Punjab Air Pollution: आबाेहवा में सुधार के बाद प्रदूषण से मिली राहत, पराली जलाने के मामले हुए कम
Punjab Air Pollution पंजाब के एयर पाल्यूशन में काफी सुधार देखा जा रहा है। पिछले 3 दिन से राज्य की आबाेहवा साफ हाे गई है। जालंधर का एक्यूआइ (89) राज्य में सबसे बेहतर रहा है। 3 नवंबर तक राज्य का एक्यूआइ खराब कैटेगरी में था।
By Gaurav SoodEdited By: Vipin KumarUpdated: Thu, 17 Nov 2022 09:47 AM (IST)
जागरण संवाददाता, लुधियाना/पटियाला। Punjab Air Pollution: पंजाब में पराली जलाने के मामलों में आई कमी के चलते एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में काफी सुधार आया है। जालंधर का एक्यूआइ (89) राज्य में सबसे बेहतर रहा है। 260 के साथ मंडी गोबिंदगढ़ राज्य में सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा है। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PPCB) के आंकड़ों के अनुसार तीन नवंबर तक राज्य का एक्यूआइ खराब कैटेगरी में रहा।
इसके बाद एक्यूआइ में सुधार होना शुरू हो गया। 8 नवंबर तक राज्य का एक्यूआइ समान्य कैटेगरी में आ गया। हालांकि मौसम में आए बदलाव के चलते कुछ दिन लोगों को स्माग का सामना करना पड़ा लेकिन 14 और 15 नवंबर को हल्की वर्षा और हवा की गति में आई तेजी के चलते एक्यूआइ में काफी सुधार दर्ज किया गया। आने वाले दिनाें में यदि वर्षा हाेती है ताे आबाेहवा में और सुधार देखने का मिल सकता है।
बुधवार को राज्य में 1358 जगह पराली जलाई
उधर, राज्य में 80 प्रतिशत धान की फसल की कटाई होने के बावजूद पराली जलाने का सिलसिला जारी है। बुधवार को राज्य में 1358 जगह पराली जलाई गई। सबसे ज्यादा 283 मामले मुक्तसर में सामने आए। इसके अलावा फाजिल्का में 234, बठिंडा में 186, मोगा में 150, फरीदकोट में 139, लुधियाना में 78, मानसा में 78 और लधियाना में 66 स्थानों पर पराली जलाई गई। संगरूर में अब पराली जलाने के कम मामले सामने आ रहे हैं।तीन नंबर से घटने लगा एक्यूआइ
शहर 24 अक्टूबर 29 अक्टूबर 3 नवंबर 8 नवंबर 16 नवंबर
- अमृतसर 227 217 231 146 170
- बठिंडा....उपलब्ध नहीं उपलब्ध नहीं 273........ 119 उपलब्ध नहीं
- जालंधर...........214.......214........ 215 198....... 89
- लुधियाना..........213.......213....... 3 20.. 345........ 136
- मंडी गोबिंदगढ़......148.......148.... 371........ 124 260
यह भी पढ़ें-PM Shri School: लुधियाना के 563 स्कूल किए गए शार्टलिस्ट, केंद्र सरकार देगी 60 प्रतिशत फंड
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।