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Ludhiana News: 100 करोड़ रुपये के जुर्माने के बाद जागा निगम, अब पूरी तरह से साफ होगा ताजपुर डंप

लुधियाना के ताजपुर डंप को साफ करने का काम शुरू हो गया है जिससे निगम को राहत मिलेगी। इस काम के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत आए फंड का इस्तेमाल होगा। साथ ही 19 लाख टन कचरा हटाने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

By Jagran NewsEdited By: DeepikaUpdated: Fri, 14 Oct 2022 08:32 AM (IST)
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ताजपुर रोड स्थित मुख्य डंप। (जागरण फोटो)
वरिंदर राणा, लुधियाना। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की तरफ से बीते दिनों निगम को 100 करोड़ का जुर्माना ठोंकने के बाद अधिकारी जाग उठे हैं। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट में सुधार के लिए निगम ने ताजपुर रोड स्थित मुख्य डंप को साफ करने के लिए काम शुरू कर दिया है। निगम ने ताजपुर रोड स्थित मुख्य डंप से 19 लाख टन कचरा हटाने के लिए टेंडर जारी किया है। इसके लिए 32 माह का समय रखा गया है।

कंपनियों को दस नवंबर तक टेंडर में हिस्सा लेने का समय दिया गया है। टेंडर खुलने के बाद सबसे कम रेट देने वाली कंपनी को काम अलाट किया जाएगा। इससे पहले पांच लाख टन कचरा साफ करने का वर्क आर्डर अलाट किया जा चुका है। वह काम कंपनी इसी सप्ताह से शुरू कर देगी। मुख्य डंप साफ होने से निगम को बड़ी राहत मिलेगी। इस काम के लिए निगम स्वच्छ भारत मिशन के तहत आए फंड का इस्तेमाल करने जा रहा है।

एक दिन में घरों से निकलता है 1100 टन कचरा

खास बात है कि इसमें से 25 प्रतिशत कचरे से ईंधन बनाया जाएगा। वहीं 75 प्रतिशत कचरे को प्रोसेस कर शहर की निचले इलाकों में डाला जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक लुधियाना में घरों से एक दिन में 1100 टन कचरा निकलता है। इस कचरे के प्रबंधन के लिए निगम ने ताजपुर रोड स्थित मुख्य डंप पर 50 एकड़ जमीन रखी हुई है। शहर से निकलने वाले कचरे को पहले शहर में ही कई सेकेंडरी प्वाइंट्स पर इकट्ठा किया जाता है।

वहां से इस कचरे को सेग्रिगेट (गीला-सूखा अलग) कर सीधे ताजपुर डंप पर भेजा जाता है। पहले इस काम को एटूजेड कंपनी की तरफ से किया जा रहा था, लेकिन कचरा प्रबंधन को लेकर निगम और कंपनी के बीच लगभग तीन साल पहले विवाद शुरू हो गया था। इसके बाद कंपनी सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के काम से पीछे हट गई थी।

डंप से उठी आग, झोंपड़ी में सो रहे 7 लोगों की हुई थी मौत

15 अप्रैल 2022 को ताजपुर रोड स्थित कचरा डंप में आग लग गई थी। इस आग से डंप के पास एक झोपड़ी में भी आग लग गई थी। झोपड़ी में सो रहे सुरेश कुमार, उनकी पत्नी रोना रानी और पांच बच्चे राखी, मनीषा, चांदनी, गीता और सन्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद एनजीटी की टीम ने ताजपुर डंप को देखा था।

सर्वे में 21 लाख टन कचरा होने की रिपोर्ट

निगम ने साल 2021 में एक सर्वे करवाया था। इसमें पता चला था कि ताजपुर रोड के डंप पर इस समय 21 लाख टन कचरा जमा हो चुका है। स्मार्ट सिटी के तहत निगम ने सबसे पहले पांच लाख टन कचरा हटाने की योजना तैयार की गई थी। इसके लिए निगम ने 28.49 लाख रुपये का अलग से बजट रखा था। निगम ने इसका टेंडर जारी किया तो तीन कंपनियां सामने आई थी। सबसे कम बोली सागर मोटर ने 27.17 करोड़ रुपये की लगाई थी।

इस कंपनी को निगम ने वर्क आर्डर जारी किया था। यह कंपनी महाराष्ट्र से संबंधित थी। इसलिए वर्क आर्डर मिलने के बाद कंपनी ने अपनी मशीनरी को ट्रकों में भरकर लुधियाना शिफ्ट करने में दो माह का समय लगा दिया है। अब अलगे 15 दिन में यहां पर काम शुरू हो जाएगा।

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