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Smart City: सिर्फ 2.99 करोड़ के प्रोजेक्ट पूरे, 628.23 करोड़ के अब भी अटके Ludhiana News

पहले योजनाएं बनाने में वक्त लगा और उसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू हुई तो सिंगल टेंडर रद किए जाने के कारण प्रोजेक्टों को जमीन पर उतरने में तीन साल से ज्यादा का वक्त लग गया।

By Sat PaulEdited By: Updated: Sat, 08 Feb 2020 05:09 PM (IST)
Smart City: सिर्फ 2.99 करोड़ के प्रोजेक्ट पूरे, 628.23 करोड़ के अब भी अटके Ludhiana News
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। महानगर को स्मार्ट सिटी के पहले 20 शहरों की सूची में शामिल किया गया। पहले ढाई साल तो स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अफसर सिर्फ योजनाएं बनाते रहे और जमीनी स्तर पर कोई भी काम नहीं हो सका। पहले योजनाएं बनाने में वक्त लगा और उसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू हुई तो सिंगल टेंडर रद किए जाने के कारण प्रोजेक्टों को जमीन पर उतरने में तीन साल से ज्यादा का वक्त लग गया।

अब तक स्मार्ट सिटी के तहत शहर में 2.99 करोड़ के दो प्रोजेक्ट ही पूरे हो सके हैं] जबकि 369.25 करोड़ के आठ प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। वहीं 628 करोड़ रुपये के 15 प्रोजेक्ट अभी पाइप लाइन में हैं। इनमें से सात प्रोजेक्ट के टेंडर जारी किए जा चुके हैं और 8 के टेंडर जल्द जारी होंगे। अब तक स्मार्ट सिटी लिमिटेड शहर में कुल 1000.47 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट तैयार कर चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लांच किया था और उसके बाद 2016 में पहले 20 शहरों की सूची जारी की गई। लुधियाना को पहले 20 शहरों की सूची में शामिल किया गया था। केंद्र सरकार की तरफ से स्मार्ट सिटी के लिए हर साल 100 करोड़ रुपये और मैचिंग ग्रांट के तौर पर राज्य सरकार को भी 100 करोड़ रुपये देने थे। पहले दो साल तक अलग-अलग योजनाएं बनाने पर काम चलता रहा। राज्य सरकार की तरफ से समय पर फंड भी जारी नहीं किया गया, लेकिन अब स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों ने गति पकड़ दी है और इन प्रोजेक्टों पर काम होने लगा है। केंद्र सरकार ने बजट में इस बार भी स्मार्ट सिटी के लिए फंड का प्रावधान रखा है। सरकार अगर फंड जारी करती है तो इन प्रोजेक्टों के अलावा नए प्रोजेक्टों पर भी काम किया जा सकता है।

पूरे हो चुके प्रोजेक्ट

  • रूफ टॉप सोलर पैनल फेज 1- 2.64 करोड़ रुपये
  • आइसीसीसी 0.35 करोड़ रुपये
इन पर चल रहा है काम

  • प्रोजेक्ट का नाम राशि कितना हुआ काम
  • एलईडी स्ट्रीट लाइट्स 57.78 करोड़ 79 फीसद
  • साइन बोर्ड 6.13 करोड़ 65 फीसद
  • स्मार्ट टायलेट 3.10 करोड़ 65 फीसद
  • टॉयलेट ब्लॉक 3.40 करोड़ 45 फीसद
  • सराभा नगर स्मार्ट मार्केट व मल्हार स्मार्ट रोड 38.63 करोड़ 15 फीसद
  • स्मार्ट स्कूल 6.28 करोड़ 52 फीसद
  • सीवरेज की सफाई के लिए मशीनरी 5.94 करोड़ 50 फीसद
  • वाटर फ्रंट फेज एक 4.74 करोड़ 24 फीसद

जिनके वर्क ऑर्डर हो चुके हैं जारी      प्रोजेक्ट राशि

एबीडी एरिया में 24 घंटे पानी की सप्लाई        46.50 करोड़

एबीडी एरिया में सीवरेज सिस्टम को बदलना  39.30 करोड़

एबीडी एरिया में स्टॉर्म सीवरेज                     17.79 करोड़

पक्खोवाल आरओबी-आरयूबी                      124 करोड़

कारकस प्लांट                                           7.98 करोड़

एसटीपी का संचालन                                  2.08 करोड़

घंटाघर का सुंदरीकरण                                0.63 करोड़

एनिमल बर्थ कांट्रेल सेंटर                            0.97 करोड़

रूफ टॉप सोलर पैनल फेज दो                       4 करोड़

टेंडर प्रक्रिया में प्रोजेक्ट

  • लुधियाना सेफ सिटी प्रोजेक्ट 52.68 करोड़
  • मल्हार रोड सीवरेज 86 करोड़
  • बुड्ढा दरिया की सफाई के लिए 150 करोड़
  • घुमारमंडी स्मार्ट रोड 18.93 करोड़
  • भट्टियां एसटीपी के लिए 3.36 करोड़
  • वाटर फ्रंट पार्ट दो 9.84 करोड़
  • पोकलेन मशीन 2.26 करोड़
अब इनके लगेंगे टेंडर

  • दुगरी में सीवरेज अपग्रेड 60 करोड़
  • फायर ब्रिगेड को अपग्रेड करना 25 करोड़
  • रखबाग में स्पोर्ट्स पार्क व ऑलवेदर स्वीमिंग पूल इंडोर स्टेडियम में 20 करोड़
  • सीएंडी प्लांट 18 करोड़
  • स्मार्ट मल्टी स्टोरी पार्किंग 75 करोड़
  • कंपेक्टर 60 करोड़
  • जैनपुर में स्पोर्ट्स पार्क फेज दो 27.16 करोड़
  • बुक्स मार्केट में मल्टी स्टोरी पार्किंग 20 करोड़
सिंगल टेंडर प्रक्रिया और प्रोजेक्ट अप्रूवल की प्रक्रिया लंबी होने से हुई देरी

नवजोत सिंह सिद्धू जब स्थानीय निकाय मंत्री बने तो उन्होंने सिंगल टेंडर पर रोक लगा दी थी। इसके बाद स्मार्ट सिटी के कई प्रोजेक्ट इस वजह से लटकते रहे। कई प्रोजेक्टों के तीन-तीन बार टेंडर लगाए गए और हर बार सिंगल टेंडर आए। इसके अलावा स्मार्ट सिटी लिमिटेड जब कोई प्रोजेक्ट तैयार करवाती है तो उसे अप्रूव करने के लिए अलग-अलग स्तर पर भेजना पड़ता है। जिससे काफी समय खराब हो जाता है। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के सीईओ कई बार बदले गए।

शुरुआती दौर में कुछ धीमी गति जरूर रही लेकिन अब हमारे प्रोजेक्ट ग्राउंड पर उतरने लगे हैं। जल्दी ही प्रोजेक्टों को फाइनल कर दिया जाएगा। कुछ नए प्रोजेक्ट भी तैयार किए जा रहे हैं।

-संयम अग्रवाल, सीईओ स्मार्ट सिटी लिमिटेड

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