Weather Update Punjab: लुधियाना और पटियाला में कल से तेज वर्षा के आसार, पढ़िए माैसम विभाग का अलर्ट
Weather Update Punjab पंजाब में कल से कई शहराें में तेज वर्षा का अलर्ट है। माैसम विभाग का कहना है कि सात अक्टूबर से 3 दिन तक बादल छाए रहने गरज के साथ छींटे पड़ने और बूंदाबांदी की संभावना है।
By Jagran NewsEdited By: Vipin KumarUpdated: Thu, 06 Oct 2022 08:25 AM (IST)
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Weather Update Punjab: पंजाब में एक बार फिर माैसम करवट बदल सकता है। मानसून की वापसी के बीच पंजाब में अब अगले कुछ दिनाें में ठंड दस्तक देने वाली है। पिछले एक सप्ताह से पंजाब में लोगों को तीखी धूप परेशान कर रही थी। हालांकि अब भी पंजाब के ज्यादातर जिलों में दिन का तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। राहत की बात यह है कि अब रात का तापमान धीरे-धीरे गिरने के बाद ठंड बढ़ने लगी है।
अगले दाे दिन कई शहराें में हाेगी बूंदाबांदी
हालांकि अब मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सात अक्टूबर से पंजाब में तीन दिन तक बादल छाए रहने, गरज के साथ छींटे पड़ने और बूंदाबांदी की संभावना है। अगले दो दिन लुधियाना, बरनाला, मानसा, संगरूर, मालेरकोटला, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला व मोहाली में बूंदाबांदी हो सकती है। नौ अक्टूबर को दोआबा व पूर्वी मालवा में आते जिलों होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, मोहाली, रूपनगर में वर्षा के आसार हैं। गाैरतलब है कि इस साल सितंबर में कम वर्षा रिकार्ड की गई है।
लुधियाना में सुबह-सुबह खराब होने लगी हवा की क्वालिटी
शहर में पिछले दो दिनों से हवा की क्वालिटी बिगड़ने लगी है। सुबह सुबह शहर के क़ई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स अब 200 के पार होने लगा है। वीरवार को भी शहर के ताजपुर रोड की तरफ एयर क्वालिटी इंडेक्स 215 के स्तर पर था। जिसकी वजह से लोगों की सांसों पर जोर बढ़ गया है। विशेषज्ञ इसकी वजह खेतो में जल रही पराली को बता रहे है। चंडीगड़ रोड, ताजपुर रोड के आसपास पड़ते गांवों में धुंआ उठने लगा है। वहीं उनका कहना है कि फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुंआ भी लोगों की सेहत को प्रभावित कर रहा है। उनका कहना है कि अक्टूबर मध्य के बाद हालात और बिगड़ सकते हैं।लोगों को सांस लेने में तकलीफ
शहर के ताजपुर रोड, टिब्बा रोड, भामिया, चंडीगढ़ रोड की तरफ सुबह सुबह प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ, छींके, एलर्जी की शिकायत काफी बढ़ गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हर साल अक्टूबर स्व दिसंबर के बीच खेतों में जलने वाली पराली की वजह से श्वास रोग काफी बढ़ जाते हैं और जो पहले से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस सहित सांस की अन्य बड़ी बीमारियों से पीड़ित है, उनकी हालत बिगड़ जाती है।
यह भी पढ़ें-Stubble Burning: पंजाब में धड़ल्ले से जल रही पराली, आबाेहवा हुई खराब; अमृतसर में सबसे ज्यादा मामले
यह भी पढ़ें-Cyber Crime In Ludhiana: साइबर अपराधियाें ने रिटायर्ड DFO से ठगे 7 लाख, कनाडा निवासी भतीजा बनकर की काॅल
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।