Punjab Weather Update: रुक-रुक कर हो रही बारिश ने पंजाब को भिगोया, 20 सितंबर तक वर्षा की संभावना
मौसम केंद्र चंडीगढ़ के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने कहा कि तीन दिन से रुक-रुक कर हो रही वर्षा से किसानों को फायदा है। उन्हें अपनी धान की फसल सींचने के लिए भूजल का इस्तेमाल नहीं करना पड़ रहा। राज्य में 20 सितंबर तक हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। पीएयू के डायरेक्टर एक्सटेंशन डा. जीएस बुट्टर के अनुसार धीमी वर्षा धान व बासमती के लिए नुकसानदायक नहीं है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना: अगस्त में पूरी तरह से सूखा रहने के बाद मानसून के बीच पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से सितंबर के तीसरे सप्ताह से पंजाब में रुक-रुक कर वर्षा जारी है। मानसून ने रविवार को तो कुछ जिलों को छोड़कर पूरे पंजाब को दिन भर भिगोया।
वर्षा से उमस से राहत रही, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से पांच से सात डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। लुधियाना, नवांशहर में तो दिन व रात के तापमान में केवल एक डिग्री सेल्सियस और होशियारपुर, रूपनगर, मुक्तसर, चंडीगढ़ में दिन व रात के तापमान में केवल दो डिग्री सेल्सियस का फर्क रहा। लुधियाना में अधिकतम 26.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
किसानों को फायदा
मौसम केंद्र चंडीगढ़ के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने कहा कि तीन दिन से रुक-रुक कर हो रही वर्षा से किसानों को फायदा है। उन्हें अपनी धान की फसल सींचने के लिए भूजल का इस्तेमाल नहीं करना पड़ रहा। राज्य में 20 सितंबर तक हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। वहीं, पीएयू के डायरेक्टर एक्सटेंशन डा. जीएस बुट्टर के अनुसार धीमी वर्षा धान व बासमती के लिए नुकसानदायक नहीं है।
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जिन जगहों पर धान में फ्लावरिंग भी हो गई है, वहां भी नुकसान नहीं है। उधर, फाजिल्का में वर्षा के साथ तेज हवा चलने के कारण जलालाबाद क्षेत्र में कुछ हिस्से में धान की फसल बिछी है, वहीं मुक्तसर में लगभग 20 एकड़ में नरमे (कपास) की फसल बिछ गई।