Road Safety: कदम-कदम पर जान का जोखिम, लुधियाना में सड़कों के बीच खंभे बन रहे हादसों का कारण
Road Safety लुधियाना शहर में कदम-कदम पर जान का जोखिम बना हुआ है। दरअसल शहर में सड़कों के बीच खड़े खंभे हादसों का कारण बन रहे हैं। हालात यह हैं कि इनको लेकर अभी तक कुछ भी नहीं किया गया है।
By Dilbag SinghEdited By: DeepikaUpdated: Fri, 25 Nov 2022 08:31 AM (IST)
दिलबाग दानिश, लुधियाना। ब्लैक स्पाट, अवैध कट, तेज रफ्तार के कारण खून से सनी सड़कें रात को और भी खतरनाक हो जाती हैं। रात के समय नेशनल और स्टेट हाईवे पर ट्रक व ट्राला चालक सड़क किनारे वाहन खड़े कर देते हैं। इन वाहनों में न रिफ्लेक्टर लगे होते हैं और न पार्किंग लाइट्स होती हैं। पीछे से आते तेज रफ्तार वाहन कई बार इन ट्रकों से भिड़ जाते हैं। ऐसे ट्रक अब तक सैकड़ों लोगों की जान ले चुके हैं।
रात के समय नेशनल और स्टेट हाईवे पर क्यों इतनी दुर्घटनाएं होती हैं, दैनिक जागरण के संवाददाताओं ने रात को सड़क पर उतर कर कारणों की पड़ताल की। यहां से गुजरने वाली 5 प्रमुख सड़कों पर 56 किलोमीटर सफर कर दुर्घटनाओं के कारणों और एनएचएआइ, पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की खामियों को उजागर किया।
पड़ताल में यह भी सामने आया कि कई स्थानों पर डायवर्जन के लिए सड़क पर बीचों-बीच पत्थर रख दिए गए हैं। कमिश्नरेट पुलिस ने कुछ समय पहले सड़क पर वाहन पार्क करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया था। करीब 15 चालकों के खिलाफ केस भी दर्ज किए गए थे। यह अभियान कुछ दिन ही चला और उसके बाद ठप हो गया।
जल्द ही धुंध लोगों की परेशानी बढ़ाने वाली है। खासकर वाहन चालकों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। सड़कें धुंधली दिखने लगेंगी। धुंध से वाहन चालकों को बचाने के लिए जो प्रबंध होने चाहिए वे अब तक अधूरे हैं। यह भी कह सकते हैं कि धुंध से पहले बचाव के प्रबंध किए ही नहीं गए हैं। सड़कों और पेड़ों पर अब तक सफेद रंग का पेंट तक नहीं किया गया है ताकि धुंध में वाहन चालकों को सड़क का सही अनुमान हो पाए।
सड़कों के किनारे झाड़ उगे हुए हैं। ब्लैक स्पाट या ब्लाइंट स्पाट पर कहीं भी रिफ्लेक्टर या रेडियम टेप नहीं लगे हैं। शहर में कई सड़कों पर बीच में खंभे खड़े हैं। इनसे पहले भी कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस ने निगम को इन खंभों को हटाने के निर्देश दिए थे। इंमरजेंसी व स्कूल वाहनों की सुरक्षा के इंतजाम करने के आदेशों पर भी प्रभावशाली तरीके से काम नहीं हुआ है। दैनिक जागरण की ओर से शुरू किए गए महाअभियान के तहत पहले दिन के समय पंजाब की 7476 किलोमीटर सड़कों का आडिट किया गया और अब रात को रियलिटी चेक किया।
धुंध में रात के समय हाईवे पर खड़े वाहन सड़क हादसों का कारण बनते हैं और उन्हें वहां से हटाने के लिए पुलिस या प्रशासन द्वारा कोई इंतजाम नहीं किया जाता है। इतना ही नहीं पुलिस भी दिन के समय कई जगह नाके लगाती है लेकिन चेकिंग खत्म होने के बाद बैरिकेडिंग वहीं छोड़ देती है। हमारी टीम जिले में रियलिटी चेक करने निकली तो कई जगह ऐसी अनियमितताएं पाई गईं।जालंधर-पानीपत नेशनल हाईवे पर जगह-जगह ट्रक और ट्राले रात को खड़े कर दिए गए थे। इनकी पार्किंग लाइट्स नहीं जलाई गई थीं, रिफ्लेक्टर भी नहीं लगे थे। कुछ जगह तो नेशनल हाईवे और सर्विस लेन के बीच में ट्रक और बड़े ट्राले पार्क कर दिए गए थे। कुछ दिन पहले ही यहां बड़ा हादसा हुआ था।
लुधियाना-दिल्ली नेशनल हाईवे पर हालात में कोई सुधार नहीं है। यहां भी जगह-जगह ढाबों के पास सड़के से सटे ट्रक और ट्राले खड़े रहते हैं। इसी सड़क पर ढंडारी पुल के पास सड़क पर ट्रक खड़े रहते हैं जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस सड़क पर भी बड़ी संख्या में वाहन आवाजाही करते हैं।फिरोजपुर रोड पर एलिवेटिड रोड का निर्माण हो रहा है। जगह-जगह डायवर्जन हैं। डायवर्जन के लिए कई स्थानों पर पत्थर रखे गए हैं। रात को कई बार यह पत्थर दिखते भी नहीं हैं। शहर से बाहर निकलते ही अधिकतर वाहन रात को बिना रिफ्लेक्टर लगाए ही सड़क पर दौड़ रहे होते हैं।
मालेरकोटला की तरफ जाने वाले स्टेट हाईवे पर भी रात का सफर खतरे से खाली नहीं है। नेशनल हाईवे की तरह यहां पर भी रात को ढाबों के बाहर सड़क पर ट्रक खड़े कर दिए जाते हैं। कई स्थानों पर पेट्रोल पंपों के पास भी सड़क किनारे कई ट्रक खड़े कर दिए गए थे। इसे हादसे का अंदेशा बना रहता है।लुधियाना से चंडीगढ़ की तरफ जाने वाला यह नेशनल हाईवे रात के समय और भी खतरनाक हो जाता है। फोकल प्वाइंट इलाके में नेशनल हाईवे पर रात को भी ट्रक और ट्रालों की लंबी कतार लग जाती है। इस कारण यहां अकसर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इन्हें कभी हटाने की जहमत नहीं उठाई गई।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पहले भी हो चुकी हैं दुर्घटनाएं
- इस साल छह अगस्त को चीमा चौक पुल पर एक कार सड़क के बीच में खड़े ट्रक से टकरा गई थी। कार में सवार चार लोग घायल हो गए थे। सड़क की बीच खड़ा ट्रक कार चालक को बहुत पास पहुंचने पर दिखा। जब तक उसने कार रोकने की कोशिश की ट्रक से टक्कर हो गई।
- बीती एक नवंबर बस्ती जोधेवाल के पास सड़क के बीच में खड़े ट्रक से जालंधर की तरफ से आ रही बोलेरो कार टकरा गई थी। हादसे में दो युवकों की मौत हो गई थी। पुलिस को भी हादसे का पता सुबह चला था। युवक जम्मू में एक सड़क निर्माण कंपनी में काम करते थे और गुरुग्राम जा रहे थे।
सड़क पर वाहन पार्क करने वालों पर होगी कार्रवाई
डीसीपी वरिंदर बराड़ का कहना है कि सड़कों पर वाहन खड़ा करने वालों पर कार्रवाई करते हैं। इस अभियान को और तेज किया जाएगा। धुंध का समय आने वाला है। सड़क पर वाहन खड़ा करने वालों पर केस दर्ज किए जाएंगे। ट्रैफिक पुलिस की ओर से वाहनों पर रिफ्लेटर और रेडियम टेप लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है।सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशु
नेशनल हाईवे के दोनों ओर रेलिंग लगाई जानी थी ताकि बेसहारा पशु सड़क पर न आएं। रेलिंग अब तक नहीं लग पाई है। अकसर पशु सड़क पर आ जाते हैं, जिससे हादसों का खतरा बना रहता है। इन पशुओं को गोशाला पहुंचाने की मुहिम भी ठप पड़ी है। प्रशासन भी इन पशुओं को रेडिमय टेम की बेल्ट नहीं पहना पाया है।निगम जोन-1
- सुंदर नगर पुली 7-8 के पास बिजली का खंभाl
- सुंदर नगर पुली बस्ती जोधेवाल चौक के पास बिजली का खंभा l
- शिवपुरी चौक में भी बिजली के खंभे से खतरा है l
- जोधेवाल चौक में बिजली के खंभे से हादसा हाे सकता है l
- डिवीजन नंबर-3 चौक में बिजली का ट्रांसफार्मर l
- किंग पैलेस नजदीक जैन अस्पताल के पास खंभा
जोन-2
- एटीआइ कालेज गेट के पास बिजली के खंभे l
- अरोड़ा पैलेस चौक की लाइटों के बीच भी है खंभा l
- यहीं पर मंदिर के पास एक खंभे से है हादसे का खतरा l
- गिल नहर पुल से जीएनई कालेज को जाते दो खंभे, एक ट्रांसफार्मर l
- गिल नहर पुल से गिल चौक तक दोनों ओर बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर।
जोन-3
- डीएमसी रोड पर भी है बिजली का खंभा l
- पीएयू गेट नंबर-4 साइट चौक में भी बिजली का पोलl
- घुमारमंडी चौक में एक ट्रांसफार्मर भी है खतरनाकl
- कमिश्नर पुलिस की कोठी के बाहर बिजली का खंभा l
- सग्गू चौक के बीच बिजली का खंभाl
- सराभा नगर मार्केट में सड़क के बीच बिजली का खंभा l
- माडल टाउन मोर मोटर के रोड पर बिजली का खंभा।
जोन-4
- ताजपुर रोड को जाती सड़क पर बिजली का ट्रांसफार्मर l
- बाजड़ कट से मेहरबान की तरफ सड़क के दोनों ओर बिजली के खंभों से बना रहता है खतरा।