Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Punjab News: नशा बना नासूर... पुलिस से तस्करों को पकड़ने की गुहार लगाता रहा बूढ़ा बाप, बेटे ने नशे से तोड़ा दम

पंजाब के मोगा में एक बुजुर्ग बाप पुलिस से तस्करों को पकड़ने की गुहार लगाता रहा और इसी दौरान उसके बेटे ने नशे से दम तोड़ दिया। बुजुर्ग बाप ने कहा कि पुलिस को नशा तस्करों के नाम भी बताए थे। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि 65 साल की उम्र में उनके बुढ़ापे की लाठी भी अब टूट गई है।

By SATYANARAYAN OJHAEdited By: Rajat MouryaUpdated: Sun, 27 Aug 2023 08:21 PM (IST)
Hero Image
पुलिस से तस्करों को पकड़ने की गुहार लगाता रहा बूढ़ा बाप, बेटे ने नशे से तोड़ा दम

मोगा, राजकुमार राजू। Moga News 65 साल का बूढ़ा बाप जौड़ा सिंह थाना बाघापुराना की नत्थूवाला पुलिस चौकी पर बार-बार गुहार लगाता रहा कि भलूर के नशा बेचने वालों को पकड़ लो, उसका बेटा बच जाएगा। लेकिन पुलिस ने बूढ़े बाप की गुहार नहीं सुनी। आखिरकार नशे ने 37 साल के दूसरे बेटे मनप्रीत सिंह को भी लील लिया।

जौड़ा सिंह ने बताया कि नशे के सेवन से छोटे बेटे मनप्रीत की हालत बिगड़ गई थी। उसे फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में दाखिल करवाया गया था, जहां उपचार के दौरान रविवार को सुबह उसकी मौत हो गई। जिले के गांव भलूर निवारी जौड़ा सिंह ने बताया कि उसके दो बेटे थे। बड़े बेटे की आठ साल पहले नशे के चलते मौत हो गई थी और अब दूसरे बेटे की।

'दोनों बेटे नशे के शिकार हो जाएंगे'

जौड़ा सिंह ने कहा कि जब उसके दोनों बेटे पैदा हुए थे तब गांव लोगों ने कहा था कि जौड़ा ये तुम्हारे दो बेटे ही नहीं बल्कि दो भुजाएं हैं जो बुढ़ापे में तुम्हें सहारा देंगे पर क्या पता था कि दोनों बेटे नशे के शिकार हो जाएंगे। और अब बूढ़े कंधों पर चार पोतियों व एक पोते की जिम्मेदारी आ गई है। यह कहते हुए जौड़ा सिंह फफककर रो पड़े। उन्होंने कहा जबकि वह खुद पैर के ऑपरेशन के चलते अभी कहीं चलने फिरने लायक नहीं हैं।

नशे के सेवन से दम तोड़ने वाले मनप्रीत सिंह के पिता जौड़ा सिंह ने बताया कि बड़े बेटे गुरप्रीत सिंह की नशे के चलते आठ साल पहले मौत हो जाने के बाद वह छोटे बेटे मनप्रीत सिंह को लेकर काफी गंभीर था। पर पता नहीं कैसे मनप्रीत सिंह भी गांव के नशा तस्करों के चंगुल में फंस गया था। परिवार की कमाई का साधन उनके पास सिर्फ डेढ़ एकड़ जमीन ही है। उसी में खेती करके बड़ी मुश्किल से परिवार का गुजारा हो रहा था। बड़े बेटे की मौत के बाद छोटे बेटे का ही सहारा था लेकिन, नशा तस्करों के चंगुल में फंस जाने के कारण खेत से होने वाली आमदनी का बड़ी हिस्सा नशे पर ही खर्च हो रहा था।

'पुलिस को नशा तस्करों का नाम भी बताया था'

बुजुर्ग जौड़ा सिंह ने बताया कि इसी चिंता के चलते वह बार-बार नत्थूवाला पुलिस चौकी जाकर नशा तस्करों के नाम बताया था, उसने उन सारे लोगों के नाम पुलिस को बताए थे जिनसे उसका बेटा मनप्रीत सिंह नशा लेकर आता था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आज उसी का नतीजा है कि 65 साल की उम्र में बुढ़ापे की 'लाठी' भी टूट गई।

जौड़ा सिंह बताया कि बड़े बेटे गुरुप्रीत सिंह की चार बेटियां हैं। चारों की अभी शादी होनी है। जबकि छोटे बेटे मनप्रीत सिंह का एक बेटा है वह अभी छोटा है। पांचों पोते-पोतियों की शादी व उनके पालन पोषण की जिम्मेदारी अब उसके कंधों पर आ गई है। उनका पालन पोषण कैसे होगा यह सोच कर उसका दिल बैठा जा रहा है। कुछ दिन पहले ही खुद का एक पैर का ऑपरेशन करवाया है, जिस कारण वह चल-फिर भी नहीं पा रहा।

'किसी तस्कर की कोई लिखित शिकायत नहीं मिली'

इस मामले में बाघापुराना के थाना प्रभारी अमनदीप सिंह कंबोज ने जौड़ा सिंह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके पास किसी तस्कर की कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। शिकायत मिली होती तो जरूर कार्रवाई की जाती है। नत्थूवाला पुलिस चौकी के मामले की वे जांच कराएंगे कि वहां कोई शिकायत मिली थी या नहीं।