'बाहरी राज्यों के युवाओं को नौकरियां देकर पंजाब को धोखा दे रहे CM', मानसा में बोले SAD चीफ सुखबीर बादल
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधा है। सुखबीर बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान अरविंद केजरीवाल के इशारे पर काम कर रहे हैं। बादल ने कहा कि बाहरी राज्यों के युवाओं को नौकरियां देकर मुख्यमंत्री पंजाब को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह नौजवानों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात है।
By Subash ChanderEdited By: Rajat MouryaUpdated: Wed, 13 Sep 2023 03:53 PM (IST)
बुढलाडा (मानसा), संवाद सूत्र। Sukhbir Badal On Bhagwant Mann शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि आम आदमी पार्टी सरकार ने हरियाणा और राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों में राजनीतिक लाभ लेने को पंजाब में बाहरी लोगों की भर्तियां खोल दी हैं। बीते मंगलवार की शाम को यहां यूथ अकाली दल के अध्यक्ष सरबजीत सिंह झिंझर द्वारा आयोजित यूथ मिलनी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब के नौजवानों की कीमत पर बाहरी लोगों की भर्ती का मार्ग प्रशस्त करने के लिए पंजाबियों के साथ-साथ पंजाब के इतिहास के साथ भी धोखा किया गया है।
सुखबीर बादल ने कहा कि यह मुख्यमंत्री भगवंत मान का नौजवानों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात है। मुख्यमंत्री अपने बॉस अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के इशारे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी ने देखा है कि हाल ही में मानसा में भर्ती किए गए सात सब-इंस्पेक्टरों में से छह हरियाणा से हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) द्वारा भर्ती किए गए 1370 लाइनमैनों में से 534 उम्मीदवार हरियाणा से तथा 94 राजस्थान से भर्ती किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग में 2022 में से भर्ती किए गए 68 पशु चिकित्सा निरीक्षकों में से 24 हरियाणा और 12 राजस्थान से थे। बिजली कंपनियों में कुल 500 पदों में से 150 बाहरी लोगों को जूनियर इंजीनियर के रूप में भर्ती किया गया। 300 बाहरी लोगों को स्वास्थ्य विभाग में रोजगार दिया गया है।
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'बेअदबी की घटनाओं की वृद्धि हुई है'
सुखबीर ने कहा कि कांग्रेस और आप पार्टी (AAP) ने अकाली दल पर बेअदबी का आरोप लगाकर उसे बदनाम करने के लिए मिलीभगत की। बेअदबी की सात घटनाओं के सात साल बाद चालान में एक भी अकाली नेता का नाम सामने नहीं आया है। उन्होने कहा कि बेअदबी की घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। ऐसी कई घटनाएं कांग्रेस और आप दोनों के कार्यकाल के दौरान हुई, लेकिन बलजीत सिंह दादूवाल और ध्यान सिंह मंड जैसे स्वयंभू नेताओं ने उनके खिलाफ आवाज नहीं उठाई। अब ये नेता भाजपा के हितों के लिए सेवा कर रहे हैं और शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) जैसी सिख संस्थाओं को कमजोर करने के प्रयासों के शामिल हो गए हैं।
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