रेलवे स्टेशन पर ठंडे पानी को तरसे यात्री
मोगा : रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेल विभाग द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते है, लेकिन इतने पैसे खर्च होने के बाद भी यात्रियों को पूर्ण रूप से सुविधाएं नही मिल पाती है।
संवाद सहयोगी, मोगा : रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेल विभाग द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते है, लेकिन इतने पैसे खर्च होने के बाद भी यात्रियों को पूर्ण रूप से सुविधाएं नही मिल पाती है।
मोगा के रेलवे स्टेशन पर कहने को तो ठंडे पानी का बड़ा वाटर कूलर लगा है, लेकिन उसमें से यात्रियों को ठंडा पानी नसीब नही हो रहा है। मजबूरी में यात्री गर्म पानी पी रहे है या फिर रेलवे स्टेशन पर बनी कंटीन से पानी की बोतल खरीदकर यात्री अपनी प्यास बुझा रहें हैं।
फिरोजपुर तक रेल में सफर करने वाले यात्री र¨वदर ¨सह, जसमेल ¨सह, बूटा ¨सह, निशान ¨सह आदि ने कहा कि अगर किसी कारण से वाटर कूलर में तकनीकी खराबी आई ही गई है तो रेलवे स्टाफ को गंभीरता से इस समस्या को हल करवाना चाहिए, क्योंकि भीषण गर्मी के चलते यात्रियों के हलक सूख रहें हैं और ठंडा पानी नसीब न होने के चलते बहुत से यात्री रेल विभाग को कोस रहें हैं। क्योंकि हरेक यात्री मूल्य पानी खरीदकर पीने की क्षमता नही रखता है। उक्त यात्रियों ने कहा कि जब तक रेलवे स्टेश्न पर लगा वाटर कूलर ठीक नही हो जाता तब तक रेलवे स्टाफ को भी गर्म पानी ही पीना चाहिए, तभी उन्हें पता चलेगा कि यात्रियों को कैसी परेशानी पेश आ रही है। मैं ट्रे¨नग पर हूं : मीणा
स्टेशन मास्टर एसआर मीणा का कहना है कि विभाग की ओर से उनकी ट्रे¨नग चल रही है, जिसके चलते वह कुछ दिनों तक मोगा रेलवे स्टेश्न पर नही हैं। उन कहा कि हो सकता है कि लाइट न होने के चलते वार्टर कूलर से ठंडा पानी न आया हो और ऐसा भी हो सकता है कि तकनीकी खराबी के कारण वार्टर कूलर ने पानी को ठंडा करना बंद कर दिया हो, इस बारे में यह चैक करके ही कुछ कह सकेंगे।