ऐसे ही हमने भी विपक्षी दलों को खुली चुनौती दी है। यह राजनीतिक इतिहास में पहली बार हुआ है कि कोई सरकार विपक्ष को खुद बहस के लिए आमंत्रित कर रही है। वहीं विपक्षी दल बहस में शामिल होने से कतरा रहे हैं।
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पंजाब की भलाई के लिए मिलकर करेंगे काम
अध्यक्षों के शपथ ग्रहण समारोह में सभी पदाधिकारियों ने पंजाब की भलाई के लिए मिलकर काम करने की शपथ ली है। मुख्यमंत्री मान ने उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं दी है। साथ ही उन्होंने कहा कि आइए पंजाब के लिए मिलकर काम करें और रंगला पंजाब बनाने में योगदान दें।
धूप में थे तो सभी धूप में थे, छांव आएगी तो सभी पर आएगी- सीएम
सीएम भगवंत मान ने पंजाब भर के नवनियुक्त जिला और ब्लाक प्रधानों को कहा कि जब धूप में थे तो सभी धूप में थे, छांव आएगी तो सभी पर आएगी। सरकरा बनने के बाद आम लोगों को पद दिए जा रहे हैं और यह सिलसिला जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री मुल्लांपुर दाखा में नए ब्लाक व जिला प्रधानों के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कई वालंटियर अच्छे चेयरमैन साबित हुए हैं। बहुत सोच विचार कर एडजस्टमेंट करते हैं। सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले को मार्केट कमेटी का चेयरमैन बनाया है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि राजनीति में जरूर शामिल हों और विशेष तौर पर आप कार्यकर्ता बन जनता की सेवा करें।
पार्टी की कामयाबी टीम वर्क का नतीजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2012 में बनी आम आदमी पार्टी में कई बार दिकक्तें आई। कुछ के गिले शिकवे भी हुए। परिवार में भी आपस में मतभेद हो जाते हैं, लेकिन आप जैसे कार्यकर्ता बुरे समय में भी साथ खड़े रहे। अन्य राजनीतिक दलों में तो मारपीट हो जाती है। उनका मकसद पद है और आप कार्यकर्ताओं ऐसे नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप की कामयाबी टीम वर्क का नतीजा है।
विश्व कप क्रिकेट का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 300 साल पहले इंग्लैंड ने क्रिकेट इजाद की और आज दस साल पहले आई टीम अफगानिस्तान ने उन्हें हरा दिया। यह टीम वर्क का ही नतीजा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समय के साथ परिवर्तन भी जरूरी है, वरना आप फेल हो जाएंगे।उन्होंने कहा कि एक समय वेस्ट इंडीज की टीम क्रिकेट में सबसे खतरनाक थी। उनके प्लेइंग इलेवन में बाहर बैठे खिलाड़ियों को जगह नहीं मिलती थी। इसके बाद एक समय पूरी टीम खत्म हो गई और आज विश्व कप क्रिकेट के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई। संगठन में सभी को सम्मान और जिम्मेदारी मिलनी चाहिए।
आप की कामयाबी पर विपक्षी दल तड़प रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि गैर राजनीतिक दल के लोग पार्टी में आए। अरविंद केजरीवाल अफसरी छोड़कर राजनीति में आ गए। वहां सैल्यूट बजते थे और आज लोग गालियां देते हैं। कोई बात नहीं। यह गालियां नहीं उनका डर था। उन्हें लगता था कि यह कभी नहीं आएंगे। अब आ गए हैं और डेढ़ साल से राज भी कर रहे हैं। आप की कामयाबी पर विपक्षी दल तड़प रहे हैं।
डेढ़ साल हो गए शांत नहीं हुए। समारोह में दिल्ली से शीर्ष नेताओं के अलावा कैबिनेट के मंत्री मौजूद रहे। राज्यसभा सदस्य डा. संदीप पाठक, पंजाब मामलों के इंचार्ज जरनैल सिंह, कैबिनेट मंत्री वित्त मंत्री हरपाल चीमा, ट्रांसपोर्ट मंत्री लालजीत भुल्लर, पावर मंत्री हरभजन सिंह, राजस्व मंत्री जिम्पा, प्रिंटिंग व स्टेशनरी मंत्री अमन अरोड़ा, डा. बलजीत कौर, हरजोत बैंस उपस्थित रहे।
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पुराने दिनों की याद ताजा की
मुख्यमंत्री ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि 2012 में आम आदमी पार्टी का गठन हुआ और 2014 में पहली बार चुनाव लड़ा। जहां भी प्रचार के लिए जाता था, वालंटियर्स नहीं थे। तीन लोग होते थे। वह सीधा भाषण देते थे और धन्यवाद भाषण के लिए भी कोई नहीं होता था।
यहां तक कि भाषण देने से पहले भी कोई यह नहीं कहता था कि भगवंत मान भाषण देंगे। एक व्यक्ति रजिस्टर लेकर बैठा होता था। भाषण खत्म होने के बाद कहते थे कि जो आप के कार्यकर्ता बनना चाहते हैं, वह अपना नाम रजिस्टर में लिखवा दें। न ब्लाक प्रधान होता था और न ही गांव का प्रधान था। ऐसे ही हमने छोटे-छोटे दाने एकत्रित किए और आज आप देश की सबसे बड़ी अनुशासन वाली पार्टी मानी जाती हैं।
सारा दिन परिवार में रहता हूं : मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी पत्रकार ने पूछा कि आप 12-12 घंटे कार्यक्रमों में भाग लेते हैं, तो बाकी समय कहां बिताते हैं। पत्रकार को उन्होंने कहा कि परिवार में रहता हूं। जब उन्होंने दोबारा पूछा कि इतने घंटे बाहर बिताने के बाद परिवार के साथ कब रहते हैं, तो उन्होंने कहा कि मेरा परिवार ही मेरी पार्टी और उसके कार्यकर्ता हैं। तो ज्यादा समय तो उनके साथ बिताता हूं।
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