'हमसे तो कहा था पटाखा है', शिवसेना नेता के घर बम फेंकने वाले आरोपितों का खुलासा; 5000 में दिया था वारदात को अंजाम
लुधियाना में शिवसेना नेता के घर पर पेट्रोल बम से हमला करने वाले चारों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। महानगर पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस की टीमों ने 70 कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद आरोपितों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें पेट्रोल बम की जगह पटाखा बम बताया गया था।
अशवनी पाहवा, लुधियाना। शिवसेना नेता के घर पर पेट्रोल बम से हमला करने वाले गिरफ्तार चारों आरोपितों के साथ पुलिस की टीमों ने बुधवार को गहनता से पूछताछ की। महानगर पुलिस व काउंटर इंटेलिजेंस की टीम 70 कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद आरोपितों को पकड़ने में कामयाब हुई है।
मॉडल टाउन में शिवसेना नेता गुरकीरत खुराना के घर पर हुए हमले के बाद वारदात को अंजाम देने वाले हमलावरों की बाइक का नंबर निकाला और उसे सेफ सिटी कैमरों की मदद से नवांशहर आरोपितों के ठिकानों तक पहुंची।
5-7 हजार रुपये में बम फेंकने को तैयार हो जाते हैं आरोपित
पुलिस ने सबसे पहले आरोपित रविंदरपाल सिंह उर्फ रवि व अनिल को काबू किया। इसके बाद पुलिस ने बाकी के दो अन्य आरोपित मनीष व जसविंदर को दबोचा। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से वारदात को अंजाम देने के दौरान इस्तेमाल बाइक व 2 मोबाइल फोन बरामद किए। वहीं, उनका एक साथी लवप्रीत पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।यह भी पढ़ें- पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई, शिवसेना नेता के घर पर पेट्रोल बम फेंकने वाले आरोपितों को 72 घंटे के अंदर दबोचाआरोपित नशा करने के आदी हैं और महज 5-7 हजार रुपये में बम फेंकने का काम करते थे। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्हें पेट्रोल बम की जगह पटाखा बम बताया गया था। उन्हें सिर्फ ये बताया जाता था कि यह बम कब और कहा फेंकना है। आरोपितों ने शुरुआती पूछताछ में कबूला कि उन्होंने फिलहाल अभी दो वारदातों को अंजाम दिया है। बाकी वारदातों के आदेश उन्हें बब्बर खालसा इंटरनेशनल के हरजीत सिंह लाडी के खास मनीष के जरिए ही मिलते हैं।
इंटरनेट मीडिया पर एक्टिव नेताओं को बनाते थे निशाना
उल्लेखनीय है कि शिवसेना नेता के आवास पर पेट्रोल बम से हमला करने वाले चार आरोपितों को पुलिस ने एक दिन पहले पकड़ा है। उन्हें अदालत में पेश कर सात दिनों के रिमांड पर लिया है। थाना मॉडल टाउन की पुलिस ने आरोपितों से दिनभर पूछताछ की और वारदात के दौरान आने और जाने का रोड मैप भी बनाया, ताकि हकीकत सामने आ सके। साथ ही इस मामले में संलग्न अन्य व्यक्तियों पर भी शिकंजा कसा जा सके।
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल ग्रुप इंटरनेट मीडिया पर एक्टिव रहने वाले नेताओं को सबक सिखाने के लिए और उन्हें डराने के लिए हरजीत सिंह लाड़ी की तरफ से उन्हें आदेश जारी होता था। जिसके बाद ही वह वारदात को अंजाम देते थे।
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