India Canada Row: अब वीजा आवेदन को लेकर आया बड़ा अपडेट, आवेदन करने से पहले पढ़ लें ये खबर
India Canada Row Visa Update News भारत-कनाडा संबंधों में तनातनी के कारण इमीग्रेशन सेंटरों को नई समस्या से जूझना पड़ रहा है। कनाडा जाने के लिए आवेदन करने वाले लोग अब इसे लंबित रखने के लिए फोन कर रहे हैं। उन्हें डर है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए अगर दूतावास ने आवेदन अस्वीकार कर दिया तो भविष्य में उन्हें वीजा लगवाने में दिक्कत होगी।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Sun, 24 Sep 2023 02:18 AM (IST)
India Canada Row News: मोगा, जागरण संवाददाता। भारत-कनाडा संबंधों में तनातनी के कारण इमीग्रेशन सेंटरों को नई समस्या से जूझना पड़ रहा है। कनाडा जाने के लिए आवेदन करने वाले लोग अब इसे लंबित रखने के लिए फोन कर रहे हैं। इमीग्रेशन सेंटर संचालकों के मुताबिक, 40 प्रतिशत लोग आवेदन टालने का आग्रह कर चुके हैं।
वीजा आवेदन फाइल रद हुई तो होगी मुश्किलउन्हें डर है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए अगर दूतावास ने आवेदन अस्वीकार कर दिया तो भविष्य में उन्हें वीजा लगवाने में दिक्कत होगी। जानकार बताते हैं कि वीजा आवेदन फाइल एक बार रद होने पर बाद दोबारा लगाने में मुश्किल आती है।
भारत कनाडा के संबंध कब सही होंगेएक्सपर्ट इमीग्रेशन एंड एजुकेशन सर्विस के दिवांश गोयल का कहना है कि उनके पास रोज कई फोन सिर्फ हालात जानने के लिए आ रहे हैं। अच्छी बात है कि लोगों को विश्वास है कि ऐसे तनावपूर्ण हालात ज्यादा समय तक नहीं रहेंगे, इसीलिए वे वीजा आवेदन को सिर्फ कुछ समय के लिए लंबित रखना चाहते हैं। इनमें विद्यार्थी व पर्यटक वीजा वाले शामिल हैं।
कनाडा में पंजाबियों में चिंतामोगा के स्वतंत्रता सेनानी बाबा थम्मन सिंह के बेटे बिंदु बराड़ ने कनाडा से फोन पर बताया कि वर्तमान हालात को लेकर यहां रह रहे पंजाबियों में चिंता का भाव तो है, लेकिन दहशत नहीं है। चिंता भी सिर्फ इस बात को लेकर है कि यह माहौल कितने समय तक रहेगा, क्योंकि कनाडा और पंजाब का रिश्ता गहरा है। जब भी जी करता है लोग कनाडा से पंजाब चले जाते हैं। पंजाब के लोग कनाडा आ जाते हैं।
कनाडा में पंजाबी मूल के सांसदों के संपर्ककनाडा में पंजाबी मूल के सांसदों के संपर्क में हैं। बिंदु बराड़ ने बताया कि वह भी कनाडा में पंजाबी मूल के सांसदों के संपर्क में हैं। वे उन्हें भरोसा दे रहे हैं कि पंजाबी मूल के जनप्रतिनिधि सारे माहौल पर नजर रखे हुए हैं और हालात को सुधारने के लिए प्रयास भी कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि ये तल्खी कुछ समय की है, लेकिन कनाडा के पीएम ट्रूडो के बयान को लेकर पंजाबी हैरान जरूर हैं। हाल ही में कनाडा से लौटे गुरमिंदर जीत सिंह बबलू का कहना है कि वे कनाडा में बैठे अपने बच्चों व रिश्तेदारों से लगातार संपर्क में हैं।
तनाव के कारण कंसल्टेंट दुविधा मेंकंसल्टेंट दुविधा में, कनाडा एजुकेशन फेयर करने लगे स्थगित दोनों देशों के बीच तनाव के कारण कंसल्टेंट दुविधा में हैं। अगर कनाडा स्टडी वीजा बंद करता है तो कंसल्टेंसी से जुड़े लोगों का काफी नुकसान होगा। कंसल्टेंट कनाडा एजुकेशन फेयर स्थगित करने लगे हैं। अधिकतर कंसल्टेंसी कंपनियों को अक्टूबर के पहले सप्ताह तक कनाडा वीजा फेयर कराना था। उन्होंने इसे अक्टूबर अंतिम सप्ताह तक टाल दिया है।
भारत कनाडा वीजासीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, भारत और कनाडा के बीच चल रहे राजनयिक गतिरोध के बीच, ब्रिटिश कोलंबिया के प्रधानमंत्री डेविड एबी ने कहा कि कनाडा सरकार खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जानकारी को "रोक रही है"। एबी ने कहा कि उन्हें पूरा संदेह है कि सरकार ऐसी जानकारी छिपा रही है जो प्रांत को भारत से जुड़े अपने निवासियों को विदेशी हस्तक्षेप से बचाने में मदद कर सकती है। भारत में नामित आतंकवादी हरदीप निज्जर की 18 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जारी राजनयिक गतिरोध के बीच, दोनों देशों ने एक-दूसरे के वरिष्ठ राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। भारत ने कनाडा के लिए वीज़ा सेवाएं भी रोक दी हैं।
यह भी पढ़ें: India Canada Row: 15 लाख पंजाबी कनाडा के नागरिक परेशान, रिश्तेदार रोज कर रहे फोन; लेकिन...एनआइए ने बड़ी कार्रवाईभारत और कनाडा के रिश्तों में तनातनी के बीच एनआइए ने कनाडा में रह रहे खालिस्तान समर्थक आतंकी और प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन सिख फार जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। पंजाब में उसकी संपत्ति जब्त कर ली गई है, जबकि कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की संपत्ति भी जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पन्नू पर पंजाब में देशद्रोह के तीन मामलों सहित कुल 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं। एनआइए ने शनिवार को अमृतसर जिले में स्थित पन्नू के पैतृक गांव खानकोट में 46 कनाल कृषि भूमि व चंडीगढ़ के सेक्टर 15-सी में कोठी को जब्त कर लिया। पन्नू ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाए जाने के बाद एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने कनाडा से हिंदुओं को चले जाने को कहा था।
भारत-कनाडा विवाद में अमेरिकी खुफिया तंत्र की भागीदारीवैंकूवर क्षेत्र में एक खालिस्तान आतंकवादी की हत्या के बाद अमेरिकी जासूसी एजेंसियों ने ओटावा को जानकारी प्रदान की है। लेकिन कनाडा ने सबसे निश्चित खुफिया जानकारी विकसित की जिसके कारण प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को भारत के खिलाफ आरोप लगाने पड़े। हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने अपने कनाडाई समकक्षों के साथ संदर्भ साझा किया, जिससे कनाडा को इस घटना में भारत की भूमिका के निर्धारण में योगदान मिला।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।