Coronavirus Effect: पंजाब में कोविड-19 के चलते ट्रेनों की रफ्तार धीमी, यूपी-बिहार से नहीं आ रहे श्रमिक
Coronavirus Effect पंजाब में काेराेना की मार अब ट्रेनाें पर पड़ रही है। होजरी इकाइयों के मैनेजर व प्रतिनिधियाें का कहना है कि बोर्ड लगाने के बावजूद कारीगर नहीं मिल रहे हैं जिससे होजरी में प्रोडक्शन बाधित हो रहा है।
लुधियाना, [डीएल डॉन]। पंजाब में कोविड-19 के चलते ट्रेनों का परिचालन कम होने से श्रमिकों का आना कम पड़ गया है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान उद्याेगपितयाें काे उठाना पड़ रहा है। होजरी और फैक्ट्रियों में लेबर की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है। फैक्ट्रियों की तरफ से जगह-जगह लगाए बोर्डाें से साफ लग रहा है कि कारीगरों और लेबर की किल्लत है। होजरी बहुल क्षेत्रों में ट्रेलर ओवरलोड, फोल्डिंग कटर, मास्टर सुपरवाइजर और हेल्पर की जरूरत होने का बोर्ड लगाए गए है। राज्य में काेराेना के बढ़ते मामलाें के बाद दूसरे राज्य से आने वाले मजदूराें की तादाद कम हाे गई है।
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होजरी इंडस्ट्री में प्रोडक्शन हाे रहा बाधित
होजरी इकाइयों के मैनेजर व प्रतिनिधियाें का कहना है कि बोर्ड लगाने के बावजूद कारीगर नहीं मिल रहे हैं। जिससे होजरी में प्रोडक्शन बाधित हो रहा है। बहादुर के रोड स्थित गाबा होजरी के प्रतिनिधि अमृतपाल ने बताया कि उनके यहां कारीगराें की सख्त जरूरत है। इससे प्रोडक्शन पर असर पड़ रहा है। वहीं एके फैशन के एमडी ने कहा कि कोविड-19 के चलते एक वर्ष से काम कम हाे रहा है। प्रोडक्शन बाधित हाेने से आर्डर भी कम मिल रहे हैं। इससे उन्हें नुकसान झेलना पड़ रहा है।
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कारीगरों और लेबर की कमी
महानगर के सबसे ज्यादा होजरी इकाई बहादुर के रोड पर होने से यहां कारीगरों और लेबरों का ज्यादा बोर्ड लगा हुआ है। इसी तरह सुंदर नगर, कल्याण नगर, बाजवा नगर, सरदार नगर, माधोपुरी व न्यू माधोपुरी आदि इलाके में भी कारीगरों की जरूरत का बोर्ड लगा हुआ है।