Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Weather News: लुधियाना में 7.2 मिलीमीटर वर्षा... 52 साल बाद तापमान आया 13 डिग्री नीचे, आज कोहरे की है संभावना

रविवार को लुधियाना में बादल पूरा दिन बरसे और सुबह पांच बजे से तेज हवाओं के बीच शुरू हुई वर्षा रात तक रुक-रुक कर जारी रही। इससे मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया। इस दौरान हवाएं चलने से ठिठुरन बढ़ गई और दिन का तापमान भी गिरा। इस दौरान 52 साल बाद चार फरवरी को दिन का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस से नीचे आया।

By Asha Rani Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Mon, 05 Feb 2024 07:27 AM (IST)
Hero Image
52 साल बाद लुधियाना का तापमान आया 13 डिग्री से नीचे (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Weather News: महानगर में रविवार को बादल पूरा दिन बरसे। सुबह पांच बजे से तेज हवाओं के बीच शुरू हुई वर्षा रात तक रुक-रुक कर जारी रही। इससे मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया। इस दौरान हवाएं चलने से ठिठुरन बढ़ गई और दिन का तापमान भी गिरा।

शहर में 7.2 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इस दौरान 52 साल बाद चार फरवरी को दिन का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। ज्यादातर लोग घरों में ही दुबके रहे। इसके चलते शहर के प्रमुख बाजार और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा।

52 साल में पहली बार 13 डिग्री नीचे आया तापमान

मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार वर्षा व हवाओं की वजह से दिन का तापमान सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं रात का तापमान सभी जिलों में सामान्य से दो से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक था।

मौसम विभाग के अनुसार 53 साल में पहली बार चार फरवरी को दिन का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस से नीचे आया है।

सोमवार व मंगलवार को ऐसा रहेगा मौसम

पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार सुबह कोहरा पड़ सकता है। सुबह पांच बजे से नौ बजे के दौरान कई जगहों पर बीस मीटर से कम दृश्यता रह सकती है।

इसके बाद सुबह दस से ग्यारह बजे तक दृश्यता दो सौ मीटर के बीच रहने की संभावना है। दोपहर में हल्की धूप निकल सकती हैं। मंगलवार से मौसम पूरी तरह से साफ होने की संभावना जताई गई है।

टूटी सड़कें बढ़ा रहीं परेशानी

रविवार को वर्षा से शहर की उन सड़कों का और बुरा हाल हो गया, जो पहले से ही क्षतिग्रस्त थीं। फरवरी में वर्षा से कई स्थानों पर सड़कें धंस गईं या फिर उनके ऊपर डाला गया प्रीमिक्स उखड़ गया। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारों का कहना है कि जब तक धूप पूरी तरह नहीं निकलती, इन सड़कों की मरम्मत नहीं हो सकती। खासकर शहर के बाहरी इलाकों में सड़कों का सबसे बुरा हाल है।

चंद माह पहले कई इलाकों में बनी सड़कों का भी बुरा हाल हो गया है। नगर निगम कमिश्नर संदीप ऋषि भी मानते हैं कि इस वर्षा से सड़कों पर असर पड़ा है। मौसम साफ होने के बाद ही मरम्मत की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि पैचवर्क आदि के लिए निगम के पास अपना प्लांट है, लेकिन वह वर्षा में नहीं चलता है। ज्यादा टूटी सड़क के लिए लुक बजरी प्लांट के शुरू होने का इंतजार करना होगा।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर