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पार्किंग का टेंडर बना मुसीबत, ज्यादा रेट और बोली कम लगने से रेलवे का निकला दम

पिछले टेंडरों का रेट मंहगा होने से कांट्रेक्टरों को घाटा होने और वर्षो से कांट्रेक्टर नहीं मिलने से रेलवे ने इस बार 20 प्रतिशत कम रेट में बोली करवाने को तैयार हुई है।

By Sat PaulEdited By: Updated: Tue, 27 Nov 2018 05:02 PM (IST)
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पार्किंग का टेंडर बना मुसीबत, ज्यादा रेट और बोली कम लगने से रेलवे का निकला दम

[लुधियाना, डीएल डॉन]  पार्किंग का टेंडर अधिकारियों के लिए मुसीबत बनी है। रेट ज्यादा और बोली कम लगने से रेलवे बेदम हो चुका है। तीन बार टेंडर खुलने के बाद भी कांट्रेक्टर रेल द्वारा निर्धारित रेट नहीं भर रहे जिससे बोली पेंडिंग हो जाती है। अब टेंडर धारकों का कहना है कि रेलवे ने पांच वर्ष खुद ही पार्किंग वसूली की है जिससे रेल अधिकारी उसके आधार पर रेट निर्धारित कर टेंडर कराएं, ताकि पार्किंग की बोली संभव हो जाए। फिरोजपुर रेल मंडल से मिली जानकारी के मुताबिक लुधियाना रेलवे पार्किंग बोली में भाग लेने के लिए 27 नवंबर से 27 दिसंबर तक टाइम फिक्स किया गया है।

पिछले टेंडरों का रेट मंहगा होने से कांट्रेक्टरों को घाटा होने और वर्षो से कांट्रेक्टर नहीं मिलने से रेलवे ने इस बार 20 प्रतिशत कम रेट में बोली करवाने को तैयार हुई है। रेलवे रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2015 में पार्किंग की समयसीमा खत्म हो गई। अब करीब तीन वर्ष से पार्किंग का वसूली रेल मुलाजिम कर रहे है। रेल आंकड़े बताते है कि वर्ष 2015 मई से पिछले तीन वर्ष के लिए लुधियाना स्टेशन पर एक अरब 83 लाख 26 हजार 962 रुपये का टेंडर हुआ था। इस बार रेलवे इस राशि से 20 प्रतिशत कम राशि में टेंडर देने को तैयार है। अब देखना है कि रेलवे पार्किंग टेंडर लेने के लिए 27 दिसंबर तक कितने आवेदन आते हैं और पार्किंग की बोली कितने राशि तक पहुंचती है।

अब तक करोड़ों रुपये का घाटा

लुधियाना रेलवे स्टेशन पार्किंग का टेंडर तीन वर्ष से नहीं होने से रेलवे को करोड़ों रुपये का घाटा हुआ। रेल अधिकारी बताते हैं कि वर्ष 2012 में पार्किंग की बोली हाई रेट पर हो गया, जिससे कांट्रेक्टर को भी घाटा हो गया। इसके चलते तीन वर्ष के दौरान नए कांट्रेक्टर भी बोली लगाने से डरते रहे हैं। अब बोली कम रेट में होगी, जिससे टेंडर हो जाएगी। अधिकारी बताते हैं कि पिछले आंकड़ों को देखते हुए रेलवे ने टेंडर रेट कम की है।

टेंडर भरने वालों का चेक होगा रिकार्ड

रेल अधिकारी बताते हैं कि रेलवे पार्किंग टेंडर के लिए आवेदक सही रिकाॅर्ड आवेदन में डाले। रेलवे में डाले गए आवेदनों पर गहन विचार-विमर्श होगा और रिकाॅर्ड चेक होने के बाद ही आवेदनकर्ता को टेंडर में शामिल किया जाएगा।

टेंडर जारी, जल्द लगेगी बोली

रेलवे स्टेशनों के पार्किंग बोली के बारे में फिरोजपुर रेल मंडल के डीआरएम विवेक कुमार का कहना है कि आवेदन करने की तारीख जारी हो चुकी है, समयसीमा पूरी होने के बाद बोली होगी। पहले भी टेंडर डालने के लिए नोटिस जारी किए थे, लेकिन आवेदन नहीं आने से टेंडर पेंडिंग हो गए। जिससे रेलवे वसूली करवा रही है। इस बार 20 प्रतिशत कम में टेंडर जारी होना है जिससे लोग जरूर टेंडर लेने के लिए पहुंचेंगे।

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