मानसा में भाकिया उग्राहां ने लगाया धरना
किसान आंदोलन के तहत भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) द्वारा रेलवे लाइन पर धरना देकर चार घंटे रेल आवागमन ठप किया गया।
संस मानसा: किसान आंदोलन के तहत भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) द्वारा रेलवे लाइन पर धरना देकर चार घंटे रेल आवागमन ठप किया गया।
जिलाध्यक्ष राम सिंह भैणीवाघा ने कहा कि दिल्ली मोर्चे के साथ-साथ पंजाब में लोगों को संघर्ष के लिए और मजबूती से लामबंद करने के लिए 21 फरवरी को बरनाला में बड़ी किसान-मजदूर रैली की जा रही है। जिला महासचिव इंद्रजीत सिंह झब्बर ने कहा कि कानून रद होने तक संघर्ष जारी रहेगा। यहां जगदेव सिंह भैणीवाघा, सुखपाल सिंह गोरखनाथ, मेजर सिंह गोबिदपुरा, साधू सिंह अलीशेर, मलकीत सिंह कोटधरमू, जग्गा सिंह जट्टाणा, जुगराज सिंह मानसा, रानी कौर, सरोज रानी, नरिद्र कौर व मेघराज रल्ला मौजूद थे। रामा मंडी में रामसरा रेलवे फाटक पर धरना भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर की अगुआई में सैकड़ों किसानों ने रामा मंडी में दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक रामसरा रेलवे फाटक के नजदीक रेलवे लाइनों पर धरना दिया। उन्होंने कहा कि कृषि विरोधी कानूनों को रद करवाने के किसानों को जितना लंबा संघर्ष करना पड़ा वह करेंगे। यहां मुख्तयार सिंह, महिमा सिंह, दविदर सिंह, जैमल सिंह, जगसीर सिंह, लखवीर सिंह, बूटा सिंह आदि मौजूद थे। किसानों ने चार घंटे ट्रैक पर लगाया धरना भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर वीरवार को बठिडा-जींद रेलवे लाइन पर गांव भाई बख्तौर, बठिडा-अंबाला रेलवे लाइन पर भुच्चो मंडी, बठिडा-फिरोजपुर रेलवे लाइन पर गोनियाना मंडी और बठिडा-बीकानेर रेलवे लाइन पर स्थित संगत मंडी में 12 से चार बजे तक रेल लाइनों पर धरना दिया गया। इसके अलावा बठिडा में मुल्तानिया ओवरब्रिज के पास विभिन्न किसान संगठनों की तरफ ने भी चार घंटे रेलवे लाइनों पर धरना लगाया। बीकेयू के जिला नेता हरजिदर बग्गी तथा मोठू सिंह कोटडा ने कहा कि लोगों की तरफ से राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे किसान संघर्ष के बावजूद मोदी सरकार की ओर से कृषि कानूनों को रद न करना इस बात की पुष्टि करता है कि केंद्र सरकार हर हालत में जन विरोधी कानून लागू करने के लिए अड़िग है।