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Punjab Weather News: गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, 55 साल में पहली बार लगातार 30 दिनों तक चली लू; बिगड़ रही लोगों की सेहत

पूरे देश में इन दिनों रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ रही है। पंजाब में पड़ रही भीषण गर्मी (Punjab Weather News) ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 55 साल में पहली बार लगातार इतने दिनों तक लू चली है। भीषण गर्मी की वजह से लोगों को कई तरह की बीमारियों से भी जुझना पड़ रहा है।

By Asha Rani Edited By: Rajiv Mishra Updated: Thu, 20 Jun 2024 09:31 AM (IST)
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पंजाब में पड़ रही है रिकॉर्डतोड़ गर्मी
आशा मेहता, लुधियाना। इस साल लू और भीषण गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले एक महीन से शहर तप रहा है और गर्म हवाओं के थपेड़े शहरवासियों को झुलसा रहे हैं। शहर में 15 मई से लू शुरू हुई थी, जो अब तक जारी है।

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के मौसम विभाग के अनुसार 55 साल में पहली बार शहर में लगातार लंबे समय तक लू चली है। इसका जनजीवन व पर्यावरण पर व्यापक असर भी पड़ा।

इस साल लगातार 30 दिनों तक लू चली और पूर्वानुमान के अनुसार आगे भी जारी रह सकती है, जबकि पूर्व के वर्षों में मई मध्य से जून मध्य के दौरान 15 से 20 दिन ही लगातार लू चली है।

मई में ही शुरू हो गई थी भीषण गर्मी

पीएयू के मौसम विभाग की वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. केके गिल के अनुसार इस साल भीषण गर्मी की शुरुआत मई के दूसरे सप्ताह से ही हो गई थी। 15 मई से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जाना शुरू हो गया था और लू भी चलने लगी थी। मई में तापमान 42 से 46 डिग्री के बीच रहा।

जून में भी यही स्थिति बनी हुई है। रिकार्ड के मुताबिक 15 मई से 19 जून के दौरान केवल तीन दिन पांच, छह व सात जून को तापमान 38 से 39 डिग्री के बीच रहा। बाकी अन्य सभी दिनों में 42 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच ही दर्ज किया गया।

तापमान लगातार सामान्य से पांच से सात डिग्री अधिक रहा

हालांकि मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार 12 मई से 19 जून तक तापमान लगातार 42 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा हैं। डॉ. गिल के अनुसार जून का सामान्य तापमान 38 डिग्री सेल्सियस है।

उस लिहाज से देखा जाए तो जून में दिन का तापमान लगातार सामान्य से पांच से सात डिग्री अधिक रहा। 40 डिग्री से अधिक तापमान होने पर लू की स्थिति बन जाती है। ऐसा पहले के सालों में कभी भी नहीं देखने को मिला।

कभी भी 20 से अधिक दिनों तक लगातार नहीं चली लू

पीएयू के पास वर्ष 1970 से मौसम का रिकार्ड है। उस रिकार्ड के मुताबिक कभी भी 20 से अधिक दिनों तक लगातार लू नहीं चली और न ही लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान रहा। वर्ष 1995 में 28 मई से 16 जून तक तापमान 40 डिग्री से अधिक रहा और लू चली थी।

वहीं वर्ष 1996 में 30 मई से 18 जून तक लगातार लू चली। वर्ष 2019 में 27 मई से 14 जून के दौरान 19 दिनों तक लू की स्थिति बनी रही थी और तापमान 40 डिग्री से अधिक रहा था। वर्ष 2022 में 30 मई से 14 जून तक केवल 17 दिनों तक लू चली।

बड़ी बात यह भी है कि पूर्व के वर्षों में कई दिनों तक लगातार लू चली थी, लेकिन उस दौरान पश्चिमी विक्षोभ की वजह से वर्षा होने के बाद दोबारा तापमान नहीं बढ़ा और न ही लू चली, लेकिन इस साल पांच जून को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ और आठ जून तक उसका असर रहा।

इससे तापमान कम रहा, लेकिन आठ जून से पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव खत्म होते ही जिले में फिर से लू चलनी शुरू हो गई, जो अभी तक जारी है।

सूख गए पेड़, भूजल का इस्तेमाल बढ़ा

डॉ. केके गिल ने कहा कि मौसम में आए इस बदलाव की वजह कहीं न कहीं क्लाइमेट चेंज और हरियाली में आई कमी है। हरे भरे पेड़ लगातार कम हो रहे हैं। इसके साथ ही डीजल-पेट्रोल पर चलने वाले वाहनों की संख्या में भी तेजी से इजाफी हुआ है।

एक महीने तक लगातार लू व अत्याधिक तापमान का असर लोगों की सेहत के साथ साथ कृषि व पर्यावरण पर भी पड़ा है। इस बार कई जगहों पर देखने को मिल रहा है कि तपिश की वजह से सड़कों के किनारे व अन्य जगहों पर लगे पेड़ पौधे सूख गए।

वर्षा न होने से भूजल का इस्तेमाल भी बढ़ा है। गर्मी से पानी की खपत भी बढ़ी है। इसके अलावा बिजली व्यवस्था पर भी इसका प्रभाव पड़ा है।

लू से बिगड़ रही लोगों की सेहत

शहर के चिकित्सकों के अनुसार लू की वजह से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ी हैं। इसमें लू की वजह से लोगों को हीट स्ट्रोक, ब्रेन स्ट्रोक, बुखार, डायरिया के साथ-साथ आंखों व त्वचा से संबंधित रोग 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़े हैं।

सेहत विभाग की ओर से भी लू से बचाव के लिए एक महीने में तीन बार एडवाइजरी जारी की जा चुकी है और शहर के लोगों को दोपहर 12 से शाम पांच बजे तक धूप में जाने से बचने की सलाह दी गई है। धूप में निकलने पर तरल पदार्थों के ज्यादा से ज्यादा सेवन के लिए कहा गया है।

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