब में ज्यादातर जगहों पर प्रदूषण चादर के रूप में जम गया है। इसी वजह से कई जिलों में सुबह व शाम के समय आसमान में धूल व प्रदूषण की एक परत दिखाई दे रही है और स्मॉग की स्थिति पैदा हो गई।

पाकिस्तान ने भारत को ठहराया दोषी

बता दें कि कि गत दिवस पाकिस्तान पंजाब प्रांत की सूचना मंत्री अजमा बोखारी लाहौर में बढ़ते प्रदूषण के लिए भारत को दोषी ठहराया था। उनका आरोप था कि भारत से आने वाली हवा के कारण लाहौर में एक्यूआई की स्थिति बिगड़ी है।

पाकिस्तान के आरोपों पर दिया जवाब

पाकिस्तान के उक्त आरोप को लेकर डॉ. सुरिंदरपाल ने कहा कि फिलहाल इस समय दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलने से नमी बढ़ रही है, जिससे गर्मी हो रही है और तापमान बढ़ रहा है। मौजूदा स्थिति में हवा बिल्कुल शांत है। ऐसे में यह संभव ही नहीं है कि भारतीय पंजाब से पराली का धुआं लाहौर तक चला जाए।

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500 तक पहुंच गई थी इन शहरों की AQI

राज्य सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं के साथ ही शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) भी खराब स्थिति में पहुंचने लगा है।

वीरवार व शुक्रवार को दीपावली को पटाखे चलाने और इसकी आड़ में पराली को आग लगाने के कारण अमृतसर, जालंधर और लुधियाना का एक्यूआई एक समय 500 तक पहुंच गया था। इस हवा में अगर स्वस्थ व्यक्ति भी सांस लेता है तो उसके लिए खतरनाक स्थिति हो सकती है।

लाहौर में सांस लेना भी मुश्किल

पाकिस्तानी पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर के निवासियों को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 1900 के पार पहुंच गया। इस स्थिति को देखते हुए प्रांत की सरकार ने शहर के सभी प्राथमिक स्कूलों को बंद करने की घोषणा की।

जियो टीवी के अनुसार, धुंध की स्थिति को देखते हुए कक्षा पांच तक के सरकारी और निजी स्कूल चार से नौ नवंबर तक बंद रहेंगे। 22 अक्टूबर को एक्यूआई 394 के साथ लाहौर विश्व का सर्वाधिक प्रदूषित शहर माना गया था। इसके बाद से प्रदूषण लगातार बढ़ता रहा और शनिवार को AQI 1100 के पार पहुंच गया। एक समय ये 1900 को पार कर गया था।

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