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Punjab IED Case: गैंगस्टर रिंदा के खिलाफ गवाही रोकने के लिए SI की बोलेरो में फिट की थी आइईडी, लुधियाना में रची साजिश

Punjab IED Case एसआइ दिलबाग सिंह की गाड़ी में आइईडी लगाने के मामले में नया खुलासा हुआ है। दरअसल गिरफ्तार आतंकी हरपाल सिंह और फतेहदीप सिंह ने यह योजना गैंगस्टर हरविंदर सिंह रिंदा के खिलाफ गवाही देने वाले एसआइ की हत्या के लिए रची थी।

By DeepikaEdited By: Updated: Mon, 22 Aug 2022 09:32 AM (IST)
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Punjab IED Case: गवाही देने वाले एसआइ की हत्या के लिए साजिश रची गई थी।

भूपेंदर भाटिया, लुधियाना। एसआइ दिलबाग सिंह की बोलेरो में आइईडी लगाने की साजिश लुधियाना में रची गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले में गिरफ्तार आतंकी हरपाल सिंह और फतेहदीप सिंह ने यह योजना हरविंदर सिंह रिंदा के खिलाफ गवाही देने वाले एसआइ की हत्या के लिए रची थी। योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए फतेहदीप अपने साथी के साथ लुधियाना के होटल रेडिसन में भी ठहरा था।

साजिश के तहत आइईडी लगाने के बाद कनाडा बैठे गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा ने एसआइ को फोन करना था। आइईडी इस फोन काल के साथ कनेक्ट थी। जैसे ही वह काल करता तो आइईडी में विस्फोट हो जाता, लेकिन उससे पहले ही एक श्वान ने आतंकियों का सारा खेल बिगाड़ दिया। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान में बैठे आतंकी रिंदा के खिलाफ दर्ज मामलों में कुछ ही दिनों में गवाही होने वाली थी।

इसी कारण एसआइ दिलबाग सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसके लिए फतेहदीप ने 15 अगस्त से पहले कनाडा में रहने वाली अपनी एक महिला मित्र काव्या के नाम पर रेडिसन ब्लू में कमरा बुक करवाया था। सूत्रों के अनुसार सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए फतेहदीप अपने साथियों को होटल के कमरे के बजाय बाहर ही मिलता था।

जिस दिन वह होटल में ठहरने के लिए आया उसी दिन मूलरूप से राजस्थान और वर्तमान में लुधियाना की डिवीजन नंबर-3 स्थित चर्च के पास रहने वाला शाम सुंदर उससे मिलने आया और 6:25 तक उसके साथ रहा। पुलिस ने शक के आधार पर शाम सुंदर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मल्टीनेशनल कंपनी में सेल्स मैनेजर के रूप में काम करता है। वह फतेहदीप का दोस्त है।

इसी दौरान सीआइए स्टाफ टीम को गांव जवद्दी खुर्द में सैलून का काम करने वाले भवनीत सिंह मिक्की की फतेहदीप के साथ मुलाकात की जानकारी भी मिली। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने फतेहदीप को चार सिम उपलब्ध करवाए थे। यह सिम उसने हरमिंदर सिंह सोनी नाम के एक शख्स से लिए थे। लुधियाना के दुगरी थाना में हरमिंदर सिंह के खिलाफ अवैध ढंग से सिम उपलब्ध करवाने के आरोप में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वह दूसरे राज्यों से लुधियाना आने वाले श्रमिकों की पहचान (आइडी) का इस्तेमाल करके पर सिम बेचता था।

गैंगस्टर लंडा ने की थी फंडिंग, आइईडी लगाकर हरिके में छुपे आतंकी

सूत्रों के अनुसार कनाडा में बैठे गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा ने इस साजिश के लिए फंडिंग की थी। आइईडी लगाने के बाद हरपाल और फतेहदीप गांव हरिके में आतंकी राजिंदर कुमार बाऊ के घर रुके थे। इसके बाद तीनों लुधियाना होते हुए दिल्ली पहुंचे। पुरानी दिल्ली स्टेशन से राजिंदर सिंह बाऊ को शिरडी की ट्रेन में बैठाने के बाद हरपाल और फतेहदीप दुबई जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए, लेकिन वहां पकड़े गए। इसके बाद पुलिस ने बाऊ को शिरडी में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।

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