Move to Jagran APP

Mattewara Textile Park Project: पंजाब सरकार का बड़ा फैसला, जनविरोध के बाद मत्तेवाड़ा टेक्सटाइल पार्क बनाने का फैसला रद

Breaking News लुधियाना के मत्तेवाड़ा में टेक्सटाइल पार्क नहीं बनेगा। साेमवार काे पब्लिक एक्शन कमेटी के साथ सरकार की बैठक में यह फैसला किया गया। रविवार काे मत्तेवाड़ा जंगल को बचाने के लिए पब्लिक एक्शन कमेटी ने धरना दिया था।

By Vipin KumarEdited By: Updated: Mon, 11 Jul 2022 12:27 PM (IST)
Hero Image
Breaking News: पंजाब के सीएम भगवंत मान।
जेएनएन, चंडीगढ़/लुधियाना। दो हफ्ते पहले पंजाब विधानसभा में आए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर लुधियाना के मत्तेवाड़ा जंगल के पास टेक्सटाइल पार्क बनाने का जोरदार समर्थन करने वाले मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज पब्लिक एक्शन कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक में घोषणा की कि राज्य के जंगलों और जल स्रोतों को बचाने के लिए मत्तेबाड़ा के निकट प्रस्तावित जगह पर कोई औद्योगिक यूनिट नहीं लगेगी। उन्होंने कमेटी के सदस्यों से कहा कि न सिर्फ मत्तेवाड़ा बल्कि राज्य की किसी भी नदी के किनारे कोई औद्याेगिक इकाई नहीं लगेगी ताकि पानी के प्रदूषण को रोका जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की ओर से बनाए जा रहे इस प्रोजेक्ट के सभी पक्षों की जाने बगैर एक हजार एकड़ जमीन टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने के लिए ले दी। उन्होंने कहा कि यह प्रस्तावित जगह सतलुज के किनारे मत्तेवाड़ा के जंगलों के पास है।

इस प्रोजेक्ट से राज्य के वातावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को राज्य सरकार ने पूरी तरह से नजर अंदाज कर दिया। भगवंत मान ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से न सिर्फ वृक्ष काटे जाने थे बल्कि नदी के पानी को भी प्रदूषित किया जाना था।

मान ने कहा कि सत्ता में आने के बाद उन्होंने इस प्राेजेक्ट का गहराई से अध्ययन किया और पाया कि इससे इलाके के वातावरण का संतुलन बिगड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस प्रस्तावित पार्क के लि कहीं और जमीन देने को तैयार है पर शर्त यह होगी कि इससे राज्य का पानी प्रदूषित न हो।

काबिलेगौर है कि मत्तेवाड़ा के पास टेक्सटाइल पार्क बनाने के लिए सरकार ने एक हजार एकड़ जमीन दी थी लेकिन विभिन्न पर्यावरणविदों, किसान संगठनों और राजनीतिक पार्टियों के लोगों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दस जुलाई को सभी ने वहां पक्का मोर्चा लगाने का ऐलान कर दिया तो मुख्यमंत्री ने उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया। बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने यहां लगने वाले प्रस्तावित टेक्सटाइल पार्क प्रोजेक्ट को रद कर दिया।

इंटरनेट मीडिया पर ट्रेंड हो रहा रहा था ‘सेवमत्तेवाड़ाफोरेस्ट’

रविवार को जहां बड़ी संख्या में लोग मत्तेवाड़ा जंगल के पास अपना विरोध दर्ज करवाने पहुंचे थे वहीं इंटरनेट पर भी विरोध में पोस्ट डालीं थी। इंटरनेट पर पूरा दिन ‘सेवमत्तेवाड़ाफोरेस्ट’ ('Sevamattewada Forest' हैशटैग ट्रेंड होता रहा। इसमें कोई बुड्ढा दरिया जैसे प्रदूषण का मुद्दा उठा रहा था तो कोई इंडस्ट्री लगने से दरिया का पानी दूषित होने की बात कह रहा था।

यह भी पढ़ें-Misdeed Case: लुधियाना के पूर्व MLA सिमरजीत बैंस ने मुंह छिपाकर 4 साथियाें के साथ किया सरेंडर, कई दिनाें से चल रहे थे फरार

Koo App
ਪੰਥ ਅਤੇ ਪੰਜਾਬੀਅਤ ਦੇ ਜਜ਼ਬੇ ਸਾਹਮਣੇ ਇੱਕ ਅਹਿਮਕਾਨਾ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਮੱਤੇਵਾੜਾ ਦੀ ਪਾਵਨ ਤੇ ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਧਰਤੀ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਤ ਕਰਨ ਦੀ ਜ਼ਿੱਦ ਨਹੀਂ ਪੁੱਗੀ। ਜਿਸ ਧਰਤੀ ਦਾ ਕਣ-ਕਣ ਸਿੱਖ ਇਤਿਹਾਸ ਅਤੇ ਜਜ਼ਬੇ, ਖ਼ਾਸ ਕਰਕੇ ਦਸਮੇਸ਼ ਪਿਤਾ ਦੀ ਅਲੌਕਿਕ ਰੂਹਾਨੀਅਤ ਤੇ ਬੇਮਿਸਾਲ ਕੁਰਬਾਨੀਆਂ ਦੀ ਗਾਥਾ ਗਾਉਂਦਾ ਹੈ, ਉਸ ਧਰਤੀ ਉੱਤੇ ਅਜਿਹੇ ਪ੍ਰਾਜੈਕਟ ਲਾਉਣ ਦਾ ਖ਼ਿਆਲ ਵੀ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਆ ਸਕਦਾ ਹੈ- ਇਸ ਸਵਾਲ ਦਾ ਜਵਾਬ ਅਜੇ ਵੀ ਨਹੀਂ ਆਇਆ। ਫ਼ਿਰ ਵੀ ਸਮੁੱਚੇ ਖ਼ਾਲਸਾ ਪੰਥ ਤੇ ਸਮੂਹ ਪੰਜਾਬੀਆਂ ਨੂੰ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਦੀ ਜੁੰਡਲੀ ਦੀ ਇਸ ਹਾਰ, ਅਤੇ ਪੰਥਕ ਜਜ਼ਬੇ ਤੇ ਵਿਰਸੇ ਦੀ ਜਿੱਤ ’ਤੇ ਲੱਖ ਲੱਖ ਵਧਾਈ। - Sukhbir Singh Badal (@sukhbir_singh_badal) 11 July 2022

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।