Punjab News: कैप्टन के ओएसडी रहे संदीप संधू की मुश्किलें बढ़ी, विजिलेंस ने एक और घाेटाले की शुरू की जांच
Action Against Corruption संदीप संधू की परेशानियाें कम नहीं हाे रही है। अब विजिलेंस ने खेल किट और सरकारी वाटर प्यूरीफायर लगाने में हुए घाेटाले की जांच शुरू कर दी है। संधू पर पहले ही सोलर स्ट्रीट लाइटों के गबन का मामला चल रहा है।
By Dilbag SinghEdited By: Vipin KumarUpdated: Sat, 05 Nov 2022 03:33 PM (IST)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Action Against Corruption: पंजाब में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही कांग्रेस नेताओं पर विजिलेंस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। लुधियाना के विधानसभा हल्का मुल्लांपुर दाखा के प्रभारी रहे कांग्रेस नेता संदीप संधू के खिलाफ एक और गबन की जांच शुरू हुई है। संधू पूर्वन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ओएसडी रह चुके हैं। विजिलेंस ने कांग्रेस सरकार में खेल किट और सरकारी वाटर प्यूरीफायर लगाने में हुए घाेटाले की जांच शुरू कर दी है। संधू पर पहले ही सोलर स्ट्रीट लाइटों के गबन मामले में नामजद किया जा चुका है। विजिलेंस संधू की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
ब्लाक डिवेल्पमेंट विभाग से रिकार्ड तलब
बताया जा रहा है कि विजिलेंस की तरफ से इस संबंधी ब्लाक डिवेल्पमेंट विभाग से रिकार्ड तल्ब किया है। जिसमें पूछा गया है कि कितनी खेल किट बांटी गई हैं और कहां कहां पर आरओ लगे हैं। यही नहीं विजिलेंस की तरफ से पहले से दर्ज आपराधिक मामले में इस संबंधी जानकारी जुटानी शुरू कर दी है कि उनके द्वारा कहां कहां पर प्रापर्टी बनाई गई है और उनके रिश्तेदारों के पास कितना पैसा है। इसके लिए संधू के बैंक अकाउंट और लॉकर भी चेक किए जा रहे हैं।
सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने में हुआ था 60 लाख का गबन
एसएसपी रविंदरपाल सिंह संधू का इस संबंधी कहना है कि हम मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। बता दें कि विजिलेंस की तरफ से पिछले माह ही गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने को लेकर 60 लाख रुपये के गबन का मामला सामने आया था। इस मामले में विजिलेंस ने सतविंदर सिंह कंग बीडीपीओ सिधवां बेट ब्लाक, ब्लाक समिति चेयरमैन लखविंदर सिंह और ग्राम विकास अधिकारी तेजा सिंह सिधवां बेट को गिरफ्तार किया था, पूछताछ में हरप्रीत सिंह का नाम सामने आया था। हरप्रीत सिंह को पकड़कर उससे पूछताछ की गई तो कैप्टन संदीप संधू का नाम निकलकर सामने आया। संधू पर आरोप हैं कि उन्होंने चेक पास करवाने का दबाव बनाया और पैसे लिए थे।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।