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पांच लाख से ज्यादा वाहनों की RC का रिकॉर्ड नहीं होगा ऑनलाइन दर्ज, होंगे 'High Security Number Plate' से रहित

अगर आपके टू व्हीलर या फिर फोर व्हीलर का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) परिवहन विभाग के पोर्टल वाहन-4 पर ऑनलाइन नहीं हुई है तो ऐसे वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लग पाएगी। विभाग ने आरसी को ऑनलाइन करने के सिस्टम को बंद कर दिया है। जिला लुधियाना में ऐसे पांच लाख से ज्यादा वाहन चालक है जिनके वाहनों की आरसी ऑनलाइन नहीं हुई हैं।

By Varinder RanaEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Sat, 16 Dec 2023 08:33 PM (IST)
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पांच लाख से ज्यादा वाहनों की आरसी का रिकॉर्ड नहीं होगा ऑनलाइन दर्ज
वरिंदर राणा, लुधियाना। 5 Lakh HSNP Will Not Install On Vehicle: अगर आपके टू-व्हीलर या फिर फोर-व्हीलर का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) परिवहन विभाग के पोर्टल वाहन-4 पर ऑनलाइन नहीं हुई है, तो जरा सावधान हो जाए। क्योंकि ऐसे वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लग पाएगी। विभाग ने आरसी को ऑनलाइन करने के सिस्टम को बंद कर दिया है।

जिला लुधियाना में ऐसे पांच लाख से ज्यादा वाहन चालक है, जिनके वाहनों की आरसी ऑनलाइन नहीं हुआ है। परिवहन विभाग का खामियाजा अब इन लोगों को उठाना होगा। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं होने के कारण ट्रैफिक पुलिस की तरफ से धड़ाधड़ चालान किए जा रहे है। इन वाहनों पर किसी हालत में हाई सिक्योरिटी प्लेट लगेगे नहीं।

पहले मैनुअली होता था रजिस्ट्रेशन का काम

गौरतलब है कि साल 2011 से पहले परिवहन विभाग ने वाहनों के रजिस्ट्रेशन का काम मैन्युअल तरीके से होता था यानी एक रजिस्टर पर दर्ज होता था। इसके बाद सरकार ने परिवहन विभाग में ऑनलाइन सिस्टम को लागू कर दिया। वाहन के रजिस्ट्रेशन का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन साथ ही हो रहा है। साल 2016 में सरकार ने परिवहन-4 सिस्टम को लागू कर दिया है। इसमें भी रिकॉर्ड ऑनलाइन साथ हो रहा है।

 इस दौरान किसी ने आम लोगों को यह सूचित नहीं किया कि अगर उनके वाहनों का रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं है तो उसे ऑनलाइन करवा लें। अब सरकार ने पुराने वाहनों के डाटा को ऑनलाइन करने के सिस्टम को बंद कर दिया है। इस सुविधा के बंद होने से जहां हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगेगी, वहीं वाहनों की खरीद फरोख्त करना भी संभव नहीं रहेगा।

साल 2019 से शुरू हो गई थी हाई सिक्योरिटी प्लेट

सरकार ने सभी वाहनों से पुरानी नंबर प्लेट को हटा कर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की योजना को लागू कर दिया है। बीते चार साल से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम चल रहा है। अगर जिला लुधियाना की बात करें तो यहां पर लगभग 26 लाख वाहन है, इसमें अभी तक 10 लाख वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम पूरा हो सका है।

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए वाहन का रिकॉर्ड ऑनलाइन होना जरूरी है। अगर किसी वाहन का रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं है तो उसे हाई सिक्योरिटी प्लेट नहीं लग सकती है। उधर सरकार ने पुराने डाटा को ऑनलाइन करने का काम बंद कर दिया है। सरकार के इस फैसले से लगभग पांच लाख वाहन चालक फंस गए है।

सरकार की गलती आम पब्लिक का क्या कसूर

चाहे किसी व्यक्ति अपना वाहन साल 2002 में लिया है 2010 में। वाहन खरीदते समय उसका पूरा रिकॉर्ड आरटीए विभाग के पास दिया था। इसके बाद ही वाहन को आरसी जारी की जाती थी। वाहन के संबंध में पूरा रिकॉर्ड आरटीए विभाग के पास है। विभाग की जिम्मेदारी है कि वह रिकॉर्ड को ऑनलाइन करें। इसमें आम पब्लिक दोबारा विभाग के जाकर चक्कर क्यों लगाए।

मेरे खुद के पास एक स्कूटर है, जिसकी आरसी स्मार्ट चिप ना होकर एक कॉपी है। वह इस पर हाई सिक्योरिटी प्लेट लगाने के लिए गए थे, डाटा ऑनलाइन नहीं होने के कारण प्लेट नहीं लगी। अब रिकॉर्ड ऑनलाइन भी हो रहा है। उनका वाहन कबाड़ हो गया। सरकार को चाहिए कि वह रिकॉर्ड को ऑनलाइन कर लोगों को राहत दे। उस समय तक हाई सिक्योरिटी प्लेट का चालान बंद करें।

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2016 से की जा रही थी लोगों से अपील

साल 2016 से लोगों को कहा जा रहा है कि वह अपने पुराने वाहनों के रिकॉर्ड को ऑनलाइन करवा लें। अब सात साल बीत जाने पर कोई काम नहीं करता है, तो सरकार का क्या कसूर है। बैकलॉग का कुछ लोग दूरप्रयोग करने लगे थे, सरकार बीएस 4 वाहनों पर पाबंदी लगा चुकी है।

कुछ बैकलॉग का सहारा लेकर बीएस 4 वाहनों को रजिस्टर करवा रहे है। इसके लिए पहले से जांच चल रही है। अगर कोई व्यक्ति अपने वाहन का डाटा ऑनलाइन करवाना चाहता है, तो उसे आरटीए दफ्तर जाना होगा। वहां पूरे मामले की जांच करने के बाद आवेदन पर विचार होगा।

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